अवैध बोरवेलों पर कार्रवाई करेगा दिल्ली जल बोर्ड, एनजीटी को दी जानकारी
दिल्ली जल बोर्ड खासकर उन इलाकों में अवैध बोरवेलों पर कार्रवाई करेगा, जहां पानी का बेहद ज्यादा दोहन या मुनाफाखोरी के लिए उपयोग किया जा ...
विश्व धरोहर दिवस 2024: क्या है इतिहास, महत्व और थीम, सब यहां जानें
अपने स्थानीय सांस्कृतिक प्रतीकों और स्मारकों का दौरा करें और उनके संरक्षण के लिए आगे आएं
कश्मीर के पीर पंजाल में सिकुड़ रहे 122 ग्लेशियर, पैदा हो सकते हैं कई अनचाहे खतरे
रिसर्च से पता चला है कि जो ग्लेशियर क्षेत्र 1980 में करीब 25.7 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला था, वो 2020 में घटकर महज ...
उत्तर भारत में कई जगह गिरेंगे ओले, सौराष्ट्र कच्छ में भीषण लू, जानें पूरे देश के मौसम का हाल
कल, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग इलाकों में लोगों को भीषण लू का प्रकोप झेलना पड़ा, वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी ...
एक साथ चलती हैं पानी और संस्कृति, समाज की विफलता की निशानी है पानी का न बचना
भले ही पानी की सुविधा कई गांवों में “उपलब्ध” हो गई है, लेकिन ऐसे गांवों की संख्या भी बढ़ी है, जहां पानी फिर से ...
आंतों से शरीर के दूसरे अंगों तक राह बना रहा माइक्रोप्लास्टिक, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
रिसर्च से पता चला है कि माइक्रोप्लास्टिक्स हमारे पाचन तंत्र को प्रभावित कर रहे हैं। साथ ही यह आंत से शरीर के दूसरे अहम ...
जलवायु संकट: जलवायु रिकॉर्ड का सबसे गर्म वर्ष होगा 2024, वैज्ञानिकों ने जताई 55 फीसदी आशंका
बढ़ता तापमान न केवल धरती को प्रभावित कर रहा है, इससे समुद्र भी सुरक्षित नहीं है। मार्च 2024 में समुद्र के औसत तापमान को ...
अगले 500 वर्षों में जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक प्रभावित होंगे बोरियल वन और टुंड्रा क्षेत्र
अध्ययन में साल 2500 तक पूरी धरती के पारिस्थितिकी तंत्र के वितरण पर जलवायु परिवर्तन का क्या प्रभाव पड़ेगा इसका पता लगाया गया है
डाउन टू अर्थ हिंदी प्रिंट संस्करण
आवरण कथा: अकेलेपन की चुभन
अकेलेपन की समस्या इतनी गंभीर हो गई है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसके समाधान के लिए सामाजिक जुड़ाव से संबंधित एक आयोग की ...
भाग एक : चीनी से बचने के लिए कहीं आप भी तो नहीं खा रहे शुगर फ्री गोलियां
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया है कि एस्पार्टेम (आर्टिफिशियल या केमिकल स्वीटनर) से मनुष्यों को कैंसर का खतरा है। इसकी वजह से शुगर के ...
डाउन टू अर्थ खास: क्या अपने जंगलों की पहचान की चुनौतियों से जूझ रहा है भारत?
सुप्रीम कोर्ट ने 1996 में फैसला दिया था कि कोई भी क्षेत्र जो शब्दकोष के मुताबिक जंगल की परिभाषा पर खरा उतरता हो, उसे ...