News Updates
- कोरोना अपडेट: 24 घंटों में सामने आए 18,711 नए मामले, जानिए किस राज्य की क्या है स्थिति
- वैज्ञानिकों ने बनाया नया सेंसर, नवजात शिशुओं को पीलिया से बचाने में होगा मददगार
- जग बीती: वैक्सीन बनाम खाना
- राष्ट्रीय राजमार्ग को चौड़ा करने के लिए कटेंगे 1700 से ज्यादा पेड़
- मिलिए बगिया वाले बाबा से, जिन्होंने लगाए 3.5 लाख से ज्यादा पेड़
- कैसे हुआ हिमालय के विशाल पर्वतों का निर्माण, वैज्ञानिकों ने पता लगाया
- नाजुक चमोली सिर्फ ऊंचे पहाड़ों से नहीं बड़ी-बड़ी परियोजनाओं से भी घिरा है
- कोरोना के प्रभाव से निपटने के लिए गरीब महिलाओं को बुनियादी अस्थायी आय जरूरी : यूएनडीपी
Popular Articles
- अपराध है शहद में चीनी की मिलावट
- मीठा जहर: शहद में मिलावट के काले कारोबार का खुलासा
- इम्यूनिटी की समझ : कितनी आसान, कितनी मुश्किल ?
- कोविड-19 को शरीर में फैलने से रोक सकता है प्रोटीन 'पेप्टाइड'
- क्या कोविड-19 के खतरे को सीमित कर सकती है 13 हफ्तों की सामाजिक दूरी
- पर्यावरण प्रदूषित कर रहे यूपी के पॉल्ट्री फार्म, पांच साल पुरानी गाइडलाइन लागू करेगा यूपीपीसीबी
- “द चंपा मैन”: केबीसी विजेता सुशील कुमार की नई पहचान
- अगर ये चीजें खा रहे हैं आप तो हो सकते हैं मोटापा, बीपी, डायबिटीज के शिकार
Videos
सदी के अंत तक 3 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाएगी तापमान में हो रही वृद्धि: एमिशन गैप रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार महामारी से आई आर्थिक मंदी के चलते 2020 में कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में करीब 7 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है|
बाइडन के सामने बदलाव की चुनौती
अमेरिका में बाइडन-हैरिस जीत चुके हैं यह सच है, लेकिन ट्रंपवाद का अंत नहीं हुआ है, यह भी उतना ही बड़ा सच है
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2021 में भारत एक पायदान फिसला
क्लाइमेट चेंज परफॉरमेंस इंडेक्स में भारत को इस बार अक्षय ऊर्जा श्रेणी के तहत 57 में से (7.89 अंकों के साथ) 27 वें स्थान ...
ब्रह्मपुत्र नदी में बढ़ सकती है बाढ़ की विभीषिका, गर्म जलवायु है जिम्मेवार
शोधकर्ताओं ने बताया कि गर्म होती जलवायु मानसूनी बारिश की गति को तेजी से बढ़ाएगी जिससे ब्रह्मपुत्र का जल प्रवाह बढ़ेगा और बाढ़ की ...
ला नीना के बावजूद सबसे गर्म सालों में शामिल होगा 2020: डब्ल्यूएमओ
डब्ल्यूएमओ के अनुसार साल 2020 में ला नीना की मध्यम से मजबूत स्थिति बनने के आसार हैं। इसके बावजूद यह साल इतिहास के सबसे ...
कौन हैं कृति करंथ, दावोस में दुनिया के सामने रखेंगी भारत की बात
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में पर्यावरण के मुद्दे पर ग्रेटा थनबर्ग, ऑटम पेल्टियर, मेलाती विजसन जैसी हस्तियों के अलावा भारत की ओर से कृति करंथ अपनी बात रखेंगी
ग्लोबल वार्मिंग के चलते सफेद से हरा होता जा रहा है हिन्दुकुश हिमालय
नासा के उपग्रहों से प्राप्त आंकड़ों और उसके विश्लेषण से पता चला है कि माउंट एवरेस्ट की 20,000 फीट की ऊंचाई पर घास और ...
भारत से 2019 की नेशनल क्लाइमेट लीडर बनीं सुनीता नारायण
ग्लोबल स्पॉटलाइट रिपोर्ट#22 में लिखा गया है कि भारत और दुनिया भर में पर्यावरण और विकास नीतियों के निर्माण में सुनीता नारायण की सक्रिय भूमिका ...
दशक पर एक नजर: जलवायु पतन के लिए किया जाएगा याद
21वीं शताब्दी के दूसरे दशक के शुरुआत में जलवायु परिवर्तन रोकने को कोशिशों से दुनिया ने अपना कदम पीछे खींच लिया
ग्लोबल वार्मिंग की वजह से बदल रहा है मॉनसून का मिजाज: अध्ययन
वैज्ञानिकों द्वारा किये गए सांख्यिकीय विश्लेषणों से पता चला कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते क्षेत्रीय स्तर पर होने वाली चरम वर्षा और उसकी तीव्रता ...
ग्लोबल एनर्जी रिव्यू-2020: कोविड-19 लॉकडाउन के बावजूद कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि
रिपोर्ट में कहा है कि एक साल पहले की तुलना में दिसंबर 2020 में ऊर्जा से संबंधित कार्बन उत्सर्जन 2 प्रतिशत या 6 करोड़ टन अधिक था
जलवायु प्रतिबद्ध्ता को तय समय पर ही पूरा करने पर फोकस किया जाना चाहिए: भारत
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली बहस में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भारत का पक्ष रखा
जंगलों में बीजों के उत्पादन में बदलाव का कारण बना जलवायु परिवर्तन
दुनिया भर के जंगलों में जलवायु में हो रहे बदलाव, बढ़ते तापमान और सूखे की वजह से पेड़ों के बीज उत्पादन और बीजों के उगने की क्षमता सीमित हो रही है।
समुद्रों के बढ़ते तापमान की वजह से 2060 तक चिनूक सैल्मन मछली हो सकती है गायब
बढ़ता तापमान और बांधों के कारण आज पलायन करने वाली चिनूक सैल्मन मछली के जिंदा रहने के अवसर केवल 50 फीसदी रह गए हैं।
20 वर्षों में 120 फीसदी बढ़ा स्टील और सीमेंट जैसी सामग्री के उत्पादन से होने वाला उत्सर्जन
1995 में सामग्री उत्पादन से 500 करोड़ मीट्रिक टन ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन हुआ था, जोकि 2015 में बढ़कर 1,100 करोड़ मीट्रिक टन पर पहुंच गया था
दिशा रवि की गिरफ्तारी: गूगल व टेक कंपनियों की भूमिका सवालों के घेरे में
विरोध की आवाजों का दमन करने के लिए सरकार की गैर-कानूनी नीतियों को लेकर भी चिंता बढ़ गई है
जैव विविधता के संरक्षण योजनाओं को प्रभावित कर रहा है जलवायु परिवर्तन
अध्ययन में पाया गया कि 51 फीसदी देशों ने उन जगहों में नए संरक्षित क्षेत्रों का निर्माण किया है जहां जलवायु में बदलाव धीमी गति से हो रहा है