जग बीती: खुदाई किसके लिए?
जग बीती: इंसानियत के लिए इंसान का कदम
जग बीती: प्यासा कौआ और अशुद्ध पानी
सूखे अगस्त में जलाशयों में रही 38 फीसदी की कमी, बहुत कम हुआ दक्षिण और पूर्वी भारत की घाटियों का जलस्तर
सीडब्ल्यूसी बुलेटिन का विश्लेषण बताता है कि अगस्त महीने में जलाशयों में लाइव स्टोरेज कुल कैपेसिटी 62 से 64 फीसदी के बीच ही बना ...
बैठे ठाले: प्यासा कौवा
“प्यास से व्याकुल कौवा भूल गया कि उस घड़े में ऊंची जाति के लोगों के लिए पानी रखा है”
पाली की पत्थर खदानों में 80 करोड़ लीटर पानी, टीडीएस कम करके होगी सप्लाई
पाली की प्यास पत्थर की खदानों से निकलने वाला पानी बुझाएगा, अकेले पाली के आसपास की खदानों से वर्तमान में 60 लाख लीटर पानी ...
पाली में पानी का संकट : तीन लाख शहरियों के लिए ट्रेन से और 20 लाख ग्रामीणों के लिए टैंकर से हो रही आपूर्ति
राजस्थान के पाली जिले के 1033 गांवों के ग्रामीणों का हलक सूख गया है। उनके गांवों में दो दशक का सबसे बड़ा संकट जारी ...
66 फीसदी जलाशयों में 40 फीसदी से कम पानी का भंडार, कृषि प्रधान राज्यों के लिए खड़ी नई चुनौती
यदि मानसून फींका रहा तो न सिर्फ पनबिजली परियोजनाओं को झटका पहुंचेगा बल्कि जायद-खरीफ फसल के लिए किसानों के सामने बड़ा संकट मंडरा सकता ...
संकट में जीवनधारा
हिमालयी धाराओं का सूखना पर्वतीय और मैदानी इलाकों के करोड़ों लोगों के लिए खतरे की घंटी है
क्या जल होगा जंग का हथियार?
भारत और पाकिस्तान के तल्ख होते रिश्तों के बीच प्राकृतिक संसाधनों के सामरिक इस्तेमाल को लेकर छिड़ी बहस
विश्व जल दिवस: जलवायु परिवर्तन से बढ़ेगी बाढ़-सूखे की घटनाएं, खाद्य सुरक्षा पर संकट
संयुक्त राष्ट्र की विश्व जल विकास रिपोर्ट कहती है कि आने वाले समय में जलवायु परिवर्तन की वजह से पानी या तो अधिक होगा ...
जलशक्ति अभियान की हकीकत: मध्यप्रदेश के राजगढ़ की दारुण तस्वीर
जलशक्ति अभियान के तहत कोई फंड नहीं मिला, हमने मनरेगा के जरिये काम कराया: जिला अधिकारी
पानी निकालना अब बच्चों का खेल !
अध्यापकों की समझदारी से बच्चों के लिए आसान हुए हैंडपंप से पानी निकालना
जलशक्ति अभियान की हकीकत: जलसंकट की ओर बढ़ता बाढ़ प्रभावित जिला
बिहार के कटिहार जिले में सालाना औसत वर्षा 1022-1210 एमएम वर्षा होती है, लेकिन इसमें से कितना वर्षा जल संचय होता है इसका कोई ...
बुंदेलखंड में पानी के संकट को लेकर अब शुरू हुई जलक्रांति
परंपरागत जल स्रोतों को फिर से जीवित करने के लिए बुंदेलखंड के बांदा जिले में कुआं और तालाब जियो अभियान शुरू किया गया है
नदियों का संहार
आज हमारी नदियां मर रही हैं- इनके कई हिस्सों में पानी में घुली हुई ऑक्सीजन की मात्रा शून्य है।
कॉप-26: गंभीर रूप से पानी की कमी से जूझ रहा है हर तीसरा बच्चा
संयुक्त राष्ट्र संघों ने जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को रेड कोड किया, जो समग्र विकास की अवधारणा पर सवाल खड़े करता ...
जल संकट पर काबू पाना हुआ मुश्किल, 27 करोड़ लोगों को करना होगा सामना
आईपीसीसी ने जलवायु परिवर्तन, मरुस्थलीकरण, भूमि उन्नयन, सतत भूमि प्रबंधन, खाद्य सुरक्षा और पारिस्थितिकी प्रणालियों में ग्रीनहाउस गैस के प्रवाह पर रिपोर्ट तैयार की ...
नदी, तालाब, चौरों की धरती क्यों हुई प्यासी
उत्तर बिहार, जहां 200 से अधिक छोटी-बड़ी नदियां, एक लाख तालाब और करीब 21 हजार छोटे-बड़े चौरा होने के बावजूद लोग पानी को तरस रहे ...
मिसाल: पानी का इस्तेमाल नहीं बल्कि पूजते हैं इन गांवों के लोग
राजस्थान के गांवों में पानी को बचाने के लिए अलग-अलग तरीके आजमाए जाते हैं
जग बीती: प्यास का कारोबार
राशन तो मिल गया, लेकिन पीने को पानी नहीं है
झारखंड की राजधानी रांची से 40 किमी दूर पर बसे आदिवासी टोले के लोग नदी का गंदा पानी छान कर पीने को मजबूर हैं
कोरोनावायरस और साफ पानी का महत्व
जिस वक्त हम सार्स-सीओवी-2 का सामना कर रहे हैं, पानी की उपलब्धता ही इस बात का निर्धारण करेगी कि हम इस लड़ाई को जीत ...
आदिवासियों के 75% गांवों में नहीं हैं स्वास्थ्य सेवाएं, 52% गांवों में नहीं हैं नल
केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा को दी गई जानकारी के मुताबिक आदिवासियों के गांवों में बुनियादी ढांचागत सुविधाएं नहीं हैं
हम एक दिन में बर्बाद करते हैं 45 लीटर पानी
पानी के बिना जिंदगी की कल्पना नहीं की जा सकती। हमारे देश में बड़ी संख्या में लोग पानी के संकट से जूझ रहे हैं, ...