क्या बांध सुरक्षा विधेयक मलसीसर बांध जैसी दुर्घटनाएं रोक सकेगा?
देश में बांधों की सुरक्षा, समुचित निगरानी, निरीक्षण और प्रचालन सुनिश्चित करने के लिए बांध सुरक्षा विधेयक लोकसभा में पेश किया गया।
चुटका परियोजना सहित सभी बड़े बांधों पर पुनर्विचार करे सरकार
भोपाल में देश भर से आए नदी विशेषज्ञों ने दो दिवसीय नदी घाटी विचार मंच कार्यक्रम में नदियों के अस्तित्व पर खतरों और उसके ...
क्या टिहरी बांध की झील के ऊपरी क्षेत्र में पहाड़ी धंस रही है?
ग्रामीणों का कहना है कि पहले आर-पार के जो गांव कभी दिखते नहीं थे, अब दिखने लगे हैं। विशेषज्ञों ने गहन अध्ययन की अपील ...
बांधों के 50 किमी के दायरे में खत्म हो जाते हैं हरित क्षेत्र, प्रभावित होता है जीवन
शोध में 631 जलविद्युत बांधों का विश्लेषण किया, जो सभी 2001 से बन रहे थे। इनमें अफ्रीका, एशिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका ...
नर्मदा घाटी पर एक और बांध के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे
परियोजना से प्रभावितों ने जिलाधीश से मांग की कि वे हमें बताएं कि इस परियोजना कितने गांव, खेती और जंगल डूबेंगे
चमोली आपदा: चिपको आंदोलन की पीढ़ी बेबस होकर गांवों से करना चाहती है पलायन
चमोली त्रासदी के बाद चिपको आंदोलन की पीढ़ी इन दिनों पहाड़ जैसे दुखों का सामना कर रही है। उसे लग रहा है कि हिमालयी ...
केवल बांधों का विरोध नहीं, अपना अस्तित्व बचाने की लड़ाई भी लड़ रहे हैं हिमाचल के युवा
हिमाचल प्रदेश में एक के बाद एक भूस्खलन की घटनाओं के बाद वहां के युवाओं ने एक आंदाेलन शुरू किया है, क्या है इस ...
समुद्रों के बढ़ते तापमान की वजह से 2060 तक चिनूक सैल्मन मछली हो सकती है गायब
बढ़ता तापमान और बांधों के कारण आज पलायन करने वाली चिनूक सैल्मन मछली के जिंदा रहने के अवसर केवल 50 फीसदी रह गए हैं।
पिछले 800 सालों में किस तरह बदला एशियाई नदियों का बहाव: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने पाया कि एशियाई नदियां उस अवधि के 50 साल पहले और 50 साल बाद की तुलना में 20 वीं सदी के पहले ...
पंचेश्वर बांध: 87 गांव ही नहीं डूबेंगे, पेड़-पौधों व जीवों की कई प्रजातियां खत्म हो जाएंगी: रिपोर्ट
पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय व उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की “स्टेट ऑफ इनवायरमेंट रिपोर्ट ऑफ उत्तराखंड में पंचेश्वर बांध से होने वाले नुकसान का आकलन ...
भारत समेत दुनिया भर की दो तिहाई नदियों के लिए बड़ा खतरा हैं बांध
जर्नल नेचर में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि लगभग दो-तिहाई नदियों को बांधों, तटबंधों, जलाशयों एवं मनुष्य द्वारा निर्मित अन्य ढांचों ने ...
क्या है बिहार की सालाना बाढ़ का समाधान?
1979 से लेकर अब तक के उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से पिछले 43 वर्षों में एक भी ऐसा साल नहीं गुजरा, जब बिहार में ...
सफेद हाथी साबित हुए मध्य प्रदेश के बांध, सिंचाई दावे के उलट महज 23 फीसदी ही कारगर
नर्मदा नदी पर बने पांच बांध साबित हो रहे हैं। इन बांधों के जरिए सिंचाई के दावे सिर्फ दावे बनकर रह गए।
ब्लॉग: हिमाचल के युवा संभल गए, उत्तराखंड के कब संभलेंगे
आपदाओं के बाद हिमाचल के युवा अपने इलाकों में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स का विरोध कर रहे हैं, लेकिन...
उत्तराखंड में 60 घंटे तक लगातार भारी बारिश, नदियों का जलस्तर बढ़ा
उत्तराखंड में अब तक कोई बड़ी घटना नहीं हुई है, लेकिन जगह-जगह भूस्खलन के कारण लोग सहमे हुए हैं
उत्तराखंड आपदा: सात दिन के दौरान नहीं बनी कोई झील
उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र ने सात दिन की मैपिंग की समीक्षा की है
आखिर किस की मिलीभगत से ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई: भट्ट
पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा, पानी के रास्ते में नहीं आते बांध तो इतना नुकसान नहीं होता
मध्यप्रदेश में 55 हजार से अधिक ग्रामीणों पर विस्थापन का खतरा
जल विद्युत परियोजनाओं से विस्थापित हुए हजारों परिवारों का अब तक राज्य सरकार पुनर्वास नहीं कर पाई है
उत्तराखंड: व्यासी परियोजना से क्षमता के मुताबिक क्यों नहीं बन रही बिजली
व्यासी परियोजना की दोनों टरबाइन को चलाने के लिए यमुना में 60 क्यूमेक्स पानी की जरूरत है। जबकि अभी नदी में 25-30 क्यूमेक्स पानी ...
जलविद्युत परियोजनाओं के कारण खतरे में है बाघ और जगुआरों का अस्तित्व
अनुमान है कि जंगली बाघों की करीब 20 फीसदी और जगुआरों की 0.5 फीसदी आबादी इन जलविद्युत परियोजनाओं से प्रभावित हुई है
बांधों से छोड़ा गया पानी बन रहा है बाढ़ का बड़ा कारण
जल संसाधन संबंधी संसद की स्थायी समिति ने कहा है कि जलाशयों में जमा होने वाले पानी की देखरेख दुरुस्त की जाए
कैसे हो नदियों के डेल्टा और वहां रहने वाले लोगों के बीच संतुलन?
अध्ययन में नदी प्रणालियों को मोड़ने के लिए सबसे अच्छी जगह का विश्लेषण किया है, जो प्राकृतिक तौर पर बनाई गई संरचनाएं हैं, जो ...
उत्तराखंड में एक बार फिर तबाही, ग्लेशियर लेक टूटने या एवलांच का अंदेशा
वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान ने कहा कि घटना के कारणों का पता लगाने जाएगी उनकी टीम
लॉकडाउन का फायदा उठा माफिया खोद रहे हैं नदियां
उत्तराखंड में सुदूर थराली से लेकर कोटद्वार और हल्द्वानी तक से इन दिनों नदियों में अवैध खनन के मामले में हाईकोर्ट ने रिपोर्ट तलब ...
सामान्य बारिश के बाद भी जालौन और हमीरपुर में क्यों आई भीषण बाढ़?
बुंदेलखंड के इन दोनों जिलों में आई बाढ़ बांधों से छोड़े गए पानी का नतीजा है