दुनिया से असमानता खत्म हो सकती है लेकिन सरकारें ऐसा नहीं चाहतीं
आर्थिक संकट के दौर में भी अमीर अधिक अमीर हो रहे हैं जबकि गरीब गरीबी के दलदल में धंसते जा रहे हैं
मजदूर दिवस : जारी है शोषण, न्यूनतम मजदूरी अब भी सपना
दिल्ली में न्यूनतम मजदूरी सर्वाधिक है लेकिन मजदूरों को उनका हक नहीं मिल रहा, श्रमिकों को 6,000 से 10,000 रुपए का मासिक वेतन दिया ...
कोविड-19 महामारी से त्रस्त साल में बढ़ी अरबपतियों की संख्या
2008 की आर्थिक मंदी के बाद यह स्पष्ट हो चुका है कि केवल अमीर ही और अमीर बनेंगे, बजाय इसके कि गरीब अमीर बनेंगे ...
जी-7 देशों के सात पाप दुनिया में बढ़ा रहे अमीर और गरीब के बीच की खाई
दुनिया के करीब 40 फीसदी यानी 926 अरबपति जी-7 देशों में रहते हैं। यह राजनीति में न सिर्फ हस्तक्षेप करते हैं बल्कि अपने हिसाब ...
हर मिनट भूख के कारण दम तोड़ रहे हैं 11 लोग, कोविड-19, संघर्ष और जलवायु परिवर्तन है बड़ी वजह
दुनिया भर में करीब 15.5 करोड़ लोग गंभीर खाद्य संकट का सामना कर रहे हैं, जोकि पिछले वर्ष की तुलना में 2 करोड़ ज्यादा ...
विश्व श्रमिक दिवस पर जानिए दुनिया में महिला श्रमिकों का क्या है हाल ?
2020 में महिलाओं पर जो संकट आया है, उसके चलते पुरुषों और महिलाओं के बीच जो असमानता की खाई है उसको भरने में लगने ...
कोरोनावायरस: दुनिया भर में बढ़ेंगे गरीब व असंगठित मजदूर, महिलाओं पर होगा सबसे ज्यादा असर
ऑक्सफैम ने अपने ताजा रिपोर्ट में नोवेल कोरोनावायरस के अर्थव्यवस्था और गरीबों पर होने वाले असर को दिखाया है। इससे बचने के सुझाव भी ...
मनरेगा में निर्धारित न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दे रहे 14 राज्य
यह स्थिति तब है जब भारत न्यूनतम मजदूरी का कानून बनाने वाला पहला विकासशील देश 1948 में ही बन गया था
नहीं मिली सरकारी मदद, कोरोना से उपजे आर्थिक संकट के सामने असहाय 270 करोड़ लोग
ऑक्सफेम की नई रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की एक तिहाई आबादी को कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है
भारत क्यों है गरीब-5: वैश्वीकरण से बढ़ रही है असमानता, अमीर हुए और ज्यादा अमीर
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की वार्षिक बैठक से पहले जारी रिपोर्ट में कहा गया कि भारत के 63 लोगों के पास सालाना बजट से ज्यादा ...
साल के अंत तक 145 रुपए प्रति दिन से कम में गुजारा करने को मजबूर होंगें 86 करोड़ लोग
अनुमान है कि अकेले वैश्विक खाद्य कीमतों में होती बढ़ोतरी करीब 6.5 करोड़ लोगों को गरीबी के दलदल में धकेल देगी
कोविड वैक्सीन में पक्षपात से भारत को हो सकता है 58 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
वैश्विक टीकाकरण में फैली असमानता के चलने होने वाला यह नुकसान भारत के सकल घरेलू उत्पाद के 27 फीसदी हिस्से के बराबर है
महामारी का यह दौर किसी के लिए वरदान तो किसी के लिए बना अभिशाप
दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों के पास, सबसे कमजोर तबके के 310 करोड़ लोगों की तुलना में छह गुना अधिक संपत्ति है। महामारी ...
क्या गरीब देशों को कर्ज के भंवर जाल में फंसा देगा क्लाइमेट फंड?
क्लाइमेट फाइनेंस के नाम पर दिए 4,40,637 करोड़ रुपए में से केवल एक तिहाई ही गरीब देशों तक पहुंच पाया था