चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हुआ चंद्रयान 2
लगभग एक पखवाड़े तक चंद्रमा की कक्षा में घूमने के बाद 7 सितंबर को चंद्रयान 2 चांद पर लैंड कर जाएगा।
जानवरों से फसलों को बचाएगा यंत्र
यह यंत्र अलार्म एवं रोशनी के जरिये खेत में जानवरों की मौजूदगी की सूचना देकर सतर्क कर सकता है
चंद्रयान तीन: वैज्ञानिक उपलब्धियों को भुनाने का मर्ज पुराना!
चंद्रयान तीन मिशन भारत का केवल तकनीकी प्रदर्शन भर नहीं है, बल्कि इसे राजनीतिक हथियार के रूप में भी चुनाव में इस्तेमाल किया जाएगा
घातक बीमारियों को फैलाने वाले आक्रामक मच्छरों की निगरानी के लिए लॉन्च हुआ डैशबोर्ड
डैशबोर्ड तीन ऐप के आंकड़ों को जोड़ता है, मॉस्किटो अलर्ट, ग्लोब ऑब्जर्वर और आईनेचुरलिस्ट, जहां दुनिया भर के लोग अपने स्मार्टफोन का उपयोग करके ...
वैज्ञानिकों ने समुद्र के पानी को पीने योग्य बनाने के लिए विकसित की स्वदेशी तकनीक
स्वदेशी तकनीक की क्षमता समुद्र के पानी को हर दिन 1 लाख लीटर पीने योग्य पानी में बदलने की है
वैज्ञानिकों ने सिलिकॉन सौर सेल से 25 फीसदी अधिक बिजली हासिल करने की बनाई तकनीक
शोधकर्ताओं ने नई तकनीक पेश की है जो बोरॉन का उपयोग करके ऊर्जा बढ़ाने वाली सी: एच पतली फिल्मों की दक्षता में काफी सुधार ...
बड़ी खोज: अब शहद से बनेंगे कंप्यूटर मेमोरी चिप, इलेक्ट्रॉनिक कचरे से भी मिलेगी छुट्टी
शहद में नमी की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए इसमें बैक्टीरिया जीवित नहीं रह सकते हैं। इसका मतलब है कि शहद से बने ...
तकनीक: वैज्ञानिकों ने केले के छिलके से निकाला हाइड्रोजन
1 किलो सूखे बायोमास से लगभग 100 लीटर हाइड्रोजन और 330 ग्राम बायोचार का उत्पादन हो सकता है
लॉकडाउन में ऑनलाइन शिक्षा पहाड़ों में कितनी सफल?
उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल विश्वविद्यालय में भी ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है, लेकिन क्या इसका फायदा छात्रों को मिल रहा है
मूल विज्ञान को अनाथ होने से बचाने की चुनौती!
तकनीक प्रदर्शनी के युग में मौलिक विज्ञान को बचाने की चुनौती भारत के सामने अधिक है, राजनीतिक नेतृत्व को इसे स्वीकारना चाहिए
सुरक्षित व लंबे समय तक चलने वाली लिथियम-आयन बैटरियों के लिए वैज्ञानिकों ने खोजी नई सामग्री
यह बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे उच्च क्षमता वाले प्रयोगों के लिए उपयुक्त है, क्योंकि इसका उपयोग उच्च तापमान और तेजी से रिचार्ज करने में ...
नया एआई उपकरण बताएगा आपका भविष्य, शोधकर्ताओं ने जताई दुरुपयोग की आशंका
शोधकर्ताओं ने एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरण बनाया है जो किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व से लेकर उनकी मृत्यु तक हर चीज की भविष्यवाणी करने में ...
कोविड-19 : आईआईटी खड़गपुर ने 2,000 रुपए की लागत से बनाई पोर्टेबल मशीन, 400 रुपए में होगी जांच, 100 प्रतिशत आरटी-पीसीआर जैसे नतीजे
दूरदराज के इलाकों में सस्ती और भरोसेमंद जांच में यह मशीन बहुत कारगर साबित हो सकती है
चंद्रयान-3: सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा, 23 अगस्त को करेगा सॉफ्ट लैंडिंग
मिशन की सफलता के साथ भारत चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर नियंत्रित रूप से "सॉफ्ट लैंडिंग" करने वाला पहला देश बन जाएगा
चंद्रयान-तीन श्रीहरिकोटा से लॉन्च, पीएम मोदी ने दी बधाई
2019 में चंद्रयान - दो के साथ अपने पिछले प्रयास के विफल होने के बाद, सॉफ्ट लैंडिंग का यह भारत का दूसरा प्रयास है।
वैज्ञानिकों ने खोजा नया उत्प्रेरक, सस्ता हो जाएगा फ्यूल सेल
आईआईटी, मद्रास ने ब्रिटेन व चीन के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर ऐसे नैनो पार्टिकल्स विकसित किए हैं, जो फ्यूल सेल में उपयोग होने वाले ...
कुछ ग्रहों के अंदरूनी हिस्सों में गर्म घने हाइड्रोजन का वैज्ञानिकों ने लगाया पता
जीरो कार्बन बिजली उत्पादन तकनीक बनाने के लिए हाइड्रोजन महत्वपूर्ण है।
जानें, क्या है चंद्रयान 2 की तस्वीरों में दिख रहे मित्रा क्रेटर की हकीकत?
चंद्रमा पर और भी ऐसे क्रेटर हैं, जो भारतीय वैज्ञानिकों के नाम से जाने जाते हैं।
अब बिना बिजली के गर्म होगा खाना, भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया नया पावरलेस हीटिंग सिस्टम
यह कम लागत पर चलने वाला एक नया हीटिंग सिस्टम है, जिसे कभी भी कहीं भी साधारण पानी की मदद से सक्रिय किया जा ...
अब किसानों को उनके इलाके के आधार पर मौसम संबंधी सेवाएं देगा मेघदूत मोबाइल ऐप
ऐप में लगभग 6970 ब्लॉकों के लिए ब्लॉक स्तरीय मौसम का पूर्वानुमान और 3100 ब्लॉकों के लिए ब्लॉक स्तरीय मौसम को लेकर कृषि संबंधी ...
स्मार्टफोन ऐप से लगेगा मच्छरों का पता, मलेरिया से निपटने में मिलेगी मदद
इस तकनीक को ड्रोन और सैटेलाइट इमेज के साथ जोड़ा जाता है, जिससे पहले से अज्ञात मच्छरों के प्रजनन के स्थानों की पहचान की ...
वैज्ञानिकों ने चावल की भूसी से विकसित की दुनिया की पहली एलईडी लाइट
शोध के मुताबिक वर्तमान विधि प्राकृतिक उत्पादों से पर्यावरण के अनुकूल क्वांटम डॉट एलईडी विकसित करने का एक बहुत अच्छा तरीका है
पानी की बचत के साथ किसानों की आय में वृद्धि कर सकती हैं सेंसर आधारित सिंचाई प्रणाली
सेंसर-आधारित यह प्रणाली वेब/मोबाइल ऐप के माध्यम से नियंत्रित की जा सकती है, जिससे इस क्षेत्र में पानी की बर्बादी रुक गई है
भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया कंपन से बिजली उत्पन्न करने का उपकरण
यह उपकरण 11 एलईडी बल्बों को रोशन कर सकता है, इसका उपयोग अपने आप चलने वाले उपकरणों और जैव चिकित्सा में किया जा सकता ...
पूर्ण सूर्य ग्रहण 2024: भारत में आठ अप्रैल को किस समय शुरू होगी खगोलीय घटना?
पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, जिससे सूर्य पूरी तरह से ढक जाता है।