देश में पनप रहीं 329 और त्रासदियां
दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटना से भी हम सबक नहीं ले पाए हैं। खतरनाक रसायनों को नियंत्रित और सीमित करने की कोई ठोस नीति ...
34 साल में भी नहीं टूटी तंत्र की तंद्रा
प्राणघातक गैस के नासूर को 2 लाख 97 हजार 280 घंटे से ज्यादा अरसा बीत चुका है लेकिन अब तक तंत्र की तंद्रा भंग नहीं हुई है
गैस त्रासदी के नमूने ही नहीं बचे, कैसे होगी जांच?
दुनिया की इस भीषण त्रासदी के बचे हुए अवशेषों को नष्ट करने में अधिकारियों ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी
भोपाल गैस त्रासदी: 29 नई बस्तियों तक कचरे से जहरीला रसायन पहुंचने का दावा कितना सच
अखिल भारतीय विष विज्ञान संस्थान 42 बस्तियों तक हानिकारक रसायनों के पहुंचने की पुष्टि कर चुका है।
भोपाल त्रासदी: आपदा के दौरान पैदा हुए लोगों में आठ गुणा ज्यादा है कैंसर का जोखिम
गैस रिसाव के बाद गर्भपात की दर में चार गुना वृद्धि हो गई थी। साथ ही मृत जन्म और नवजात मृत्यु दर का जोखिम ...