प्रवासी मजदूरों के लिए मेधा पाटकर ने शुरू की 48 घंटे की भूख हड़ताल
लॉकडाउन की वजह से पैदल लौट रहे प्रवासी मजदूरों को सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग को लेकर मेधा पाटकर 48 घंटे के सांकेतिक अनशन ...
कानून लागू किया होता तो मजदूरों काे ये दिन नहीं देखने पड़ते
लगभग 8.5 करोड़ निर्माण मजदूरों के लिए 1996 में एक कानून बनाया गया था
पीलीभीत की प्रसिद्ध बांसुरी की धुन पर कोरोना का लॉकडाउन
लॉकडाउन की वजह से उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले की प्रसिद्ध बांसुरी कारोबार से जुड़े लोग भी रोजी-रोटी के संकट से जूझ रहे हैं
पत्नी की पायल बेच कर किया बच्चों के खाने का इंतजाम
सतना जिले के गांव केओटरा में निषाद समुदाय के लोग नाव चलाकर आजाविका कमाते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से सब थम गया है
गांवों में नकदी तक पहुंचा रहा है राजस्थान का यह स्वयंसेवी संगठन
स्वयंसेवी संगठन राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में अपने-अपने स्तर पर लोगों की सहायता कर रहे हैं
कोरोना से लड़ाई में आदिवासियों का साथ दे रहा है यह स्वयंसेवी संगठन
कोरापुट देश के उन जिलों में से है जहां 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी आदिवासियों की है। यहां प्रगति नामक यह संगठन लोगों के ...
क्या लॉकडाउन खुलने के बाद लौट आएंगे पहाड़ गए लोग?
लॉकडाउन की घोषणा होते ही प्रवासी वापस अपने गांव लौट गए, लेकिन क्या ये वहीं रह पाएंगे, क्या वहां की सरकारें इन्हें रोकने के ...
दशक पर एक नजर: कृषि संकट के लिए किया जाएगा याद
नई सदी के दूसरे दशक के दौरान हुए महत्वपूर्ण घटनाओं की एक श्रृखंला: पहली कड़ी में पढ़ें, कृषि संकट के लिए क्यों याद किया ...
युवा होती दुनिया में क्यों बढ़ रहा है गुस्सा?
आज के समय में युवा असंतुष्ट हैं और गुस्से में है। इंटरनेट के इस जमाने में उनके गुस्सों को भुनाया जा सकता है, इसलिए ...
आधे से ज्यादा आदिवासियों ने घर छोड़ा
आदिवासी खेती से मुंह मोड़ रहे हैं। हर दूसरा आदिवासी परिवार असंगठित क्षेत्र में मजदूरी कर गुजर-बसर को मजबूर है
आज के दौर में गांधी की प्रासंगिकता सबसे अधिक
जब नैतिक सिद्धांत राजनीति से लगभग गायब हो गए हैं, तो गांधीवादी मूल्य एक प्रभावी विकल्प के रूप में दिखाई देते हैं
कोरोना काल में लौटे प्रवासियों को रोक पाएगा उत्तराखंड?
कोरोना काल में उत्तराखंड में 3.30 लाख से अधिक प्रवासी लौटे हैं, लेकिन इनमें से कितने प्रवासियों को राज्य सरकार रोक पाएगी?
बिना हथकरघा बोर्ड के राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मना रही है सरकार
केंद्र सरकार ने हाल ही में अखिल भारतीय हथकरघा बोर्ड को समाप्त कर दिया है
दुनिया भर के कुल विस्थापन में भारत की हिस्सेदारी 20 फीसदी
डाउन टू अर्थ स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2020 इन फिगर्स में भारत सहित दुनिया भर में हुए विस्थापन का विवरण दिया गया है
भूखे बच्चों के लिए जिंदगी में पहली बार हाथ फैलाया
राजस्थान के सवाई माधोपुर से मध्यप्रदेश की शिवपुरी लौटी सुमित्रा और उसके परिवार की कहानी
कितना मुश्किल है गुजरात से लौट रहे प्रवासियों को श्रमिक ट्रेन तक पहुंचना
गुजरात के सूरत और अहमदाबाद में फंसे प्रवासियों ने बताया कि उन्हें श्रमिक ट्रेनों तक पहुंचने के लिए क्या-क्या करना पड़ रहा है
पथ का साथी: दुख-दर्द और अपमान के साथ गांव लौट रहे हैं प्रवासी
डाउन टू अर्थ हिंदी के रिपोर्टर विवेक मिश्रा 16 मई 2020 से प्रवासी मजदूरों के साथ ही पैदल चल रहे हैं। इसे एक श्रृंखला ...
प्रवासियों ने क्यों छोड़ा शहर
राज्य सरकारें प्रवासियों को सुविधा देकर उनकी यात्रा को सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित बना देतीं तो संक्रमण फैलने की आशंका कम हो जाती
कोविड-19: महज एक तिहाई प्रवासी मजदूरों को ही मिल रहा राहत घोषणाओं का फायदा
आईएचडी के आकलन के अनुसार अल्पकाल के लिए काम की तलाश में बार-बार आने-जाने वाले करीब 5 करोड़ प्रवासी सरकार की लाभुकों की शिनाख्त ...
हिमाचल का यह गांव, जहां इंसान या चीजों को छूने पर लिया जाता है जुर्माना
12 हजार फुट की ऊंचाई पर बसे हिमाचल का गांव मलाणा विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है, लेकिन कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए ...
लॉकडाउन ग्रामीण अर्थव्यवस्था: पहाड़ पर बिगड़े हालात
लॉकडाउन की वजह से उत्तराखंड के किसानों की आमदनी खासी प्रभावित हुई है
लॉकडाउन ग्रामीण अर्थव्यवस्था: हाट बंद होने से छत्तीसगढ़ के आदिवासी परेशान
छत्तीसगढ़ का धमतरी जिला न केवल भारत, बल्कि एशिया में लाख के बाजार के लिए मशहूर है। लेकिन...
आर्थिक सर्वेक्षण 2020: खाद्य पदार्थों की कीमतों में उछाल से बढ़ी महंगाई
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, जुलाई 2018 से शहरी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) ग्रामीण सीपीआई से लगातार ऊंची रही है
आर्थिक सर्वेक्षण 2020: किसानों की कर्ज माफी रोकने के लिए कानून बनाए सरकार
आर्थिक सर्वेक्षण में किसानों की कर्ज माफी रोकने और उनकी आमदनी दोगुनी के लिए मशीनीकरण को बढ़ावा देने की सिफारिश की गई है
कोरोना महामारी में सबसे ज्यादा संकट और दबाव में हैं गांव की महिलाएं : आईएफएडी
अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस पर यूएन की ओर से कहा गया कि इस वक्त देश की सरकारों को सबसे ज्यादा ग्रामीण महिलाओं की सुरक्षा ...