विलुप्ति के कगार पर पहुंची एशियाई चीता ने दुर्लभ शावकों को दिया जन्म
चीता एक बार भारत के पूर्वी इलाकों में रहते थे, अब वे दक्षिण अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं, लेकिन वे उत्तरी ...
वैज्ञानिकों ने सफेद हाथ वाले गिब्बन की खोज की
मलेशिया के दक्षिण में विकसित हो रहे हैं सफेद हाथ वाले गिब्बन, जहां उनके वर्गीकरण और आनुवंशिकी की जांच की जाती है।
16 महीने में 17 देशों की यात्रा करने वाले मंगोलियाई कुकू पक्षी ओनन को बेहद रास आया भारत
मंगोलियाई कुकू ओनन पक्षी शायद अब जीवित नहीं है लेकिन उसने प्रवास के लिए मंगोलिया से अफ्रीका का जो रास्ता चुना वह संरक्षणकर्ताओं के ...
आर्किड की नई और दुर्लभ प्रजातियों की हुई खोज
शोधकर्ताओं ने बताया कि तीन वर्षों की निगरानी में, एल. माइक्रोप्रोसार्टिमा के केवल 40 पौधे पाए गए जिससे पता चलता है कि यह एक ...
घरेलू गौरैया के प्रजनन में खलल डाल रहा है ध्वनि प्रदूषण: अध्ययन
प्रजनन के मौसम में किशोर गौरैया की आबादी उन शहरों में कम हो जाती है जहां त्योहार मनाए जाते हैं, इस दौरान पटाखों और ...
क्या है आईयूसीएन की रेड लिस्ट, इसके बारे में जानना क्यों हैं जरूरी?
आईयूसीएन की रेड लिस्ट दुनिया भर में प्रजातियों के संरक्षण की स्थिति का सबसे बड़ा सूचना स्रोत है
बड़ी मछली समझकर गंगा डॉल्फिन को मारा, तीन गिरफ्तार
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में दिसम्बर 2019 में राष्ट्रीय गंगा परिषद (एनजीसी) की पहली बैठक में प्रोजेक्ट टाइगर की तर्ज पर 'प्रोजेक्ट डॉल्फिन' को मंजूरी ...
विश्व शेर दिवस 2023: भारत में शेरों की आबादी, दिन का इतिहास, महत्व और विषय
भारत का गुजरात राज्य, अफ्रीका के बाहर एकमात्र स्थान है जहां शेरों को उनके प्राकृतिक आवास में देखना संभव है
अनिश्चितता से घिरा 500 से अधिक पशु प्रजातियों का अस्तित्व: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने आईयूसीएन की रेड लिस्ट से 32,802 प्रजातियों की जानकारी की समीक्षा की है। इनमें से 562 प्रजातियों की पहचान गायब होने के ...
दुनिया भर में 30 फीसदी शिकारी पक्षियों की प्रजातियों पर मंडरा रहा है खतरा
दक्षिण एशिया में मरे हुए जानवरों को खाने के बाद शिकारी पक्षियों की मृत्यु में बढ़ोतरी देखी गई है, हाल के दशकों में कुछ ...
अमेजन में मिली मार्मोसेट की नई प्रजाति: शोध
अमेजन 146 तरह के बंदरों की प्रजातियों को आश्रय देता है, जिनमें से 42 फीसदी को आईयूसीएन ने विलुप्त होने के खतरे में सूचीबद्ध ...
तो क्या लैंडफिल के बंद होने से गायब हो जाएंगे मिस्र के संकटग्रस्त प्रजाति के गिद्ध?
मिस्र का गिद्ध (निओफ्रॉन पेर्कनोप्टेरस) सबसे छोटे गिद्धों में से एक है और दुनिया भर में शिकार करने के लिए जाना जाने वाला एक ...
दुनिया भर में पक्षियों की प्रजातियों में 48 फीसदी और भारत में 50 फीसदी की भारी गिरावट : रिपोर्ट
अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया भर में मौजूदा पक्षी प्रजातियों में से लगभग 48 फीसदी आबादी गिरावट के दौर से गुजर रही ...
नई पहचानी गई प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा अधिक: शोध
2011 से 2020 के बीच दर्ज प्रजातियों के लिए यह संकट बढ़कर 30 फीसदी हो गया है। विश्लेषण में आगे अनुमान लगाया गया है ...
नई विधि से होगी हिम तेंदुओं के तनाव की निगरानी, संरक्षण में मिलेगी मदद
इस विधि का उपयोग जंगली और पालतू जानवरों पर किया जा सकता है, ताकि जानवरों के तनाव का पता लगाया जा सके और उनके ...
प्रजातियों के भीतर छिपी हुई जैव विविधता का लगातार नुकसान हो रहा है : अध्ययन
अध्ययन से पता चला है कि प्रजातियों के भीतर विविधता के नुकसान के गंभीर पारिस्थितिक परिणाम हो सकते हैं, यह प्राकृतिक सामग्री और प्राकृतिक ...
नए युग में धरती: अब तक पांच बार हो चुका है महाविनाश
शुरुआती विलुप्तियां और जीवाश्म रिकॉर्ड बताते हैं कि एक प्रजाति करीब 10 लाख वर्षों में खत्म हो जाती है
कीटों की 76 फीसदी प्रजातियों को संरक्षित करने में विफल रहे हैं संरक्षित क्षेत्र
यह कीट 80 फीसदी से ज्यादा पौधों को परागित करते हैं जो इंसानों समेत अनगिनत जीवों के भोजन का प्रमुख स्रोत हैं
विलुप्त होने वाले हैं धरती पर अहम भूमिका निभाने वाले सबसे अनोखे पक्षी:अध्ययन
अध्ययन में 99 फीसदी सभी जीवित पक्षी प्रजातियों के विलुप्त होने के खतरे और उनके शारीरिक विशेषताओं जैसे चोंच के आकार और पंख की ...
अफ्रीका के प्रिंसिपे द्वीप के वर्षावनों में खोजी गई उल्लू की नई प्रजाति
यह प्रिंसिपे के लिए स्थानीय पक्षी की आठवीं ज्ञात प्रजाति है, जो केवल 139 वर्ग किलोमीटर के इस द्वीप में फैली है
अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस: यहां जानिए इसका इतिहास और उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस का उद्देश्य प्रत्येक भाग लेने वाले संगठन के लिए गिद्ध संरक्षण और जागरूकता को उजागर करने वाली अपनी गतिविधियों को ...
दक्षिण-पूर्व एशिया के जंगलों को बचाने में नाकाफी साबित हो रहे हैं संरक्षित क्षेत्र : अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में जिस दर से बिना संरक्षित क्षेत्रों में वनों का नुकसान हो रहा है लगभग वही ...
फसल उत्पादन में बदलाव करने से बच सकती हैं 40 फीसदी प्रजातियां
शोधकर्ताओं ने उभयचरों, पक्षियों, स्तनधारियों - स्थलीय कशेरुक प्रजातियों के समूहों के लिए नया स्टार (स्पीशीज थ्रेट एबेटमेंट एंड रिस्टोरेशन) मीट्रिक लागू किया है।
सन्नाटे की गूंज
यात्रा एक पर्यावरण आंदोलन की, जिसने विकास योजनाओं को देखने, परखने का नजरिया ही बदल डाला
महाराष्ट्र की मुठा नदी के किनारे से 200 से अधिक पौधों की प्रजातियां हुई गायब: अध्ययन
साल 1958 में किए गए इसी तरह के एक सर्वेक्षण में, विट्ठलवाड़ी से यरवदा के बीच 12 किमी नदी के हिस्से पर 400 से ...