पानी ही नहीं, जीवन की सीख भी देती थी बावड़ियां
गुजरात और राजस्थान की बावड़ियों का अस्तित्व अब भी बचा हुआ है लेकिन उपेक्षा व भूजल का स्तर कम होने से ये सूख गई ...
इस शख्स ने चेक डैम बना कर बढ़ा दिया भूजल स्तर
अरावली की तलहटी में बसे मेवात के शमशाबाद इलाके में 2000 में भूजल स्तर 400 फुट था, जो अब 150 फुट पर पहुंच गया ...
नहीं होगी पानी की बर्बादी, जमीन के नीचे रिसाव का पता लगाना हुआ आसान
शोधकर्ताओं ने एक तकनीक विकसित की है, जिसे 'वाटर हैमर' परीक्षण के रूप में जाना जाता है। जो रिसाव वाली जगह के बारे में ...
अरावली के किले पानी के पहरेदार
रणथंभौर और चित्तौड़गढ़ के किलों के अंदर जल संचय की उत्तम व्यवस्था के कारण ही यहां रहने वाले लोगों का जीवन संभव हो पाया
नदियों का संहार
आज हमारी नदियां मर रही हैं- इनके कई हिस्सों में पानी में घुली हुई ऑक्सीजन की मात्रा शून्य है।
कहानी उस इंसान की, जिसकी वजह से तालाब बचाना मुहिम बन गया
नारायणजी चौधरी की पहचान तालाब बचाओ अभियान के प्रमुख पैरोकार के रूप में होती है
गुम हो गई मछलियों की कलाबाजी
नदी के संगम का कुंड गायब हो चुका है। चाहे जितनी बरसात हो और बाढ़ आए, एक भी डॉल्फिन नहीं आती। मंदिरों पर बने ...
मिटने लगी हैं पारंपरिक जल संचय प्रणालियां
अंडमान की पारंपरिक व्यवस्थाएं काम नहीं कर रही हैं, अगर उन पर ध्यान दिया जाए तो ये लोगों की पानी संबंधी जरूरतें पूरी कर ...
कितना सही है जल शक्ति मंत्री का दावा, गंगा में नहीं डाला जा रहा गंदे नाले का पानी
एनजीटी में हाल ही में पोल खुलने के बावजूद जलमंत्री ने दावा किया कि उत्तराखंड और झारखंड में गंदे नाले का पानी गिरना पूरी ...
"जल संचय हो ध्येय हमारा, जल संचय ही नारा"
-: जल संरक्षण पर कविता :-
मिसाल: पानी का इस्तेमाल नहीं बल्कि पूजते हैं इन गांवों के लोग
राजस्थान के गांवों में पानी को बचाने के लिए अलग-अलग तरीके आजमाए जाते हैं
गेहूं के भूसे से बनाया नया नष्ट होने वाला पोलीयूरीथेन फोम
गेहूं के कचरे से पॉलीओल्स प्राप्त किए जाते हैं, ये पॉलीओल्स उन प्रमुख यौगिकों में से एक हैं जो रासायनिक प्रतिक्रिया में एक अहम ...
पानी से परवरिश
उत्तर बिहार में पानी अथवा दलदली क्षेत्र लोगों को आर्थिक संबल और आजीविका उपलब्ध कराने में बड़ी भूमिका निभाता है
संरक्षण से ही सम्भव है समाधान
पानी का अगर हम प्राकृतिक संरक्षण बनाए रखते, बना लें या फिर बनाए रखने का प्रयास करें तो हमें पानी की कमी शायद ही ...
जमीन की उत्पादकता बढ़ाने के लिए भूजल का दोहन कितना सही?
पहले भूजल के स्रोत एक्वीफर्स को समझना और फिर उसके उपयोग या रिचार्ज की योजना बनाना जरूरी है
गोकुल का गौरव
कोंकण की पारंपरिक जल संचय विधियां आज भी प्रासंगिक हैं जिन्हें अधिकांश लोगों ने भुला दिया है
उम्मीदों के दीए
प्राचीन काल में राजाओं और प्रधानों द्वारा बनवाए गए तालाब अब भी प्रयोग में हैं लेकिन उनकी हालत बेहद खराब है।
बर्बाद दिखता भविष्य
नदी पास में न होने के कारण बेंगलुरु हमेशा तालाबों और झीलों पर निर्भर रहा है। आधुनिक बेंगलुरु के संस्थापक केंपे गौड़ा ने 15वीं ...
पानी के प्रबंधन में पिछड़े यूपी, राजस्थान और दिल्ली, गुजरात सबसे आगे: नीति आयोग
शुक्रवार को नीति आयोग द्वारा जारी जल प्रबंधन सूचकांक (सीडब्ल्यूएमआई 2.0) जारी किया है
देश में रोजाना लापरवाही से बर्बाद हो जाता है 49 अरब लीटर पानी
पानी की बर्बादी को रोकने के लिए कड़े दंड के प्रवाधन की मांग की गई है। देश में 16 करोड़ लोगों को स्वच्छ जल ...
देश की आधी आबादी सूखे की चपेट में
आईआईटी गांधीनगर के प्रोफेसर विमल मिश्रा ने बताया कि आगामी गर्मियों में लोगों को पीने के पानी की समस्या से भी जूझना पड़ सकता ...
बिजली के लिए इथोपिया के बांध निर्माण पर मिस्र का विरोध जारी
जलसंकट के चलते मिस्र ने अपने यहां चावल उगाना बंद कर दिया है। वहीं, इथोपिया के जरिए नील नदी पर बनाए जा रहे बांध ...
परंपरागत जल प्रणाली का धनी
अहमदाबाद में पानी को जमा रखने के लिए अनेक जलाशय और झील थी। 34 बराबर किनारों वाले कांकरिया तालाब का निर्माण सन 1451 में ...
ओपन वेल रिचार्ज सिस्टम से दूर हो सकता है जल संकट, केरल बना मिसाल
लागत और प्रभावशीलता के मामले में कृत्रिम ओपन वेल रिचार्ज सिस्टम और अन्य वाटर रिचार्ज सिस्टम की तुलना में लागत कम लगती है
भारत में बढ़ रही है बंजर जमीन
मिट्टी का लगातार सूखना आने वाले समय में खेती के लिए परेशानी भरा हो सकता है