जम्मू-कश्मीर:आदिवासियों में आधे खानाबदोश
90 प्रतिशत गुज्जर आबादी बस चुकी है लेकिन बकरवाल पूरी तरह खानाबदोश हैं। सामाजिक और आर्थिक पायदान पर वे सबसे नीचे हैं।
संसद में आज:पिछले पांच वर्षों में, जम्मू-कश्मीर में झीलों के संरक्षण के लिए 23900 लाख खर्च
अब महात्मा गांधी नरेगा के तहत राष्ट्रीय मोबाइल निगरानी प्रणाली (एनएमएमएस) ऐप से उपस्थिति दर्ज होगी