बीस साल की बातचीत के बाद बाध्यकारी पर्यावरण संधि के अंतर्गत आएगा पृथ्वी की सतह का आधा हिस्सा
संयुक्त राष्ट्र में समुद्री जैव विविधता के संरक्षण और उसके स्थायी रूप से उपयोग के लिए एक दस्तावेज तैयार करने पर बातचीत चल रही ...
तीन दशक में 58 फीसदी बढ़ी प्रवासी बच्चों की संख्या: संयुक्त राष्ट्र
दुनियाभर में तकरीबन 27.2 करोड़ लोग अपने जन्म के देश से बाहर रह रहे हैं और इसमें तकरीबन 3.8 करोड़ बच्चे हैं। मतलब, हर ...
बांग्लादेश के 1.9 करोड़ बच्चों पर मंडराता जलवायु परिवर्तन का खतरा
यूनिसेफ की रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश के 17 जिलों में रहने वाले लगभग 86 प्रतिशत बच्चों का जीवन बाढ़ और चक्रवात के कारण खतरे ...
15 साल में धरती का 35,204 वर्ग किमी वन क्षेत्र कम हुआ
रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ती आबादी के दबाव और गरीबी के कारण भूमि क्षेत्र में बदलाव देखने को मिल रहे हैं
जग बीती: जिसने पहुंचाया नुकसान, वही उठाएगा फायदा
क्या आप जानते हैं विश्व बौद्धिक संपदा दिवस के बारे में, इसमें क्या-क्या शामिल होता है?
एक बेहतर भविष्य बनाने के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार कल के युवाओं की मदद कर सकते हैं
आखिर एक ‘स्वस्थ खुराक’ है क्या ? संयुक्त राष्ट्र ने एक पेपर में की व्याख्या
फूड सिस्टम्स समिट से पहले जारी अपने नए पेपर में संयुक्त राष्ट्र ने खाद्य-पोषण और खाद्य-सुरक्षा पर महत्वपूर्ण बिंदु सामने रखे हैं
अक्षरश: पढ़िए ग्रेटा थनबर्ग का भाषण
पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग यूएन में क्यों हो गई भावुक और उन्होंने दुनिया के नेताओं को क्या कहा? यहां पढिए पूरा भाषण।
बंजर होते भारत में झारखंड सबसे ऊपर, मरुस्थलीकरण की जद में 68.98 फीसदी हिस्सा
झारखंड में 60 से 70 फीसदी जमीन जबरदस्त अम्लीय है। ऐसे में प्रति हेक्टेयर 3 से 4 कुंतल डोलामाइट के जरिए इस अम्लीयता को ...
प्लास्टिक कचरे से निपटने के लिए एकजुट हुए 180 देश, भारत के प्रयासों की सराहना
संयुक्त राष्ट्र के देशों ने मिलकर प्लास्टिक कचरे का बड़ा कारण बन रहे पीएफओए पर वैश्विक प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
जग बीती: धरती पर चांद!
जलवायु परिवर्तन के चलते विस्थापित बच्चों के संरक्षण के लिये संयुक्त राष्ट्र ने जारी किए नए दिशा-निर्देश
संयुक्त राष्ट्र द्वारा इन मार्गदर्शक सिद्धांतों को जलवायु परिवर्तन से प्रभावित बच्चों के अधिकारों की रक्षा और कल्याण के लिए विकसित किया गया है
विश्व प्रवासी पक्षी दिवस - 14 मई 2022: पक्षियों को खतरे में डाल रहा है प्रकाश प्रदूषण
दुनिया भर में हर साल कृत्रिम प्रकाश कम से कम 2 फीसदी बढ़ रहा है और यह कई पक्षी प्रजातियों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल ...
अंतर्राष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस 2022: आपको क्यों है जानना जरूरी?
इस साल यानी 2022 में यूनाइटेड नेशंस माइन एक्शन सर्विस "सेफ ग्राउंड, सेफ स्टेप्स, सेफ होम" या सुरक्षित जमीन, सुरक्षित कदम, सुरक्षित घर थीम ...
यूएनसीसीडी कॉप-14: नई दिल्ली घोषणा पत्र से गायब हुए दो अहम मुद्दे
नई दिल्ली घोषणा पत्र में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों और वनवासियों को अधिकार दिए जाने के प्रस्ताव को शामिल नहीं किया गया
आसान पहल से दूर हो सकता है मरुस्थलीकरण का संकट
मरुस्थलीकरण रोकने के लिए वानिकी के माध्यम से खराब मिट्टी में सुधार, पानी के उपयोग की दक्षता को बढ़ाना, मिट्टी का कटाव रोकना और ...
कॉप-26: जी20 देशों के 70% किशोरों ने जलवायु परिवर्तन पर चिंता जताई
यूएनडीपी और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने जलवायु परिवर्तन पर एक बड़ा जनमत (वोटिंग) सर्वेक्षण कराया
महिलाओं की चिंता नहीं कर रही वैश्विक खाद्य प्रणाली, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
सितंबर में होने वाले खा़द्य-प्रणाली सम्मेलन से पहले संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी कि शक्ति के असमान ढांचे को समावेशी निर्णय-प्रक्रिया में तब्दील करने ...
भारत में रह रहे दुनिया के 28 फीसदी गरीब: मानव विकास सूचकांक 2019
यूूएनडीपी के वार्षिक मानव विकास सूचकांक के मुताबिक, भारत में 2005 से 2015 के दौरान लगभग 27.1 करोड़ लोग गरीब रेखा से बाहर निकल ...
बंजर होता भारत -8: गुजरात भी मरुस्थलीकरण की जद में, 50 फीसदी क्षेत्र में दिख रहा असर
दुनिया भर में जमीन का बंजरपन बढ़ रहा है। भारत में भी ज्यादातर राज्य इसकी चपेट में हैं। इसमें गुजरात भी शामिल हैं। डाउन ...
धरती को बंजर होने से रोकने के लिए खर्च हुए 46 हजार करोड़
यूएनसीसीडी के सदस्य देशों ने 2 साल में 6.4 बिलियन डॉलर तो खर्च कर दिए, लेकिन परिणाम उत्साहजनक नहीं मिले हैं
पूरी दुनिया में मूल आबादी झेल रही है गरीबी और उपेक्षा का दंश : यूएन रिपोर्ट
यूएन ने पहली बार मूल आबादी पर रिपोर्ट जारी की है। भयंकर गरीबी और उच्च बेरोजगारी के मामले में भारत की तुलना उप-सहारा अफ्रीकी ...
कोरोना के कारण गरीबी के चरम स्तर पर पहुंच सकती हैं दुनिया की 4.7 करोड़ महिलाएं: यूएन
यूएन की नई रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 के कारण महिलाओं में गरीबी की दर में 9.1 फीसदी की वृद्धि हो सकती ...
मरुस्थलीकरण के विरुद्ध: जल और भूमि संरक्षण के लिए वैश्विक एजेंडे की जरूरत
भारत में हरियाली के बिंदु पर पीएम मोदी ने दावा किया कि 2015-17 के दौरान पेड़ों और वन का दायरा 8 लाख हेक्टेयर बढ़ा ...
पेयजल के गंभीर संकट से जूझ रही है दुनिया
दुनियाभर में दस में से तीन लोगों के पास पीने का साफ और सुरक्षित पानी नहीं। अफ्रीकी देशों की हालत सबसे दयनीय