साधनों की कमी के चलते भुखमरी की कगार पर हैं 4.5 करोड़ लोग: डब्ल्यूएफपी
भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके इन लोगों की संख्या वर्ष की शुरुवात में करीब 4.2 करोड़ थी, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 2.9 करोड़ था
2021 में खेती पर निर्भर 4.9 करोड़ लोगों तक मदद पहुंचाएगा एफएओ
एफएओ के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया भर में करीब 13.5 करोड़ लोगों के सामने खाद्य संकट मंडरा रहा है
जलवायु संकट: दुनिया भर में बदलती जलवायु का शिकार हैं शरणार्थियों की बस्तियां, दोहरी मार का कर रही हैं सामना
गरीबी, संघर्ष और जलवायु परिवर्तन के चलते दरबदर की ठोकर खाने को मजबूर यह शरणार्थी, मौसम से जुड़ी चरम आपदाओं के चलते दोहरी मार ...
2021 में भारत से लेकर दक्षिण सूडान तक दुनिया भर के देशों को जलवायु परिवर्तन की चुकानी पड़ी भारी कीमत
14 से 19 मई को भारत में आए चक्रवाती तूफान 'तौकते' से जहां 11,243 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ था। वहीं 25 से ...
जलवायु परिवर्तन के खिलाफ जंग में अमीर देशों को पहले देनी होगी तेल और गैस की कुर्बानी
यदि वैश्विक तापमान में होती वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस पर सीमित रखना है तो अमीर देशों को अपनी बढ़ती महत्वाकांक्षाओं को सीमित करना ...
बढ़ती गर्मी के कारण अगले 23 वर्षों में खतरे की जद में होगा 71 फीसदी कृषि क्षेत्र
इस मामले में भारत पहले ही बॉयलिंग प्वाइंट पर है। जहां बढ़ती गर्मी का कहर किसानों को दोहरी चोट पहुंचा रहा है, जो उनकी ...
जलवायु परिवर्तन का असर, गरीब देशों में 64 फीसदी तक जीडीपी हो सकती है प्रभावित
मौजूदा जलवायु नीतियों के चलते 2050 तक 65 गरीब देशों की औसत जीडीपी 19.6 फीसदी तक घट जाएगी, जो सदी के अंत तक 63.9 ...
दुनिया में 15.5 करोड़ लोग कर रहे जबरदस्त खाद्य संकट का सामना, पांच वर्षों में सबसे ज्यादा बुरे हालात अब
इस संकट के लिए जलवायु परिवर्तन, संघर्ष और कोविड-19 के कारण उपजा आर्थिक संकट मुख्य रूप से जिम्मेवार था।
जलवायु संकट: बाढ़ के चलते इस साल दांव पर है रिकॉर्ड तीन करोड़ बच्चों का भविष्य
यूनिसेफ ने कॉप-27 के दौरान आगाह किया है कि इस साल वैश्विक स्तर पर करीब तीन करोड़ बच्चे भीषण बाढ़ की चपेट में आए ...
कैसा विकास: मानव विकास सूचकांक की 191 देशों की सूची में 132वें पायदान पर भारत
सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के 90 फीसदी देशों ने इस बार जारी मानव विकास सूचकांक में गिरावट दर्ज की है। देखा जाए मानव ...
साफ पानी, साबुन, शौचालय और टीके की कमी से लाखों पर मंडरा रहा हैजे का खतरा: डब्ल्यूएचओ
2021 के बाद से देखें तो वैश्विक स्तर पर हैजे के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 2023 में इसके सात लाख मामले सामने ...