हंसी के पात्र भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन
लगातार दो शासन काल में जिस पैमाने पर जनता के पैसों की लूट हुई है, उसने भ्रष्टाचार विरोधी मुहिमों को असफल साबित कर दिया ...
मूल विज्ञान को अनाथ होने से बचाने की चुनौती!
तकनीक प्रदर्शनी के युग में मौलिक विज्ञान को बचाने की चुनौती भारत के सामने अधिक है, राजनीतिक नेतृत्व को इसे स्वीकारना चाहिए
वन क्षेत्र में वृद्धि वाले दस देशों में भारत भी शामिल: एफएओ
एफएओ ने 2010 से 2020 के दशक में दुनिया भर के वन संसाधनों का मूल्यांकन के बाद रिपोर्ट जारी की है
कोविड 19: वैश्विक मंचों पर तेजी से उठ रही कर्ज चुकाने में राहत की मांग
विकासशील देश पर कर्ज का बड़ा दबाव बन रहा है। वहीं दुनिया भर में इस महामारी से लड़ने के लिए अतिरिक्त बिना भार वाले ...
चंद्रयान तीन: वैज्ञानिक उपलब्धियों को भुनाने का मर्ज पुराना!
चंद्रयान तीन मिशन भारत का केवल तकनीकी प्रदर्शन भर नहीं है, बल्कि इसे राजनीतिक हथियार के रूप में भी चुनाव में इस्तेमाल किया जाएगा
Unusually long La Niña displaced record number of people in 2022
In India, disasters were mostly weather-related and displaced 2.5 million people in 2022, according to the Global Report on Internal Displacement
अमेरिका में पैठ जमा रही है गरीबी, क्या हैं मायने
पूंजीवादी व्यवस्था में श्रमिकों से ज्यादा हासिल करने और मालिक जितना संभव हो उतना कम देने की कोशिश में हैं
युवाओं का व्यापक असंतोष क्या वैश्वीकरण का घड़ा फूटने का संकेत है?
दुनिया की युवा आबादी एक ऐसी मुक्त बाजार वाली दुनिया में पली-बढ़ी है, जहां उसने 'प्रतिबंधित अर्थव्यवस्था' नामक किसी चीज के अस्तित्व जाना ही नहीं है
असमानता की रिपोर्ट में फिर सामने आई एक और हकीकत
‘असमानता की रिपोर्ट’ की मानें तो देश में समृद्धि का पैसा गरीब आदमी तक रिसकर भी नहीं पहुंच रहा
First lesson in governance for PM Modi: Legislative tapasya (penance) is all about listening to outer world, not inner self
Union government will repeal all 3 controversial farm laws, Modi declares on Gurupurab
पर्यावरण के क्षेत्र में बड़ी ताकत बन कर उभर रहा है चीन
नया ध्रुवीकरण साफ तौर पर पर्यावरण को अपनी सुविधानुसार इस्तेमाल करने की गलत नीतियों का परिणाम है
महामारी ही नहीं, डूबती अर्थव्यवस्था को भी उबारेगी वैक्सीन
विकसित देशों में वैक्सिनेशन तेज होने से अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है, लेकिन गरीब देशों को उबरने में समय लगेगा
भारत में वापस लौटी सामूहिक गरीबी
दुनिया में सबसे तेजी से गरीबी कम करने वाले भारत में 45 साल के बाद एक साल में सबसे ज्यादा गरीब बढ़े
पड़ताल: पंजाब-हरियाणा जैसा मंडी सिस्टम क्यों चाहते हैं दूसरे राज्यों के किसान?
देश के दूसरे राज्यों के किसान अपने जीवनयापन के लिए पंजाब या उसके पड़ोसी राज्य हरियाणा जैसे सपोर्ट सिस्टम की मांग कर रहे हैं
I, onion: An authorised biography of the humble vegetable
Onions are so ubiquitous on people’s plates that fluctuations in the tuber’s prices can make or break electoral fortunes; cultivators …
भारत क्यों है गरीब-3: समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों के बीच रहने वाले ही गरीब
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गरीबी उन्हीं इलाकों में ज्यादा है, जहां प्राकृतिक संपदा प्रचुर मात्रा में है। इन लोगों की क्षमता इतनी भी नहीं ...
Farmers stare at another loss despite good rains. They need a boost from govt
Indian farmers have accumulated huge debts due to crop damages and less remunerative price for produce
As Fani looms large, we should remember what a cyclone costs Odisha
Odisha, which is bracing up for the extremely severe cyclone that’s predicted to make landfall on May 3, faces two natural disasters every year
'Indian elections will always be unpredictable'
For 25 years, economist Ruchir Sharma has travelled the length and breadth of India analysing voting paterns, sociological landscapes and nuances …
Election Commission, NGT, environment ministry say no to plastics in 2019 poll campaigning
Efforts are on for the first time to reduce the use of non-degradable materials during the upcoming general elections
Why is Earth’s driest place flooding and snowing?
The Atacama Desert in Chile is witnessing rains like never before, including regions that never recorded rains in history
“नया भारत” कितना नया?
स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाना गौरव की बात है लेकिन “नया भारत” बनाना लिखित संबोधन से कहीं बढ़कर है
आधा समय गुजरा, किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य अब भी दूर की कौड़ी
इस दर से वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकेगा। इसे हासिल करने में 25 ...
Niti Aayog’s new strategy: A call for growth or acceptance of failure
Celebrating India's 75th year of Independence is a matter of pride, but achieving a "New India" needs more than a textual articulation
ऊंची कीमत के बाद भी घाटे में क्यों है किसान?
खेतीबाड़ी करने वाला पांच लोगों का एक परिवार एक दिन में 221 रुपए कमाता है जो एक व्यक्ति की न्यूनतम दिहाड़ी मजदूरी से भी ...