Saving traditional water harvesting systems in Uttarakhand
If India’s hilly areas such as Uttarakhand have to be protected from any major water crisis, it is very necessary to maintain and protect …
परंपरा की उपेक्षा से प्यासी मरुभूमि
गुजरात के थार में भूजल तेजी से गिरता जा रहा है और तालाब बदहाली के दौर से गुजर रहे हैं
बीजापुर का वैभव
औरंगजेब से हारने के बाद आदिल शाही वंश ने इस्लामी इमारतों के रूप में समृद्ध विरासत छोड़ी। इसके साथ ही उन्होंने शहर में जल ...
चुरु के खजाने
मॉनसून के जल को एकत्रित करने के लिए तैयार कुंड बदहाली से गुजर रहे हैं
सस्ता, सुलभ, सरल ज्ञान
गोंड शासन वाले क्षेत्र के जलाशय अद्भुत इंजीनियरिंग तकनीक को दर्शाते हैं। गोंडों ने नई सिंचाई परियोजनाओं को शुरू करने वालों को खेत उपलब्ध ...
अद्भुत जल सुरंगें
सुरंगम पहाड़ी के अंदर बना एक तरह का क्षैतिज कुआं है, जिससे कठोर चट्टानों से रुका पानी बाहर आ जाता है। अक्सर इस पानी ...
राजस्थान में नहीं थीं बारहमासी नदियां, फिर भी नहीं था पानी का संकट
राजस्थान में पानी के लगभग सभी प्राकृतिक स्त्रोतों की उत्पत्ति के बारे में पौराणिक किस्से हैं
डगमगाया डीग
भरतपुर की पारंपरिक जल संचय प्रणालियों से सीख लेना तो दूर, आज के अधिकारी पुराने समय की जलापूर्ति व्यवस्थाओं का रखरखाव करने में भी ...
एक रहस्यमय तालाब के ही इर्द-गिर्द हुई थी जम्मू शहर की उत्पत्ति!
अर्द्ध पर्वतीय क्षेत्र कंडी में तालाब पेयजल का प्रमुख स्रोत रहे हैं। 1960 के दशक के बाद तालाबों की बदहाली का दौर शुरू हुआ ...
पारंपरिक ज्ञान में छिपे जल विवाद समाधान के सूत्र
देश में 17 अंतरराज्यीय नदियां हैं, इसलिए जल विवादों का होना असामान्य बात नहीं है। लेकिन जल बंटवारे को लेकर स्थायी समझ का नहीं ...
Breakdown
Government is sponsoring unsustainability at the cost of traditons which have sustained India
जूड़शीतल: चूल्हों को अवकाश, तालाबों-कुओं की सफाई वाला मिथिला का अनूठा पर्व
मेष संक्रांति और उससे अगले दिन मनाए जाने वाले इस त्यौहार में जलस्त्रोतों और प्रकृति को बचाने के प्रति लोगों की ललक देखने को मिलती ...
Hands that held rain
Stories of common citizens who transformed their environments through rainwater harvesting
India needs to conserve waterbodies and value them
Let’s not destroy our waterbodies in the name of development and rather value their importance
मिटने लगी हैं पारंपरिक जल संचय प्रणालियां
अंडमान की पारंपरिक व्यवस्थाएं काम नहीं कर रही हैं, अगर उन पर ध्यान दिया जाए तो ये लोगों की पानी संबंधी जरूरतें पूरी कर ...
Ancient wisdom
TRADITIONAL WATER HARVESTING SYSTEMS: AN ECOLOGICAL ECONOMIC SURVEY·Edited by B C Barah·New Age International Publishers· 1996
गोकुल का गौरव
कोंकण की पारंपरिक जल संचय विधियां आज भी प्रासंगिक हैं जिन्हें अधिकांश लोगों ने भुला दिया है
उम्मीदों के दीए
प्राचीन काल में राजाओं और प्रधानों द्वारा बनवाए गए तालाब अब भी प्रयोग में हैं लेकिन उनकी हालत बेहद खराब है।
बदलाव से बर्बादी
केरल के कासरगोड जिले की सिंचाई पद्धति में सरकारी दखल के बाद कच्चे बांधों की परंपरा को भारी नुकसान पहुंचा है।
जल संकट का समाधान: बारिश की एक बूंद बेकार नहीं जाने देते ये गांव
चिड़ावा पंचायत क्षेत्र में बारिश के पानी का भंडारण कर 66 गांवों की प्यास बुझाई जा रही है
पाट में झलकती पटुता
पाट प्रणाली के अंतर्गत पहाड़ी से नीचे बहते हुए पानी को खास तरह से सिंचाई-नालों की तरफ मोड़ दिया जाता है
परंपरागत जल प्रणाली का धनी
अहमदाबाद में पानी को जमा रखने के लिए अनेक जलाशय और झील थी। 34 बराबर किनारों वाले कांकरिया तालाब का निर्माण सन 1451 में ...
पानी से घिरे फिर भी प्यासे
शोंपेन आदिवासियों को बुलेटवुड लकड़ी शायद ही कभी मिल पाती है। इसी के चलते लट्ठों से बांधों का बनना भी धीरे-धीरे कम होता जा ...
Water: The clock is ticking
Day Zero has been postponed to next year for Capetonians. When is your turn? Are you ready?
जल की अग्निपरीक्षा
स्थानीय समुदाय को जल संरचनाओं का स्वामित्व देना, लोकतंत्र को मजबूत करना और शक्तियों का हस्तांतरण। इससे जल का कुप्रबंधन रोका जा सकता है