वृक्ष मानव विश्वेश्वर दत्त का जाना
जिस समय विश्वेश्वर दत्त सकलानी पेड़ उगाने की अपनी धुन में रमे थे, उस समय में पर्यावरण नाम का शब्द हमारे शब्दकोष में नहीं ...
बंजर होते हिमालय
ओक के वनों के मुकाबले चीड़ के वनों की रीचार्ज क्षमता एक तिहाई ही है। चीड़ के वनों के कारण ही शुद्ध रीचार्ज दर ...
प्रयास से आस
उत्तराखंड में पलायन रोकने और पशुपालन को प्रोत्साहित करने के लिए बकरी स्वयंवर की अनूठी पहल की गई है। स्वयंवर को सफल बनाने के ...
विकास की आंधी, पेड़ों की आहुति
उत्तराखंड में बांधों का निर्माण, सड़क चौड़ीकरण, ऑल वेदर रोड, भव्य भवन निर्माण और अब रेल लाइन निर्माण आदि कार्यों से विनाश के दरवाजे ...
धारा में साझेदारी
दो गांवों के बीच समझौते के तहत ‘सूर्योदय से सूर्यास्त’ और ‘सूर्यास्त से सूर्योदय’ के बीच होता है धाराओं के पानी का बंटवारा
उत्तराखंड में जंगली सुअर का आतंक
पहले जंगली सुअर सिर्फ खेती को नुकसान पहुंचाते थे, लेकिन अब यह घर-आंगन तक पहुंचने लगे हैं
चारधाम परियोजना की आड़ में नए निर्माण कार्य!
अधिवक्ता संजय पारेख ने बताया कि जनवरी महीने में आए कोर्ट के आदेश के बाद चारधाम परियोजना के तहत जारी निर्माण कार्यों की आड़ ...
गंदगी के ढेर पर चुनाव लड़ने वाले कैसे बनाएंगे साफ-सुथरी सड़कें
सड़कों पर गंदगी का ढेर जमाकर दृष्टिपत्र में सड़कों को साफ-सुथरा बनाने के लिए किया गया वादा क्या सचमुच खरा हो सकता है?
अमेरिकी वीर्य तकनीक से बछियों की संख्या बढ़ाएगी उत्तराखंड सरकार
ऋषिकेश में शुरू की गई प्रयोगशाला में ऐसी तकनीक प्रयोग की जा रही है जिससे 90 प्रतिशत बछिया पैदा होने की संभावना रहेगी
क्यों धधक रहे हैं जंगल?
उत्तराखंड के पहाड़ों में आग लगने की घटनाएं हर साल सुर्खियां बटोरती हैं। इससे बड़ी संख्या में पेड़ों, जीव जंतुओं और पर्यावरण को नुकसान ...
क्या धुएं में उड़ रही है उज्ज्वला योजना
उज्ज्वला योजना के तहत दिए गए गैस कनेक्शन में रिफिलिंग के लिए आने वाली महिलाओं की संख्या बेहद कम है
कंकाल आगे भी मिलते रहेंगे
किसी को नहीं पता कि आपदा के वक्त वास्तव में कितने लोग केदारघाटी, बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब के रास्तों पर थे।
जंगल में आग के लिए कौन जिम्मेवार
जंगलों में आग की वजह और समाधान जानने के लिए डाउन टू अर्थ ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से बात की
स्वच्छता के इम्तिहान में पिछड़ा उत्तराखंड
70 फीसदी से अधिक जंगल वाले राज्य उत्तराखंड का एक भी शहर शीर्ष 250 शहरों में अपनी जगह नहीं बना पाया
प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्ति दूर की कौड़ी
उत्तराखंड में जल, जंगल, जमीन, ग्लेशियर, नदियों और पलायन जैसे मुद्दों पर तो चिंता जताई जाती है लेकिन अभी तक पर्वतीय दृष्टिकोण से प्लास्टिक ...
जीडीपी नहीं अब जीईपी
उत्तराखंड भारत का पहला राज्य होगा जो अर्थव्यवस्था को सकल घरेलू उत्पा द की बजाय सकल पर्यावरण उत्पा द के आधार पर गणना करेगा।
Cut it out
Saving traditional water harvesting systems in Uttarakhand
If India’s hilly areas such as Uttarakhand have to be protected from any major water crisis, it is very necessary to maintain and protect …
मानव विकास सूचकांक में पिछड़ा उत्तराखंड
राज्य गठन के 18 वर्ष के सफर में उत्तराखंड अपने युवावस्था में प्रवेश कर चुका है। क्या इन अठारह वर्षों में राज्य सही दिशा ...
पहाड़ों में 15 साल बाद दिखी ऐसी बर्फबारी
उत्तराखंड के निचले क्षेत्रों में कई ऐसे गांव हैं, जहां पिछले दस-पंद्रह वर्षों बाद बर्फ गिरी है। इन गांवों के लोग खुशियां मना रहे हैं
कैग ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों पर उठाए गंभीर सवाल
पुनर्निर्माण से जुड़े बहुत से कार्य इसलिए शुरू नहीं हो सके, क्योंकि केंद्र से पैसा मिलने के बावजूद राज्य सरकार ने वित्तीय या प्रशासनिक अनुमति ...
वजूद पर सवाल
निगम की कार्यप्रणाली ने जंगल और वनवासियों के बीच दीवार खड़ी कर दी है। इससे दोनों के बीच लगातार संघर्ष तेज होते जा रहे ...
सरकार के लिए गले की हड्डी बनते न्यायालय के फैसले
पर्यावरण के हित में दिए गए उत्तराखंड उच्च न्यायालय के फैसलों पर अमल करना राज्य सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है
मौके का फायदा
राज्य, क्षतिपूर्ति वनरोपण निधि अधिनियम के नियम तैयार करने में हो रही देरी का फायदा उठा रहे हैं ताकि समुदायों की भूमि पर अधिकार ...
कूड़े-कचरे की डंपिंग से पहाड़ों पर त्रासदी को न्यौता
जैसे-जैसे संवेदनशील जगहों पर जोखिम के खेल खेलने का चलन बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इन ग्लेशियर्स और ऊंची चोटियों पर कचरे की मौजूदगी और ...