दो बच्चों की नीति पर केंद्र का इंकार, घट रही है जन्म दर
35 में से 28 राज्यों में कुल प्रजनन दर का लक्ष्य हासिल किया जा चुका है
माल्थस को छोड़िए: जनसंख्या- वृद्धि का सकारात्मक पक्ष देखिए
अगर सामुदायिक संपत्ति के अधिकार को सही ढंग से परिभाषित किया जाए तो बढ़ती आबादी, बेहतर तरीके से उसका प्रबंधन कर सकती है - ...
आबादी का बढ़ना नहीं, कम होना ले जाएगा विनाश की ओर!
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, तमाम वैश्विक चुनौतियों के लिए बड़ी आबादी नहीं, दूसरी चीजें जिम्मेदार हैं
जनसंख्या नियंत्रण कानून: महत्वपूर्ण सवालों पर नहीं हो रही बहस
वस्तुतः भारत जनसंख्या को स्थिर करने की राह पर है। इसीलिए जनसंख्या नियंत्रण को सुनिश्चित करने के लिए दंडात्मक उपायों की शुरुआत पर जोर ...
‘अमीर बच्चों की संख्या पर नियंत्रण लगाएं’
अमीर बच्चों की संख्या को सीमित करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि गरीब बच्चों की तुलना में पर्यावरण पर उनका असर कहीं अधिक ...
आबादी, श्राप या संसाधन?
दुनिया को ऐसे विचारों की जरूरत है जो तय कर पाएं कि जनसंख्या श्राप है या संसाधन क्योंकि जनसंख्या को श्राप बताते वाले कई ...
जनसंख्या नियंत्रण कानून: क्या सच में जरूरी है?
केंद्र सरकार देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करनी चाहती है। डाउन टू अर्थ ने इस मुद्दे का व्यापक विश्लेषण किया। प्रस्तुत है पहली ...
जनसंख्या नियंत्रण कानून: क्यों हो रही है राजनीति
हर बार ही यह एक विशेष आबादी होती है, जिसे कम करने की आवश्यकता होती है
जनसंख्या नियंत्रण कानून: क्या आबादी वाकई विस्फोट के कगार पर है?
केंद्र सरकार देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करनी चाहती है। डाउन टू अर्थ ने इस मुद्दे का व्यापक विश्लेषण किया। प्रस्तुत है दूसरी ...
अगले तीन दशक में भारत का हर पांचवां शख्स होगा बुजुर्ग
आने वाले तीन दशकों में भारत में बुजुर्ग आबादी 15 करोड़ से बढ़कर लगभग 35 करोड़ हो जाएगी। देश में हर पांच में से ...
भारत में जनसंख्या की रफ्तार स्थिर, क्या फिर भी है कड़े कानून की जरूरत
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में सरकार को जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाने की सलाह दी है। क्या देश को वाकई ...
जनसंख्या नियंत्रण कानून: क्या इसका असर पर्यावरण पर पड़ेगा?
पर्यावरणविदों ने धीरे-धीरे आबादी को नियंत्रित करने के लिए कठोर उपायों की जरूरत जताने वाली टिप्पणियों से अब किनारा कर लिया है
खेती-किसानी को लील जाएंगे शहर, तीन साल बाद सामने आएंगे आंकड़े
जनगणना 2021 के आंकड़े तीन साल बाद सामने आ जाएंगे, जो संकेत मिल रहे हेैं, उससे लगता है कि ग्रामीण भारत लगभग पूरी तरह ...
विश्व जनसंख्या दिवस: जानें, क्या है इस साल की थीम?
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, गर्भावस्था या प्रसव के कारण हर दो मिनट में एक महिला की मृत्यु हो जाती है तथा संघर्ष की स्थिति ...
अफ्रीका में बच्चों की बाढ़
अफ्रीका में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार ने शिशु मृत्यु दर पर अंकुश लगाया है। इसके कारण वर्ष 2050 तक अफ्रीका दुनिया में सर्वाधिक बच्चों वाला ...
विश्व जनसंख्या दिवस: 8 अरब के मुहाने पर खड़े हैं हम, क्या कहते हैं आंकड़े
सभी के लिए एक स्थिति-परक भविष्य की ओर समान अवसर और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना
800 करोड़ आशाएं: समस्याओं के बीच अनंत संभावनाओं से भरी दुनिया
आज दुनिया की आबादी 800 करोड़ हो जाएगी। देखा जाए तो यह 800 करोड़ सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है यह वो 800 करोड़ सपने ...
24 घंटे में 19 सेकेंड के बराबर है धरती पर मनुष्य की मौजूदगी
पृथ्वी के इतिहास में पहली बार केवल एक प्रजाति पूरे ग्रह को रूपांतरित कर रही है
नजरिया: नस्लवाद का वैज्ञानिक आधार नहीं
आज दुनियाभर में ऐसे दलों का प्रादुर्भाव हो चुका है जो न केवल नस्लभेद के विज्ञान का अभूतपूर्व समर्थन कर रहे हैं बल्कि इसके ...
क्या 500 साल तक जी सकता है इंसान, वैज्ञानिक खोज रहे हैं रास्ता
वैज्ञानिकों ने सिनर्जिस्टिक सेलुलर पाथवे की खोज है, जिससे मुमकिन है कि इस पहेली को हल करके इंसानी उम्र 400 से 500 साल के ...
आईसीएमआर ने भारत में निर्मित दुनिया के पहले पुरुष गर्भनिरोधक टीके को पाया सुरक्षित
अध्ययन के मुताबिक, बिना किसी दुष्प्रभाव के रिवर्सेबल इनहिबिशन ऑफ स्पर्म अंडर गाइडेंस (आरआईएसयूजी) यानी गर्भनिरोधक टीके की सम्पूर्ण प्रभावकारिता 97.3 प्रतिशत पाई गई
आजादी की 75वीं वर्षगांठ से पहले नहीं आ पाएंगे अफ्रीकी चीतें, क्या है वजह?
तय कार्यक्रम के मुताबिक 13 अगस्त 2022 तक दक्षिण और नामीबिया से आठ चीतें भारत लाए जाने थे, लेकिन अब इसमें दो सप्ताह से ...
हाथों के गठिया रोग के इलाज में असरदार नहीं हैं टीके या क्रीम: शोध
हाथों का गठिया रोग या ऑस्टियोआर्थराइटिस एक आम बीमारी है जो 40 से 84 वर्ष की आयु की 15.9 प्रतिशत महिलाओं और 8.2 प्रतिशत ...
दुनिया भर में तीन अरब से अधिक लोग पानी की गंभीर कमी का सामना कर रहे हैं : एफएओ
रिपोर्ट में कहा गया है कि बेहतर जल प्रबंधन वैश्विक खाद्य सुरक्षा और पोषण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है, यह सतत विकास लक्ष्यों ...
बेंगलुरु पर मंडराता बाढ़ का खतरा, बचाव के लिए 658 किमी क्षेत्र में और करनी होगी पानी निकासी की व्यवस्था
शहर में बढ़ता कंक्रीट, आबादी और जलवायु परिवर्तन बाढ़ के खतरे को बढ़ा रहे हैं। जहां 2002 में शहर की महज 37.4 फीसदी जमीन ...