वीकली कोर्ट डाइजेस्ट: टैक्सटाइल यूनिट बंद करने के आदेश
2 से 6 सितंबर के दौरान पर्यावरण संरक्षण के लिए अदालतों द्वारा लिए गए अहम फैसले-
छोटे-मझोले उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषण पर ध्यान देने की जरूरत: सीएसई
सीएसई की महानिदेशक सुनीता नारायण ने कहा कि हमारा प्रयास एमएसएमई क्षेत्र को हरित, स्वच्छ तरीके से काम करने में मदद करने के लिए ...
सिंगरौली में राख का बांध टूटने का मामला: एनटीपीसी ने पर्यावरण को 104 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाया
7 अगस्त, 2019 को एस्सार पावर में राख के बांध के टूटने की घटना में - लगभग 50 हेक्टेयर क्षेत्र राख फैलने से प्रभावित ...
विशाखापट्टनम गैस लीक : एनजीटी ने नोटिस के साथ एलजी पॉलिमर्स को शुरुआती 50 करोड़ जमा करने का दिया आदेश
एनजीटी ने कहा ऐसा प्रतीत होता है कि आपात स्थितियों में बचाव के लिए इस्तेमाल होने वाली योजना और कानूनी प्रावधानों का बिल्कुल पालन ...
वैध-अवैध के बीच की कहानी
हम जानते हैं कि प्रदूषण कहां है। हम इसे देख सकते हैं लेकिन साबित नहीं कर सकते। नमूनों के लेने की प्रक्रिया में समस्या ...
खदानों से बचे अवशेष और कचरे से खतरे में है संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र
रिसर्च से पता चला है कि नौ फीसदी खनन अवशेष भंडारण सुविधाएं संरक्षित क्षेत्रों के भीतर, जबकि 20 फीसदी संरक्षित क्षेत्रों के पांच किलोमीटर ...
बजट 2021: स्क्रैप पालिसी की घोषणा पर अमल करना आसान होगा?
सरकार का दावा कि इससे वायु प्रदूषण कम होगा और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा
रेडिएशन के खतरे के बीच काम कर रहे हैं दुनिया में 2.4 करोड़ श्रमिक
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ मिलकर तीसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
हर साल निकाली जा रही 5,000 करोड़ टन रेत, भारत सहित 70 देशों में होता है अवैध खनन
दुनिया भर में अवैध और बेरोकटोक तरीके से हो रहा रेत खनन एक बड़ी समस्या है, जो एक तरफ पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा ...
फ्लाई ऐश के प्रबंधन में नाकाम रहे सिंगरौली-सोनभद्र पावर प्लांट: सीएसई विश्लेषण
फ्लाई ऐश के बह जाने के मामले काफी गंभीर हैं और इस इलाके में इस मुद्दे की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है
90 फीसदी से ज्यादा ‘आयल स्लीक्स’ के लिए जिम्मेवार है इंसान, समुद्री जीवों के लिए है बड़ा खतरा
'आयल स्लीक्स' के करीब आधे मामले तटों के लगभग 25 मील के दायरे में पाए गए, जबकि 90 फीसदी का दायरा 100 मील से ...
बढ़ रहा है वायुमंडलीय हीलियम का स्तर, वैज्ञानिकों ने लगाया पता: शोध
चंद्रमा से दुर्लभ हीलियम गैस प्राप्त करने का प्रस्ताव इस बात का संकेत है कि वैज्ञानिक इसे कब तक हासिल करेंगे।
भोपाल गैस त्रासदी के 37 साल: भोपाल के साथ भेदभाव कर रहा है डाव केमिकल्स?
2-3 दिसंबर 1984 की रात भोपाल में हुए गैस हादसे को 37 साल हो गए हैं। इस हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि ...
पेट्रोलियम उद्योग में काम करने वाले मजदूरों को कहीं ज्यादा है कैंसर का खतरा
शोध से पता चला है कि जो मजदूर खुले समुद्र में बने पेट्रोलियम प्लांट पर काम करते हैं उनमें फेफड़ों के कैंसर और ल्यूकेमिया का ...
गर्भावस्था में भारी धातुओं का संपर्क बिगाड़ सकता है मां और बच्चे का स्वास्थ्य
गर्भावस्था के दौरान यदि महिलाएं मेटल्स जैसे निकल, आर्सेनिक, कोबाल्ट और सीसा के संपर्क में आती हैं, तो वो उनके और होने वाले बच्चे ...
नेवेली लिग्नाइट में हुए बॉयलर ब्लास्ट में 6 की मौत 17 घायल
दो महीने के अंदर बिजली संयंत्र में होने वाला यह दूसरा विस्फोट है| जिसमें कई और मजदूरों के फंसे होने की आशंका है
विशाखापट्टनम गैस लीक : स्टाइरीन से मौत होना बड़े खतरे का संकेत
यह तंत्रिका तंत्र पर असर डालने वाला न्यूरोटॉक्सिक है और लंबे समय तक इसकी जद में आए लोगों में बाद में लीवर रोग और ...
देश में पनप रहीं 329 और त्रासदियां
दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटना से भी हम सबक नहीं ले पाए हैं। खतरनाक रसायनों को नियंत्रित और सीमित करने की कोई ठोस नीति ...
क्यों एनजीटी ने गारे पाल्मा सेक्टर II कोयला खदान परियोजना को मिली पर्यावरण मंजूरी को किया रद्द
एनजीटी ने पर्यावरण मंत्रालय को नए सिरे से आम लोगों के साथ परामर्श करने के साथ मामले की फिर से जांच करने को कहा ...
औद्योगिक विस्तार और प्रदूषण: संकट में खेती और परंपरागत व्यवसाय
साल 2021 में भरूच जिले के वागरा, अमोध, भरूच, जम्बूसर और कर्जन तालुका में केमिकल लीक से 280 गांवों के 18 हजार से अधिक ...
हरदा विस्फोट: अब तक 13 की मौत, कचरे का वैज्ञानिक निपटान न होने से चिंतित हैं लोग
मध्य प्रदेश के हरदा जिले में छह फरवरी को पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई, जिससे जान माल का बड़ा नुकसान हुआ
भोपाल गैस हादसे के चार दशक बाद भी नहीं सुधरा प्रोसेस सेफ्टी रेग्यूलेशन : कमेटी रिपोर्ट
बीते दो वर्षों में कई फैक्ट्रियों में रसायन और खतरनाक पदार्थों की प्रोसेसिंग करने वाली यूनिट में विस्फोट हुए। इस दौरान कई कामगारों की ...
महामारी में 18 माह से नहीं मिली भोपाल गैस पीड़ित विधवाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन
ऐसी विधवाओं की संख्या 5000 से अधिक है, जिन्हें सामाजिक सुरक्षा पेंशन के रूप में 1,000 रुपए प्रति माह दिए जाते थे
मेघालय में अवैध खनन रोकने के लिए एनजीटी ने बनाई समिति
इस समिति को मेघालय में गैर वैज्ञानिक और अवैध तरीके से हो रहे खनन की रोकथाम, जनस्वास्थ्य की रक्षा और पर्यावरण को बचाने के ...
कंपनी की लापरवाही से हुआ था विशाखापट्टनम गैस लीक हादसा: एनजीटी कमिटी रिपोर्ट
एनजीटी द्वारा गठित संयुक्त जांच कमिटी ने विशाखापट्टनम गैस लीक हादसे के लिए कंपनी को जिम्मेवार माना है