दोहरे विस्थापन को मजबूर हैं अमेरिकी आदिवासी
जबरन स्थानांतरण ने अमेरिका के आदिवासियों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों की चपेट में ला दिया है
विधानसभा चुनाव में अछूता रहा उत्तराखंड में पलायन का मुद्दा
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में जहां पलायन के शिकार क्षेत्रों में बहुत कम मतदान हुआ, वहीं चुनाव परिणाम बताते हैं कि मतदाताओं ने बदलाव को ...
पलायन से बदल सकता है उत्तराखंड का राजनीतिक भूगोल
उत्तराखंड में जनसंख्या के आधार पर परिसीमन जारी रहा तो ग्रामीण पर्वतीय क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व खत्म हो जाएगा
उत्तराखंड: वन्य जीवों की दहशत से ‘भुतहा’ होते गांव
गुलदार के डर से उत्तराखंड के पौड़ी जिले के दो गांव एक सप्ताह में खाली हो गए और एक गुलदार भी मारा गया, लेकिन ...
पर्यावरण की दशा-दिशा 2020: भारत में विस्थापन बढ़ाते चक्रवात
निसर्ग चक्रवात से पहले अंफन, फानी, वायु, माहा और बुलबुल बड़ी संख्या में लोगों को विस्थापित कर चुके हैं
जलवायु परिवर्तन के कारण 2050 तक 20 करोड़ लोगों को छोड़ना पड़ सकता है घर
जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाला पलायन और विस्थापन भविष्य में और प्रबल होगा
उत्तराखंड में रिवर्स माइग्रेशन: रोल मॉडल तैयार करे राज्य सरकार
दुखद बात यह है कि अलग राज्य बनने के बाद उत्तराखंड में पहाड़ों से पलायन और तेजी से बढ़ा
कोविड-19: क्या पहाड़ लौट रहे लोगों को रोक पाएगी चकबंदी?
21 मई को उत्तराखंड पर्वतीय जोत चकबंदी एवं भूमि व्यवस्था नियमावली 2020 को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है
प्रयास से आस
उत्तराखंड में पलायन रोकने और पशुपालन को प्रोत्साहित करने के लिए बकरी स्वयंवर की अनूठी पहल की गई है। स्वयंवर को सफल बनाने के ...
उत्तराखंड में रिवर्स पलायन: अर्थ और विकास नीति में व्यापक बदलाव की जरूरत
पहाड़ और मैदान के बीच भेदभाव दूर करने के लिए अर्थ और विकास नीति में व्यापक बदलाव करना होगा
दुनिया भर में बढ़ रही है प्रवासियों की संख्या, भारतीय सबसे अव्वल: रिपोर्ट
वर्ल्ड माइग्रेशन रिपोर्ट 2020 में कहा गया है कि हिंसक घटनाओं और प्राकृतिक आपदाओं के कारण लोग अपने घर छोड़ कर दूसरे स्थानों पर ...
विस्थापन की पीड़ा
वर्ष 2019 में बाढ़, सूखा, तूफान जैसी आपदाओं के चलते देश में करीब 50,18,000 लोग बेघर हो गए। इस वर्ष भारत में दुनिया के ...
पलायन की पीड़ा-8: प्रवास, विस्थापन को कम किया जा सकता है, रोका नहीं जा सकता
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय क़े अवकाश प्राप्त अध्यापक, माइग्रेशन के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ तथा “वर्ल्ड माइग्रेशन रिपोर्ट 2020” के सह-संपादक बिनोद खदरिया ने डाउन टू अर्थ ...
पलायन की पीड़ा-2: खेतों में नहीं होती गुजर बसर लायक पैदावार
लॉकडाउन के बाद प्रवासी मजदूरों की वापसी ने देश के सामने एक सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर पलायन होता ही क्यों है? डाउन ...
उत्तराखंड: कोरोना काल में भी इस भुतहा गांव में नहीं लौटे लोग
2011 की जनगणना के मुताबिक गांव में 32 लोग थे, लेकिन 2018 आते-आते पूरा गांव खाली हो गया
मेरी जुबानी: परंपरा खत्म तो आत्मनिर्भरता खत्म
अपने आसपास के कुदरती संसाधनों पर सरकार का कब्जा होने का सिलिसिला शुरू होने के बाद से कल तक का एक स्वतंत्र ग्रामीण आज ...
यात्रा वृतांत: उत्तराखंड का यह गांव, जहां से युवा नहीं करते पलायन
उत्तराखंड के गांव के गांव खाली हो रहे हैं। सबसे पहले युवा रोजगार की तलाश में पलायन करते हैं, लेकिन इन गांवों में ऐसा ...
छत्तीसगढ़ में सरकार ने मजदूरों के पलायन पर बरती सख्ती, बस सेवा बंद, अवैध पलायन की हो रही निगरानी
छत्तीसगढ़ से महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बंगाल जैसे सीमावर्ती राज्यों में मजदूरों का पलायन होता है सरकार ने इसे रोकने के लिए इंटर स्टेट बस ...
शहरों की ओर बढ़ता प्रवासियों का सैलाब
पलायन को मजबूर श्रमिकों की बड़ी आबादी तेजी से बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था की चुनौतियों का प्रतीक बनती जा रही है
बड़ी पड़ताल: उत्तराखंड में रिवर्स माइग्रेशन, कितना टिकाऊ?
पांच साल के अंतराल में खींची गई इन दो तस्वीरों में एक मामूली अंतर है। दूसरी तस्वीर में न केवल दो लोग अतिरिक्त हैं, ...
पथ का साथी: गांव लौटे प्रवासियों के सामने खड़ी हैं कई दिक्कतें
डाउन टू अर्थ के रिपोर्टर विवेक मिश्रा इन दिनों उत्तर प्रदेश के गांवों में हैं और गांव पहुंचे प्रवासियों के साथ दिन बीता रहे ...
क्या 50 लाख साल बाद, जल संकट से होने वाले पलायन से फिर जूझ रही है दुनिया?
लाखों साल पहले पूर्वी अफ्रीका में पड़े सूखे ने हमारे पूर्वजों को जल समृद्ध स्थानों में पलायन के लिए बाध्य कर दिया था। तभी ...
उड़ान और आकार पर असर डाल रहा है तितलियों का पलायन
तितलियां मौसम के आधार पर सैकड़ों किलोमीटर से अधिक लंबी दूरी तय कर सकती हैं। तितलियां प्रजनन के दौरान अपेक्षाकृत कम दूरी तय करती ...
जग बीती: साइकिल भली या ट्रेन
सोम बाजार, लॉकडाउन और ट्विटर पर बनती पॉलिसी
हम लोग अपने ट्विटर और अपनी इंस्टाग्राम में इस कदर खोये हुए थे कि हम में से कुछ को यह समझ ही नहीं आया ...