ब्रह्मांड : शून्य से अनंत तक
आपकी आंखों में चुभने वाले यह नीले, पीले और हरे रंग के धब्बे अजीब लग रहे होंगे। दरअसल ये हमारे ब्रह्मांड के शुरु होने ...
95 फीसदी ब्रह्मांड को हम नहीं जानते लेकिन क्यों?
आधुनिक खगोलविज्ञान की सबसे बड़ी खोज यह थी कि कि ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है। इस व्याख्या ने उस पुराने विचार को तोड़ दिया ...
“एआई युक्त मशीनें बदल देंगी ब्रह्मांड में मानव जीवन”
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में खगोल विज्ञान विभाग के प्रमुख व भौतिकी वैज्ञानिक अब्राहम लोएब ने डाउन टू अर्थ से नई भौतिकी को लेकर बात की
खगोल विज्ञान: ब्रह्माण्ड के तेजी से फैलने की गुत्थी सुलझाएगा यह माप
जर्नल साइंस में प्रकाशित एक नये अध्ययन में ब्रह्माण्ड के विस्तार को मापने की एक नयी विधि प्रस्तुत की गयी है, जो शायद इस ...
साल का पहला चंद्र ग्रहण आज, भारत के इन शहरों में दिखेगी उपच्छाया
उपच्छाया चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच से गुजरती है। पूर्ण ग्रहण के दौरान, पृथ्वी की आंतरिक छाया, अम्ब्रा, ...
कार्बन की अधिकता वाले तारे अपने से छोटे तारों से भारी तत्व अपने में मिला लेते हैं: शोध
सितारों पर देखे गए बढ़े हुए भारी तत्व वास्तव में उनके कम-द्रव्यमान वाले तारों के विकास के एक चरण में उत्पन्न होते हैं जिसे ...
अरबों प्रकाश वर्ष चौड़े आकाशगंगा के बुलबुले की हुई खोज: शोध
खोजा गया यह बुलबुला एक अरब प्रकाश वर्ष तक फैला हुआ है, जो दूधिया आकाशगंगा से 10,000 गुना अधिक चौड़ा है।
प्राचीन ब्रह्मांड के बारे में मिला सुराग
क्वासर की रोशनी को पृथ्वी तक पहुंचने में 13 अरब साल लग गए
नासा ने की पुष्टि, अनुमान से भी तेज हो रहा ब्रह्मांड का फैलाव
नासा के वैज्ञानिकों की खोज के मुताबिक ब्रह्मांड का विस्तार अनुमान से करीब 9 फीसदी ज्यादा तेज गति से हो रहा है।
तारों की गति के अवरुद्ध होने से आकाशगंगा में दिखते हैं काले रंग के पदार्थ
हमारे ब्रह्मांड में हो रही बकलिंग की घटनाओं का पता लगाना बहुत दुर्लभ है, अभी तक केवल 8 आकाशगंगाएं देखी गई हैं जो वर्तमान ...
इस साल का पहला तथा 20 अप्रैल को 100 साल बाद लगेगा हाइब्रिड सूर्य ग्रहण
कल लगने वाला हाइब्रिड सूर्य ग्रहण आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार या अंगूठी के आकार के सूर्य ग्रहण का मिश्रण है
पहली बार सौर प्रणाली से बाहर एक ग्रह पर कार्बन डाइऑक्साइड का चला पता
वेब टेलीस्कोप का पहला एक्सोप्लैनेट परिणाम वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद कर सकता है कि ग्रह कैसे बनते हैं
भारतीय शोधकर्ताओं ने ब्रह्मांड में तीन विशाल ब्लैक होलों की खोज की
सुपरमैसिव ब्लैक होल का पता लगाना मुश्किल होता है क्योंकि वे कोई प्रकाश उत्सर्जित नहीं करते हैं, लेकिन वे अपने परिवेश के साथ परस्पर ...
कुछ ग्रहों के अंदरूनी हिस्सों में गर्म घने हाइड्रोजन का वैज्ञानिकों ने लगाया पता
जीरो कार्बन बिजली उत्पादन तकनीक बनाने के लिए हाइड्रोजन महत्वपूर्ण है।
नासा के वेब टेलीस्कोप ने सौर मंडल के बाहर पृथ्वी जैसा दिखने वाला पहला ग्रह खोजा
खगोलविदों के अनुसार, नया ग्रह लगभग पृथ्वी के समान आकार का है जो पृथ्वी की तुलना में कुछ सौ डिग्री अधिक गर्म है
भारतीय खगोलविदों ने एक अनोखे सौर विस्फोट का लगाया पता, जो तापमान को बनाए रखता है
यह एक ऐसी खोज है जिससे यह पता चल सकता है कि, सौर विस्फोट धरती पर संचार प्रणालियों पर कैसे असर डाल सकते हैं, ...
भारतीय सारस 3 रेडियो टेलीस्कोप ने कॉस्मिक डॉन रेडियो तरंग सिग्नल की खोज के दावे का किया खंडन
अमेरिका में शोधकर्ताओं की एक टीम ने ईडीजीईएस रेडियो टेलीस्कोप के आंकड़ों का उपयोग करके शुरुआती ब्रह्मांड में तारों के उभरने के एक सिग्नल ...