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  • Why is Europe’s great hydrogen plan not so green?

  • Most heat action plans in India are not suited to local contexts: Study

वन अधिकार

वनाधिकार समीक्षा: आदिवासियों के दावों को खारिज करने का उपकरण बना मध्यप्रदेश का वन मित्र पोर्टल

अधिकारी, ग्राम सभा या वन अधिकार समिति की जानकारी के बिना दावों को खारिज कर देते हैं

आदिवासी

तीन दिन से क्यों पैदल चल रहे हैं आदिवासी, क्या हैं उनकी मांगें?

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में आदिवासियों से ली गई जमीन पर एक दर्जन से अधिक खदानें व आधा दर्जन थर्मल पॉवर स्टेशन बन चुके ...

वन्य जीव

आबादी बढ़ने के साथ हंपबैक व्हेल कम विलाप करती हैं: शोध

जैसे-जैसे व्हेल का घनत्व बढ़ता गया, उनका प्रेमालाप करने का तरीका बदलता गया। जबकि 2004 में 10 में से दो नर गायक हुआ करते ...

वन्य जीव

भारत में फल-फूल रहा पैंगोलिन का अवैध व्यापार, पांच वर्षों में 1,200 से अधिक की तस्करी

भारत में इस चींटीखोर की दो प्रजातियां पाई जाती हैं। यह दोनों ही प्रजातियां वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत संरक्षित हैं

वन अधिकार

वन विभाग बनाम वनाधिकार कानून

भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा 28 जून 2022 को जारी नया फरमान, आदिवासियों और वनाश्रितों के विरुद्ध ऐतिहासिक अन्याय करने वाले ...

तमिलनाडु के दो जिलों में 127 साल बाद मिले कीट

कीटों का मिलना उस इलाके में जैव विविधता की समृद्धता को दर्शाता है।   

55 वर्षों के बाद फिर से खोजा गया बेम्बिडियन ब्राउनोरम नामक दुर्लभ गुबरैला

बेम्बिडियन ब्राउनोरम गुबरैला छोटा भूरे रंग का होता है और यह पेंसिल के व्यास के बराबर की लंबाई में लगभग पांच मिलीमीटर के बराबर है

सालाना 50 फीसदी की दर से नष्ट हो रहे हैं पहाड़ी जंगल, खतरे में जैव विविधता: अध्ययन

दुनिया भर में, 2000 के बाद से 7.81 करोड़ हेक्टेयर यानी 7.1 फीसदी पहाड़ों के जंगल गायब हो गए हैं

चिंताजनक: दुनिया भर में अहम जैव विविधता वाली 80 फीसदी जगहों पर मानव विकास जारी

जैव विविधता वाले अहम क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे से संबंधित कई चीजें जुडी हुई है, जिनमें सबसे आम सड़कें 75 फीसदी, बिजली की लाइनें 37 फीसदी और शहरी क्षेत्र 37 फीसदी हैं

वन विनाश में दूसरे स्थान पर भारत, पांच वर्षों में खो दिए 668,400 हेक्टेयर में फैले जंगल

यूके स्थित फर्म यूटिलिटी बिडर के मुताबिक वन विनाश के मामले में भारत, ब्राजील के बाद दूसरे स्थान पर है, जहां पिछले पांच वर्षों में 668,400 हेक्टेयर में फैले जंगल काट दिए गए हैं

ऐसे 12 तरीके जिनसे पता चलता है कि एक्वाकल्चर पर्यावरण के लिए फायदेमंद है : शोध

एक्वाकल्चर का उपयोग दुनिया भर में कमजोर या लुप्तप्राय मछलियों की आबादी को बहाल करने के लिए किया जाता है

उष्णकटिबंधीय जंगल कटने से 25 फीसदी कार्बन उत्सर्जन का हो रहा है सफाया

पहले से जंगलों का सफाया किए गए इलाकों में फिर से उगने वाले पेड़, हर साल उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के वातावरण से कम से कम 10.7 करोड़ मीट्रिक टन कार्बन अवशोषित कर रहे हैं