जलवायु परिवर्तन के लिए निजी क्षेत्र को जवाबदेह बनाना जरूरी
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए मौलिक रणनीतियां अपनाने का वक्त आ गया है
वर्ष 2100 तक तापमान 4 डिग्री सेंटीग्रेट तक पहुंच जाएगा?
जलवायु परिवर्तन से उठते कई सवालों का जवाब देती एक किताब, जो दुनिया की आंखें खोल देती हैं
गंभीर खतरा, सुस्त रवैया
चरम मौसमी घटनाओं के मामले में, भारत दुनिया का छठा जोखिम भरा देश है लेकिन क्या राज्यों के क्लाइमेट एक्शन प्लान इनसे निपटने में ...
जलवायु परिवर्तन पर चिंता: जानें कब से हुई शुरू और क्या है पेरिस समझौता
16 साल की ग्रेटा थनबर्ग के रोषपूर्ण भाषण के बाद एक बार फिर से दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन को लेकर गंभीर चर्चा शुरू ...
जलवायु परिवर्तन का आपातकाल बहुत हद तक विकसित देशों की देन है : कैथरीन रोवेट
लोग उन चीजों के लिए मतदान करते रहे, जिनके बारे में हम सबको पता है कि हकीकत में वे किसी भी तरह से मूल्यवान ...
धरती बचाने का प्लान ‘बी’
क्या फौजी ताकत बढ़ाने पर खर्च होने वाली धनराशि धरती बचाने पर नहीं लगाई जा सकती?
ट्रंप ने चल दी गलत चाल
पेरिस समझौते से अलग होकर ट्रंप ने अमेरिका के भविष्य के साथ दुनिया को अंधेरे की ओर से धकेल दिया है
अंकल सैम बनाम धरती मां
क्या कोई ऐसा कानूनी तरीका है जिससे विश्व के सबसे बड़े उत्सर्जक को पेरिस समझौते से बाहर निकलने पर जवाबदेह ठहराया जा सके?
कार्बन ही नहीं, मानव जनित एरोसोल की वजह से भी बढ़ रहा है सतही तापमान
एरोसोल के असर से न केवल पेरिस समझौते के लक्ष्यों को हासिल करने में अधिक समय लगेगा, बल्कि यह उप-ध्रुवीय उत्तरी अटलांटिक में लंबे ...
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: प्रदूषण फैलाने वाले देश नहीं कर पाए कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल
जी20 में शामिल देश दुनिया के कार्बन उत्सर्जन में 78 फीसदी योगदान देते हैं, लेकिन केवल 6 देश ऐसे हैं, जो पेरिस जलवायु समझौते ...
ग्लोबल वार्मिंग को लेकर भयभीत या चिंतित हैं 82 फीसदी भारतीय: रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2021 से जनवरी 2022 तक 4,619 भारतीयों का ग्लोबल वार्मिंग को लेकर टेलीफोन के माध्यम से सर्वेक्षण किया गया
वड़ोदरा का एक आश्रम दिखा रहा है दुनिया को जलवायु परिवर्तन से निपटने की राह
वड़ोदरा के एक आश्रम ने यह करके दिखा दिया है कि किस तरह दुनिया प्रकृति पर आधारित समाधानों की सहायता से जलवायु परिवर्तन के ...
वैज्ञानिकों ने बताए ग्लोबल वार्मिंग का लक्ष्य हासिल करने के तरीके, एक तिहाई उत्सर्जन हो सकता खत्म
एक अध्ययन में कहा गया है कि विकसित देश खाना बर्बाद करना छोड़ दें और विकासशील देश जंगलों की कटाई छोड़ दें तो 2050 ...
3.2% अधिक नेट एमिशन कर रहा है अमेरिका, जलवायु परिवर्तन के लिए बना खतरा
सीएसई की नई रिपोर्ट में अमेरिका द्वारा पेरिस समझौते का उल्लंघन करने की बात सामने आई है
जलवायु परिवर्तन को लेकर पार्टियों का सम्मेलन या कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज (कॉप) क्या है?
जलवायु परिवर्तन को लेकर होने वाला सम्मेलन कॉप-26, अक्टूबर 31 से 12 नवंबर 2021 के बीच ग्लासगो, यूके में आयोजित होने वाला है
जलवायु परिवर्तन के कारण सन 2100 तक ध्रुवीय भालू हो जाएंगे विलुप्त
यदि पेरिस समझौते के लक्ष्यों से लगभग आधा डिग्री ऊपर 2.4 सेंटी ग्रेड पर वैश्विक तापमान को नियंत्रित किया जा सके तो ध्रुवीय भालूओं ...
सदी के अंत तक 3.2 डिग्री तक बढ़ सकता है तापमान, अब तक के प्रयास नाकाफी
ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन में कटौती का दीर्घकालिक लाभ लागत से ज्यादा है
कार्बन डाइऑक्साइड सोखने में अहम भूमिका निभा सकती हैं चट्टानें: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि चट्टानों का पाउडर हर साल 2.5 गीगाटन तक सीओ2 हटा सकता है।
क्या पेरिस समझौते पर अमेरिका करेगा वापसी
अमेरिका के चुनावी परिणाम से बाइडन या ट्रंप ही नहीं जीतेंगे या हारेंगे बल्कि यह चुनाव दुनिया के सबसे बड़े मुद्दे के जीतने या ...
2 डिग्री सेल्सियस की गर्मी से मिट्टी से निकलेगी 23000 करोड़ टन कार्बन
2 डिग्री सेल्सियस वार्मिंग से निकलने वाली 23000 करोड़ टन कार्बन, चीन के कुल उत्सर्जन का चार गुना से अधिक है
जलवायु परिवर्तन के चलते भविष्य के शीतकालीन ओलंपिक पड़े खतरे में
इस अध्ययन में 339 उत्कृष्ट एथलीटों और कोचों का शीतकालीन ओलंपिक पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को लेकर एक सर्वेक्षण किया गया है
पेरिस समझौते के परिपेक्ष्य में, कोविड-19 जलवायु परिवर्तन को कैसे प्रभावित करेगा?
कोरोना महामारी के दौरान ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी आई जो जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के तहत किए गए उत्सर्जन लक्ष्यों को पूरा ...
आने वाले 10 से 12 सालों में गर्मी अपने चरम तक पहुंच जाएगी, ऐसे चला पता
मशीन लर्निंग का उपयोग करने वाले दो जलवायु वैज्ञानिकों ने गणना की, कि पृथ्वी 2033 से 2035 के बीच 1.5 डिग्री सेल्सियस के निशान ...
नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों से भारत में हर साल हो रहा है 16.6 करोड़ टन ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन
भारत हर साल उर्वरकों के रूप 1.8 करोड़ टन नाइट्रोजन का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे 16.6 करोड़ टन ग्रीनहाउस गैसें उत्सर्जित हो रही ...
कॉप-26: संयुक्त राष्ट्र ने कहा, कार्बन कटौती का दावा खोखला है
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि जब जीवाश्म ईंधन उद्योग अभी भी खरबों की सब्सिडी प्राप्त कर रहे हैं, अभी भी कोयला संयंत्रों का ...