मौसम अपडेट: दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता फिर खराब होने के आसार
2 अप्रैल को दिल्ली / एनसीआर में आ सकती है धूल भरी आंधी
On: Thursday 01 April 2021


भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पर्यावरण निगरानी और अनुसंधान केंद्र (ईएमआरसी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बने रहने का अनुमान है।
दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता 1 और 2 अप्रैल को मध्यम श्रेणी में बने रहने का अनुमान है। इस दौरान पड़ोसी क्षेत्रों से तेज सतही धूल भरी हवाएं चलने के आसार हैं, जिससे प्रदूषण में पीएम10 की मात्रा सबसे अधिक होगी।
03 अप्रैल को हवा की गुणवत्ता मध्यम से खराब श्रेणी में रहने की आशंका है। बाकी 5 दिनों में हवा की गुणवत्ता काफी हद तक मध्यम से खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है।
1 अप्रैल को दिल्ली की उत्तर-पश्चिमी दिशाओं से तेज सतही हवाएं 16 से 35 किमी प्रति घंटे की गति से चलेंगी, दिन के दौरान आसमान साफ रहेगा और 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से तेज धूल भरी हवाएं चलेंगी।
2 अप्रैल को दिल्ली की उत्तर-पश्चिमी दिशाओं से मुख्य सतही हवाएं 10 से 20 किमी प्रति घंटे की गति से दिल्ली की ओर आएंगी, आसमान साफ रहेगा तथा तेज सतही हवाएं हवाएं चलेंगी जिनकी गति 20-30 किमी प्रति घंटा होगी।
3 अप्रैल को मुख्य सतही हवाएं 05 से 12 किमी प्रति घंटे की गति से दिल्ली की उत्तर-पश्चिमी दिशाओं से आएंगी और आसमान साफ रहेगा।
1 और 2 अप्रैल को पड़ोसी क्षेत्रों से दिल्ली / एनसीआर में धूल भरी आंधी आने की आशंका है।
मौसम आउटलुक
04 और 05 अप्रैल, 2021 को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में गरज के साथ हल्की बारिश / बर्फबारी का अनुमान है। पूर्वोत्तर भारत, केरल और माहे और तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में गरज के साथ छीटे पड़ने, बिजली गिरने का अनुमान है।
05 अप्रैल की रात से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की आशंका है और 06 ओर 07 अप्रेल के दौरान इस क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश / बर्फबारी होने का अनुमान है।
बंगाल की खाड़ी से निचले स्तर पर पूर्व की ओर से चलने वाली हवाओं के साथ इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण, 06-07 अप्रैल के दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में गरज के साथ हल्की वर्षा होने का अनुमान है। देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।
अप्रैल से जून के दौरान उत्तर, उत्तर-पश्चिम के अधिकांश भागों और पूर्वी मध्य भारत के कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक होने का अनुमान है। पश्चिमी तट और पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक होने के आसार हैं। हालांकि, सामान्य सीज़न से कम औसत तापमान उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में तापमान के चरम पह पहुंचने होने की आशंका है।