अनिल अग्रवाल डायलॉग 2020: कितना भरोसेमंद है भारत में जंगलों का आंकड़ा
राजस्थान के नीमली स्थित अनिल अग्रवाल एनवायरनमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में चल रहे कार्यक्रम के आखिरी दिन जंगल से संबंधित चर्चा हुई
क्यों दूसरे पक्षियों से ज्यादा बुद्धिमान होते हैं कुछ पक्षी, क्या सिर्फ दिमाग का आकार ही रखता है मायने
जिन पक्षियों के पैलियम में अधिक संख्या में न्यूरॉन्स होते हैं उनके अधिक बुद्धिमान होने की सम्भावना सबसे ज्यादा होती है
दुधवा नेशनल पार्क में मिली पक्षियों की चार नई प्रजातियां
टाइगर, गैंडों, हाथी और घड़ियाल के लिए मशहूर दुधवा नेशनल पार्क में 18 जनवरी से 20 जनवरी तक शीतकालीन पक्षी गणना की गई
चार गुना ज्यादा तेजी से हो रहा है कई प्रजातियों का विकास, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
प्रजातियों की आनुवंशिक विभिन्नताओं के विश्लेषण से पता चला है कि दुनिया में कई प्रजातियों का विकास अनुमान से चार गुना ज्यादा तेजी से ...
जलवायु परिवर्तन के चलते तेजी से बढ़ रही है मछली, उभयचर और सरीसृप जीवों की उम्र
एक तरफ बढ़ते तापमान और हीटवेव के चलते इन जीवों की उम्र तेजी से बढ़ रही है। वहीं दूसरी तरफ इनके शरीर पर भी ...
हाथियों का शिकार कर रहे हैं बाघ, जिम कार्बेट में अध्ययन से हुआ खुलासा
कार्बेट टाइगर रिजर्व के बाघ आसान शिकार के लिए हाथियों को अपना निशाना बना रहे हैं। कार्बेट प्रशासन के इस अध्ययन ने केंद्र सरकार ...
कभी दिन के थे राजा, अब हैं रात के उल्लू
जानिए, कैसे हम मनुष्यों के हस्तक्षेप के कारण बदल रहा है जंगली जीवों का व्यवहार
अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस: दुनिया भर में 4 हजार से भी कम बचे हैं हिम तेंदुए
हिम तेंदुए अपने शरीर की लंबाई से छह गुना लगभग 30 फीट की छलांग लगा सकते हैं
जैव-विविधता पर जिनेवा सम्मेलन: आकांक्षापूर्ण लक्ष्यों की जरूरत क्योंकि पहले ही हो चुका काफी नुकसान
जानवरों और पौधों की दस लाख प्रजातियां विलुप्त होने के खतरे का सामना कर रही हैं और इनमें से हजारों तो कुछ दशकों के ...
धरती का केवल 2.8 फीसदी हिस्सा ही रह गया है अनछुआ, पिछले अनुमान से 10 गुना है कम
जो क्षेत्र आज भी अनछुए हैं उनका केवल 11 फीसदी हिस्सा संरक्षित क्षेत्रों के अंदर आता है| इनमें काफी क्षेत्र ऐसे हैं जो आज ...
वैज्ञानिकों ने इक्वाडोर में खोजी सांपों की तीन दुर्लभ नई प्रजातियां
इक्वाडोर में खोजे गए ये सांप शर्मीले और आम तौर पर दुर्लभ होते हैं तथा वे अपने जीवन के अधिकांश समय छिपे रहते हैं
जीवों के संरक्षण के लिए बेहद मददगार हो सकता है उनकी आदतों और संस्कृति को समझना
इंसानों की तरह ही हाथी, चिंपांज़ी और व्हेल जैसी प्रजातियां एक दूसरे से सीखती हैं, और अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ी तक अर्जित ...
पराग्वे में खोजी गई सांप की नई खूबसूरत विषरहित प्रजाति
विज्ञान के लिए बिलकुल नई यह प्रजाति 'फलोट्रिस शॉनेला' जहरीली नहीं होती। जो अपने चटकीले रंगों और आकर्षक पैटर्न की वजह से काफी खूबसूरत ...
केवल संरक्षित क्षेत्र घोषित करने से ही नहीं बचेगी जैवविविधता, प्रजातियों पर भी देना होगा ध्यान
शोध के अनुसार संरक्षण के लिए केवल संरक्षित क्षेत्र घोषित करना ही काफी नहीं है। इसके लिए प्रजातियों और उनके आवास को ध्यान में ...
वन्य जीव संरक्षण संशोधन अधिनियम, 2021: किसकी सुरक्षा? किसका संरक्षण ? किसका प्रबंधन?
वन्य जीव संरक्षण कानून, 1972 में संशोधन के लिए 17 दिसंबर 2021 को लोकसभा में एक अधिनियम पेश किया गया है, क्या हैं इसके ...
वैज्ञानिकों ने सफेद हाथ वाले गिब्बन की खोज की
मलेशिया के दक्षिण में विकसित हो रहे हैं सफेद हाथ वाले गिब्बन, जहां उनके वर्गीकरण और आनुवंशिकी की जांच की जाती है।
वन्य जीवों की मौत के कारण तलाशेगी कमेटी
वन्य जीवों की मौत के लिए जिम्मेवार अधिकारियों की भूमिका की भी जांच करेगी कमेटी, अधिकारियों पर शिकारियों से मिलीभगत का आरोप है
मानसून सत्र: जानिए पर्यावरण से जुड़े कौन-कौन से विधेयक संसद के इस सत्र में हो सकते हैं पेश
संसद के इस सत्र में पेश होने वाला भारतीय अंटार्कटिक विधेयक, अंटार्कटिक में पर्यावरण की रक्षा करने के साथ-साथ इस क्षेत्र में गतिविधियों को ...
जानिए क्यों एक स्थानीय समुदाय के नाम पर किया गया मेंढक की एक नई प्रजाति का नामकरण
मेंढक की इस नई प्रजाति का नाम घाना के एक स्थानीय समुदाय सगीमासे के सम्मान में कॉनरौआ सगीमासे रखा गया है, जो लम्बे समय ...
आर्थिक असमानता के कारण दुनिया में फल-फूल रहा है वन्यजीव व्यापार
1998 से 2018 के बीच 42.1 करोड़ से ज्यादा संकटग्रस्त वन्यजीवों का अंतराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार किया गया था।
वन्यजीवों के व्यापार से उनकी आबादी में आई औसतन 62 फीसदी की गिरावट
अंतराष्ट्रीय स्तर पर हर साल 10 करोड़ पौधों और जानवरों की तस्करी की जाती है| वन्यजीवों का यह व्यापार हर साल तकरीबन 145,418 करोड़ ...
जानवरों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर करती हैं इंसानी गतिविधियां
39 सालों में 167 पशु प्रजातियों पर 208 अलग-अलग अध्ययनों का संकलन और विश्लेषण करने के बाद रिपोर्ट जारी की गई है
कहां लुप्त हो गई मधुमक्खियों की 25 फीसदी प्रजातियां, 1990 के बाद से नहीं आई सामने
हाल ही में जर्नल वन अर्थ में छपे एक शोध से पता चला है कि 1990 से 2015 के बीच मधुमक्खियों की करीब एक ...
अपने ही गढ़ में क्यों ढेर हुए शेर
गुजरात के गीर राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव अभ्यारण्य में शेरों की मौत क्या वन विभाग की अनदेखी का नतीजा थी?
अनिश्चितता से घिरा 500 से अधिक पशु प्रजातियों का अस्तित्व: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने आईयूसीएन की रेड लिस्ट से 32,802 प्रजातियों की जानकारी की समीक्षा की है। इनमें से 562 प्रजातियों की पहचान गायब होने के ...