रूस-यूक्रेन युद्ध: कलम नहीं अब हाथों में हैं घातक हथियार
-रूस-यक्रेन युद्ध में अब हालात ऐसे बन गए हैं कि जिन हाथों में कलम और लैब में शोध के लिए परखनली हुआ करती थीं ...
विश्व के ढाई करोड़ से अधिक शराणार्थियों के पास आसरा नहीं
शराणार्थियों की स्थिति दिन-ब-दिन भयावह होती जा रही है
महासागरीय पारिस्थितिकी तंत्र में बड़ा फेरबदल कर सकता है छोटे से छोटा परमाणु युद्ध
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस युद्ध के चलते ऐसी तबाही आएगी, जिससे उबरने में समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को दशकों का समय लग जाएगा
यूक्रेन संकट: युद्ध की भेंट चढ़ गया 48 लाख लोगों का रोजगार
यूक्रेन और रूस के बीच होते टकराव के चलते अब तक 48 लाख लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है, अनुमान है ...
खाद्यान्न संकट के हल में खाद्य प्रणालियां कितनी असरकारक!
यूक्रेन में चल रहे युद्ध ने दुनिया में खाद्य-प्रणाली पर किए जा रहे अनुसंधानों को बुरी तरह से प्रभावित किया और इसका नतीजा है ...
खाद्य संकट: दो साल में खाद्य असुरक्षा का सामना कर रही आबादी की संख्या दोगुनी हुई, संयुक्त राष्ट्र महासचिव
संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने रूसी-यूक्रेन युद्ध को देखते हुए देशों से खाद्य उत्पादन बढ़ाने और निर्यात बंद नहीं करने का आह्वान किया
तीन दशक में सूरजमुखी की खेती में 90 प्रतिशत की गिरावट, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद हरकत में आई सरकार
भारत रूस-यूक्रेन से लगभग 90 प्रतिशत सूरजमुखी का तेल आयात करता है, लेकिन युद्ध के बाद बिगड़े हालात ने केंद्र सरकार हरकत में आ ...
तरलीकृत प्राकृतिक गैस, लेकिन अमीर देशों के लिए नहीं
औद्योगिक राष्ट्रों को गहन अकार्बनीकरण करने की आवश्यकता है। वे दोबारा से जीवाश्म ईंधन में निवेश कर इसे स्वच्छ एवं हरित नहीं बना सकते
मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेशों में क्यों जाते हैं भारतीय छात्र?
भारत के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश को लेकर काफी प्रतिस्पर्धा है और यहां ट्यूशन फीस भी काफी अधिक है
महामारी से पहले की तुलना में अभी भी कम हैं 11.2 करोड़ रोजगार, थम सी गई है बहाली की रफ्तार
आईएलओ ने इसके लिए महामारी के साथ-साथ खाद्य पदार्थों, ईंधन की बढ़ती कीमतें और वित्तीय उतार-चढ़ाव को जिम्मेवार माना है, जिसने जॉब मार्किट को ...
न बारिश न साधन, हर दिन जीवन के लिए संघर्ष कर रहे लाखों अफ्रीकी परिवार
भुखमरी का आलम यह है कि करीब 72 लाख इथियोपियन खाली पेट सोने को मजबूर हैं। इसी तरह सोमालिया की करीब 40 फीसदी आबादी ...
यूक्रेन-रूस संघर्ष: गेहूं की कीमतों में हो सकती है 7.2 फीसदी की वृद्धि, बढ़ेगा उत्सर्जन
संघर्ष के कारण पैदा हुई अनाज की कमी को भरने के लिए भारत सहित अन्य उत्पादक देशों को अपने कृषि भूमि उपयोग में विस्तार ...
विकास तो दूर की बात है अभी भी दुनिया में 310 करोड़ लोगों की पहुंच से बाहर है स्वस्थ आहार: रिपोर्ट
2021 में करीब 82.8 करोड़ लोग भुखमरी का शिकार थे। यह आंकड़ा कितना विशाल है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ...
भारत सहित दुनिया में गेहूं की पैदावार में होगी वृद्धि, एफएओ ने जताई उम्मीद
एफएओ ने भारत में गेहूं के बेहतर उत्पादन का अनुमान जताया है। एफएओ के मुताबिक सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी, अनुकूल मौसम और मुनाफे ...