खत्म होने के कगार पर खड़ी आधी प्रजातियों का लुप्तप्राय सूची में आकलन नहीं : अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि 4,336 प्रजातियां या उन नमूनों में से 56 प्रतिशत को विलुप्त होने का खतरा था, जिसमें 85 प्रतिशत उभयचर ...
मिट्टी में कार्बन जमा करने की दर औसतन तीन गुना अधिक होती है : शोध
शोध में पाया गया कि कृषि प्रबंधन और गहरी मिट्टी की परतों वाले क्षेत्रों में खनिज से जुड़े कार्बन की सबसे ज्यादा कमी होती ...
सामुदायिक संसाधनों से चारे की 60 प्रतिशत जरूरतें होती हैं पूरी: जोशी
सामुदायिक संसाधनों को विकसित करने की दिशा में कार्यरत फाउंडेशन फॉर ईकोलॉजिकल सिक्युरिटी के कार्यकारी निदेशक संजय जोशी ने राजस्थान जैसे राज्यों में सामुदायिक ...
केंद्र की अनुमति के बिना अरावली वन क्षेत्र में नहीं किया जा सकता बदलाव: सर्वोच्च न्यायालय
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
आवरण कथा: आदिवासियों ने वन भूमि को विकसित कर दूर किया संकट
अकोला जिले के वाडला गांव में विकसित वन भूमि से चारा मिलने से लोगों का पलायन काफी हद तक रुक गया है
आवरण कथा: जहां चाह, वहां राह
राजस्थान के कई गांव चारागाह का विकास और प्रबंधन करके चारे के संकट से उबर चुके हैं
मिट्टी के प्रदूषण से पड़ सकता है दिल का दौरा, वैज्ञानिकों ने दी है चेतावनी
शोध के मुताबिक मिट्टी में कीटनाशकों और भारी धातुओं का हृदय पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकते हैं
निर्माण कार्यों, शिकार और जलवायु में बदलाव से प्रवासी पक्षियों में आई भारी गिरावट: अध्ययन
प्रवासी पक्षियों की कुल 103 प्रजातियों का अध्ययन किया गया, जिनमें बड़े पैमाने पर डेटासेट का उपयोग करके कछुआ कबूतर और आम कोयल जैसी ...
140 करोड़ अतिरिक्त लोगों का भर सकता है पेट, अगर सिंचाई व्यवस्था में हों जाएं ये सुधार
दुनिया की 22 फीसदी कृषि भूमि के लिए सिंचाई की व्यवस्था है, जबकि दो-तिहाई कृषि भूमि अभी भी बारिश पर निर्भर है
जैव विविधता को बचाने के लिए धरती के 44 फीसदी हिस्से को करना होगा संरक्षित
जैवविविधता को बचाने के लिए धरती पर 6.4 करोड़ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को संरक्षित करना होगा, लेकिन साथ ही यह भी ध्यान में रखना ...
एसओई इन फिगर्स 2022: पूरे देश में बढ़ रहा है मरुस्थलीकरण, राज्यवार जानें हाल
डाउन टू अर्थ की रिपोर्ट स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट इन फिगर्स 2022 में देश में बढ़ते मरुस्थलीकरण के आंकड़े जारी किए गए हैं
कम उपजाऊ भूमि पर दोबारा खेती न करने से कम किया जा सकता है जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
छोड़ी गई भूमि पर फिर से खेती करने से 31 फीसदी संभावित वन्यजीवों निवास स्थानों में कमी तथा कार्बन जमा करने में 35 फीसदी ...
गर्म होती जलवायु में परागणकर्ता कीटों को आश्रय देते हैं जंगल
शहरी क्षेत्रों में मधुमक्खियों पर अधिक औसत तापमान का असर दिखाई दिया, जिसके कारण इन इलाकों में उनकी आबादी में गिरावट देखी गई
पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा है शिमला विकास की नई ड्राफ्ट योजना, एनजीटी ने लगाई रोक
कोर्ट ने आगाह किया है कि अगर हिमाचल प्रदेश सरकार इस ड्राफ्ट योजना के साथ आगे बढ़ती है, तो इसके पर्यावरण और सार्वजनिक सुरक्षा के ...
पिछले दो दशकों में दुनिया भर की 4 हजार वर्ग किमी आर्द्रभूमि का हुआ नुकसान
दुनिया भर के कुल ज्वारीय आर्द्रभूमि में लगभग तीन-चौथाई की कमी एशिया में हुई, जिसमें से लगभग 70 फीसदी इंडोनेशिया, चीन और म्यांमार में ...
कृषि उपज से संबंधित चीजों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से बढ़ रहा है तीन-चौथाई उत्सर्जन
अध्ययन के मुताबिक दुनिया की लगभग 22 फीसदी फसल और चारागाह 1 अरब हेक्टेयर का उपयोग विदेशी उपभोक्ताओं के लिए उत्पादों की खेती के ...
क्या जूनोटिक रोगों का हॉटस्पॉट बन सकता है भारत?
अध्ययन में कहा गया है कि कम से कम 10 हजार वायरस प्रजातियों के लोगों को संक्रमित करने के आसार हैं
विलुप्ति के कगार पर पहुंची 21 फीसदी से अधिक सरीसृप प्रजातियां: अध्ययन
अध्ययन में कम से कम 1,829 या 21 प्रतिशत या तो असुरक्षित, संकटग्रस्त या गंभीर रूप से संकटग्रस्त पाए गए।
वैज्ञानिकों ने बनाया ऐसा एंजाइम वेरिएंट, जो प्लास्टिक को कर देगा नष्ट
वैज्ञानिकों ने पेटेज नामक एक प्राकृतिक एंजाइम में नया बदलाव करने के लिए एक मशीन लर्निंग मॉडल का उपयोग किया, जो बैक्टीरिया को प्लास्टिक ...
बढ़ती इंसानी महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ी 3 करोड़ वर्ग किलोमीटर भूमि, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
यूएनसीसीडी ने 27 अप्रैल 2022 को ‘ग्लोबल लैंड आउटलुक: लैंड रेस्टोरेशन फॉर रिकवरी एंड रेसिलिएंस’ रिपोर्ट जारी की
शहरी वातावरण के मुताबिक अपनी गतिविधि में बदलाव कर रहे हैं जंगली जानवर: अध्ययन
रात के समय में शिफ्ट होने से, कोयोट्स का हिरण और गिलहरी दोनों के साथ संपर्क कम होता था, जिससे शिकार तक उनकी पहुंच ...
अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल: पीड़ित है प्रकृति, प्लास्टिक से भर रहे हैं महासागर
अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस की मूल जड़ें 1970 के दशक से जुड़ जाती हैं जब पर्यावरण संरक्षण राष्ट्रीय राजनीतिक एजेंडा की प्राथमिकता नहीं थी
कम करके नहीं आंकी जा सकती वन संरक्षण में वनवासियों और देशी समुदायों की भूमिका
ब्राजील में पिछले 30 वर्षों में 6.9 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में फैली स्थानीय वनस्पति खत्म हो चुकी है, जिसका केवल 1.6 फीसदी हिस्सा स्वदेशी समुदायों के अधिकार में था
जलवायु में आते बदलावों से कैक्टस की 60 फीसदी प्रजातियों पर मंडराया खतरा
कैक्टस पौधों की एक ऐसी जीवट किस्म है, जो गर्म से गर्म वातावरण में पनप सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पौधों ...
वनों की कटाई से जलवायु में होने वाला बदलाव बचे हुए वनों को नुकसान पहुंचाता है
वनों की कटाई का अन्य जगहों पर उगने वाले जंगलों पर गहरा प्रभाव पड़ता है, क्योंकि इसके कारण क्षेत्र के हवा के तापमान और ...