वायु प्रदूषण से बच्चों को बचाने के लिए कुछ तो कीजिए
हम प्रदूषण के सभी स्रोत कम कर सकते हैं। तब भी जब हवा न चल रही हो। साफ हवा हमारा हक है, लेकिन इसके लिए ...
स्वच्छ हवा और मेरी चिंताएं
सर्दी के आते ही प्रतिकूल मौसम होने के कारण दिल्ली की हवा घातक और विषाक्त हो चुकी है
CoP18, Doha: An assessment A Gateway that leads nowhere
For the past 20 years, the world has been haggling about who will cut greenhouse gas emissions and how much.
जंगल के सवाल
फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा तैयार द स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2017 उपग्रह से प्राप्त चित्रों से निर्मित है। इससे पता चलता है कि ...
चूक गए तो चुक गए
ऐसा नहीं है कि सिर्फ मध्य प्रदेश में ही किसान सड़कों पर हैं, समृद्ध और ज्यादा उत्पादक राज्यों में कृषि की हालत भी खराब ...
विपदा नई, इलाज पुराना
बाढ़ और सूखे के असर को कम करने का केवल एक उपाय है। वह है लाखों, करोड़ों जल संरचनाओं को बनाने की तरफ ध्यान ...
हर बूंद मायने रखती है
जलस्रोतों को कानूनी संरक्षण की जरूरत है ताकि वर्षा जल को संचय किया जा सके। ज्यादातर राज्य दावा करते हैं कि उन्होंने कारगर कदम ...
वैध-अवैध के बीच की कहानी
हम जानते हैं कि प्रदूषण कहां है। हम इसे देख सकते हैं लेकिन साबित नहीं कर सकते। नमूनों के लेने की प्रक्रिया में समस्या ...
“मानव निर्मित” आपदा
केरल में जो हुआ वह पूरी दुनिया में हो रहा है। यह एक असहज करने वाला तथ्य है कि हमारे पास बदलते मौसम से ...
नदियों का संहार
आज हमारी नदियां मर रही हैं- इनके कई हिस्सों में पानी में घुली हुई ऑक्सीजन की मात्रा शून्य है।
हमारे बच्चे, हमारा भविष्य, हमारे मार्गदर्शक
जलवायु परिवर्तन के खिलाफ 16 साल की ग्रेटा अर्नमैन थन्बर्ग की लड़ाई आगे बढ़ रही है। इससे हम सबक ले सकते हैं।
समझौते के तीन दशक बाद मरुस्थलीकरण पर चेती दुनिया
भारत में मरुस्थलीकरण के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (कॉप14) चल रहा है। पढ़ें, सुनीता नारायण का यह लेख, जो बताता है कि तीन दशक बाद यह ...
वक्त जागने का
आईपीसीसी रिपोर्ट भविष्य में बढ़ने वाले तापमान के खतरे को इंगित करती है। यह चुनौती ऐसे समय में आई है जब दुनिया के पिछड़े ...
समावेशी विकास की ओर जाना होगा
सरकार अर्थव्यवस्था को औपचारिक रूप देने के लिए जितना काम करती है, परिस्थितियां लोगों को गैरकानूनी और अनौपचारिक व्यापार अपनाने को उतना मजबूर करती ...
कितनी राहत देगा “पाप” कर?
सोफ्ट ड्रिंक्स में कर की दर 40 प्रतिशत की गई है। इनमें सभी कोला और जंक पेय पदार्थ शामिल हैं जिनमें बड़ी मात्रा में ...
असुविधाजनक शोध क्यों रोकता है कारपोरेट जगत?
कीटनाशक विषाक्तता पर शोध न के बराबर हुआ है। वायु प्रदूषण पर किए जा रहे शोधों से निपटने के लिए भी यही रणनीति अपनाई ...
आहार का आधार
भारत भैंस के गोश्त का बड़ा निर्यातक है और अत्यधिक मांसभक्षण की इस बुरी आदत से फायदा उठाता है।
व्यवहार की गुत्थी
सरकार का खुद का आंकड़ा बताता है कि सूचना, शिक्षा और संचार के लिए आवंटित धन में से केवल 0.8 प्रतिशत ही खर्च किया ...
Good food is First Food and we must nurture its economy
Diversity on your plate can protect diversity out there as well as boost livelihood
पर्यावरण का अनुपम स्मृति पाठ
पर्यावरणीय आंदोलन का मतलब तकनीकी, पेड़, चीता और भालू के बारे में नहीं है, यह लोगों और समाज की मानवीयता के लिए है।
युवा होती दुनिया में क्यों बढ़ रहा है गुस्सा?
आज के समय में युवा असंतुष्ट हैं और गुस्से में है। इंटरनेट के इस जमाने में उनके गुस्सों को भुनाया जा सकता है, इसलिए ...
दशक पर एक नजर: विस्फोटक दुनिया में हम
विकास ने पर्यावरण को काफी प्रभावित किया है, इसलिए 2010-2019 का दशक आखिरी मौका है कि हम ठोस और सही कदम उठाएं
जलवायु परिवर्तन के नाम पर हो रहा कार्रवाई का ढकोसला
यह गौर करने वाली बात है कि जलवायु समझौतों में जिन तरकीबों की काफी प्रशंसा होती है, वे प्रायः पेचीदा समझौतों पर जाकर खत्म ...
Migration: I am biased, for people
We must not build a divisive agenda on migration, otherwise it will lead to endless spread of hatred
Of pests and climate change
The locust attack in western India is not just another local phenomoenon. Eventually, it traces back to climate change