नदियों के घर में रहने वाले लोग प्यासे
उत्तराखंड के 43 फीसदी इलाकों में पानी की न्यूनतम उपलब्धता भी नहीं
जल संकट का समाधान: युवाओं ने संभाली कमान, पहाड़ पर बना दी खाल-चाल
उत्तराखंड के पौड़ी जिले में युवाओं ने पानी को बचाने की कमान संभाली और पहाड़ पर चाल-खाल बना कर पानी इकट्ठा करना शुरू कर ...
उत्तराखंड में भूजल कानून की तैयारी, क्या हैं मायने?
नदियों के प्रदेश उत्तराखंड में भी पांच ब्लॉक ऐसे हैं जहां भूजल संकट है। इनमें से दो ब्लॉक हरिद्वार में और तीन ब्लॉक उधमसिंहनगर ...
कम हुई नैनी झील की गहराई, अस्तित्व पर संकट के आसार
पिछले वर्ष नवंबर में इसरो की टीम ने झील का परीक्षण किया था, 10 फरवरी को इसकी रिपोर्ट नैनीताल जिला प्रशासन को सौंपी गई ...
सुसवा नदी में बह कर आ रहा है प्लास्टिक, खेती को नुकसान
उत्तराखंड की सूख चुकी नदियों में शामिल सुसवा नदी में बरसात के बाद पानी आया तो यह पानी लोगों के लिए मुसीबत बन गया
क्यों डूबा उत्तराखंड का टाइटैनिक
सवाल ये है कि जो सरकार एक मरीना नहीं संभाल पायी, वो उसी टिहरी झील में सी-प्लेन उतारने के सपने बेच रही है।
बांध परियोजनाओं के खिलाफ नए सिरे से आंदोलन की तैयारी
मातृ सदन आश्रम, हरिद्वार ने दो दिन की गोष्ठी का आयोजन किया है, जिसमें प्रधानमंत्री से अपना प्रतिनिधि भेजने की अपील की गई है
Damage due to heavy rains in Uttarakhand’s Kotdwar point to greater need for rainfall and water level monitoring
Removing illegal encroachments and climate resilient infrastructure need of the hour
धधकता हिमालय: सर्दियों में भी जल रहे हैं उत्तराखंड के जंगल, पीने के पानी का भी संकट बढ़ा
9 से 16 जनवरी के बीच उत्तराखंड में 600 से अधिक वनाग्नि के अलर्ट जारी किये जा चुके हैं