रस्म अदायगी बन गई है वायु प्रदूषण से निपटने की कवायद
हकीकत यह है कि हमें प्रदूषण के स्रोत के बारे में पूरी जानकारी है, भले ही हर क्षेत्र का इसमें योगदान अलग-अलग मौसम में ...
तरलीकृत प्राकृतिक गैस, लेकिन अमीर देशों के लिए नहीं
औद्योगिक राष्ट्रों को गहन अकार्बनीकरण करने की आवश्यकता है। वे दोबारा से जीवाश्म ईंधन में निवेश कर इसे स्वच्छ एवं हरित नहीं बना सकते
जल और अपशिष्ट ज्ञान से संवरेगा जल भविष्य
हम अपनी नदियों का स्थायी प्रबंधन तब तक नहीं कर सकते जब तक कि हम अपशिष्ट प्रबंधन की अपनी प्रणाली को ठीक नहीं करते
The numbers behind: Climate change
The planet can barely afford any more carbon emissions. But we need to continue to emit for our survival and development. What is the carbon …
प्लास्टिक पुनर्चक्रण की राजनीति
उद्योग जगत ने एक बार फिर नीति निर्माताओं को समझा दिया है कि प्लास्टिक कचरा कोई समस्या नहीं है क्योंकि हम लगभग हर चीज ...
ऐसी हो बाघ संरक्षण की नई रूपरेखा
नया संरक्षण एजेंडा बाघ बनाम आदिवासियों के इर्द-गिर्द नहीं घूमना चाहिए, बल्कि यह बाघों और लोगों के बारे में होना चाहिए
कैसे मिल सकती है जीवाश्म ईंधन से मुक्ति?
अब स्वच्छ ऊर्जा के विकल्प को चुनने का दवाब कमोबेश उन देशों के ऊपर है जो न केवल उत्सर्जन के लिए कम जिम्मेदार हैं ...
क्या हो कॉप-26 का एजेंडा
अक्टूबर के अंत में ग्लासगो में शुरू हो रहे कॉप-26 का एजेंडा क्या होना चाहिए, बता रही हैं पर्यावरणविद सुनीता नारायण
नई दुनिया का नया चेहरा
हमें यह देखना होगा कि इस बार व्यापार के नियम हमारे और हमारी धरती के पक्ष में काम करेंगे या खिलाफ
और तेज करने करने होंगे पानी को बचाने के प्रयास
जल भंडारों के बेहतर भविष्य के लिए स्थानीय समुदायों को अधिक अधिकार दिए जाने की आवश्यकता है
Turn around India’s water story
Give local communities greater control over water structures for a secure future
भोजन कैसे उगाया जाए, इस पर फिर से सोचने की जरूरत
हमें इस बात पर चर्चा करने की जरूरत है कि खेती की लागत कम रखकर भी किसानों का मुनाफा कैसे सुनिश्चित किया जाए
जलवायु परिवर्तन के युग में जल
पानी को बचाने केलिए अब जुनून के साथ-साथ संकल्प एवं दृढ़ता की भी आवश्यकता है, सुनीता नारायण का आलेख-
साफगोई: आज बेंगलुरु, कल आपका शहर
जलवायु संकट के इस दौर में जल अभियंताओं को जमीनी हकीकत समझनी होगी और फिर से विचार कर कदम उठाने होंगे
Paris Agreement turns 5: Time to demand real, drastic action NOW
The impacts of climate change have been clear every year since the landmark deal, but the necessary transformation to a new energy …
बाइडन के सामने बदलाव की चुनौती
अमेरिका में बाइडन-हैरिस जीत चुके हैं यह सच है, लेकिन ट्रंपवाद का अंत नहीं हुआ है, यह भी उतना ही बड़ा सच है
कॉप-26: कार्बन बजट और उत्सर्जन के इन सवालों पर हो बात
धरती की कार्बन उत्सर्जन झेलने की क्षमता अब लगभग खत्म हो चली है। फिर भी हमें अपने अस्तित्व और विकास के लिए उत्सर्जन करना ...
Reinvent tiger conservation
The new conservation agenda should not revolve around tigers versus tribals. It has to be about tigers and people
पराली के लिए किसानों को कोसना कितना सही?
धान की पुआल को हम वाहनों का ईंधन में बदल सकते हैं। पुराने पावर प्लांट में कोयले के बदले पुआल का इस्तेमाल हो सकता ...