365 दिन 68 हजार लोगों को पानी दे सकते हैं थर्मल प्लांट
जलसंकट और सूखे के इस दौर में भी देश के तमाम थर्मल पावर प्लांट जल उपभोग सीमा का पालन नहीं कर रहे हैं। न ...
इस शख्स ने चेक डैम बना कर बढ़ा दिया भूजल स्तर
अरावली की तलहटी में बसे मेवात के शमशाबाद इलाके में 2000 में भूजल स्तर 400 फुट था, जो अब 150 फुट पर पहुंच गया ...
पर्यावरण का अनुपम स्मृति पाठ
पर्यावरणीय आंदोलन का मतलब तकनीकी, पेड़, चीता और भालू के बारे में नहीं है, यह लोगों और समाज की मानवीयता के लिए है।
मौसम विज्ञान को चुनौती, यह घड़ा बताता है कि बारिश होगी या नहीं
बीहड़ों में रहनेवाले आदिवासी मौसम विज्ञानियों के पूर्वानुमान पर निर्भर नहीं रहते। इनके पास देसी तरकीब है, जिसका इस्तेमाल ये सदियों से करते आए ...
एक प्राचीन पद्धति से खुशहाल जीवन जी रहे हैं इस गांव के लोग
जाबो पद्धति कृषि, वानिकी और पशुपालन का मिलाजुला रूप है जो मिट्टी का बहाव रोकने, जल संसाधन का विकास करने और पर्यावरण संरक्षण मंे ...
जल संकट का समाधान: विजयनगर के जल कौशल के अंग्रेज भी थे कायल
दक्षिण भारत के राजाओं ने तालाबों और बांधों की उत्तम व्यवस्था की और स्थानीय लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया
अकेले ही तालाब को किया कचरा मुक्त, अब गांव वाले देते हैं साथ
बिना सरकारी मदद के बाड़मेर के भंवर लाल ने अपने गांव के तालाब की सफाई शुरू की और अब पूरा गांव उनके साथ खड़ा ...
मालवा की मानव निर्मित मौत
मालवा क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में वन होने, मिट्टी में जैविक पदार्थों की पर्याप्त मात्रा के होने से इस क्षेत्र की भूमि में आर्द्रता का ...
ये दो शहर दुनिया को सिखा रहे बूंदों की संस्कृति
बारिश का पानी बचाकर और सीवेज के पानी को दोबारा उपयोग लायक बनाकर हम भारतीय शहरों की घरेलू पानी की जरूरतों को आसानी से ...
तालाबों को बर्बाद होने से बचाने की लड़ाई लड़ने वाले योद्धाओं की कहानी!
अतिक्रमण और गंदगी के कारण तालाबों की हालत दयनीय हो गई है
खत्म हो रही है एक पारंपरिक सिंचाई प्रणाली, कौन है जिम्मेवार
महाराष्ट्र में खेतों तक पानी पहुंचाने वाली यह पारंपरिक व्यवस्था गन्ने की खेती और सरकारी उपेक्षा की कीमत चुका रही है
जल संकट का समाधान: इस सरकारी स्कूल ने पेश की मिसाल
आगरा का एक सरकारी स्कूल रेन वाॅटर हार्वेटिंग के दम पर बारिश के पानी का प्रयोग साल भर तक पीने और खाना बनाने में ...
मिलिए झारखंड में तालाबों और चेकडैम के बूते जलक्रांति लाने वाले सिमोन उरांव से
सिमोन उरांव के जल संरक्षण को मॉडल को 50 से अधिक गांवों ने अपना लिया है
बिहार: रेनवाटर हार्वेस्टिंग पर नए कानून से कितना होगा फायदा
बिहार में निजी भवनों में रेनवाटर हारवेस्टिंग अनिवार्य करने के लिए कानून बनाया जा रहा है, लेकिन क्या इसका फायदा मिलेगा?
दो साल में ऐसे बचा लिया 50 लाख लीटर पानी
उत्तराखंड के दो विकासखंडों के सात गांवों में इन दो वर्षों में 312 भूमिगत कच्चे टैंक बनाकर 50 लाख लीटर से ज्यादा पानी बचाया ...
जल संकट का समाधानः केवल 1 रुपए में बच जाएगा 190 लीटर पानी
पद्मश्री महेश शर्मा ने इससे पहले झाबुआ की आदिवासी परंपरा 'हलमा' के तहत वनवासियों के सहयोग से पहाड़ पर गड्ढे कर हर साल 20 करोड़ लीटर पानी रीचार्ज ...
खत्म होने के कगार पर है 15वीं शताब्दी में विकसित एक प्राचीन और वैज्ञानिक व्यवस्था
15वीं शताब्दी में विकसित खड़ीन को समाज और सरकार दोनों ने भुला दिया
खेतों में पानी जमा करके सूखने के बाद फसल लेने की अनोखी विधि
मध्य प्रदेश में प्रचलित जल संचयन और सिंचाई की हवेली व्यवस्था फसल चक्र बदलने से गायब होती जा रही है
अपनी परंपराओं को सहेजते तो नहीं करना पड़ता जल संकट का सामना
जल संचय व्यवस्थाओं को जिंदा रखने में राजनैतिक या वैधानिक प्रयासों से कहीं ज्यादा बड़ी भूमिका प्रचलित रीति-रिवाजों और परंपराओं की रही
पुरखों की बनाई बेरियों को फिर से किया जीवित, पीने को मिला मीठा पानी
ऐसा कम ही होता है कि परंपरागत जल स्त्रोतों को सरकारें हाथ लगाएं। राजस्थान सरकार ने भुला दी गई सैकड़ों साल पुरानी पारंपरिक बेरियों ...
नौले-धारों के साथ दम तोड़ रही है उत्तराखंड की परंपरा
हिमालयी राज्य उत्तराखंड में नौला और धारों का पानी पिया जाता था, लेकिन इनमें से अधिकांश सूख चुके हैं, जिसके साथ-साथ एक परंपरा भी ...
उत्तराखंड: इस बार पहाड़ों में चश्मे भी नहीं फूटे , 500 जलस्रोत सूखने की कगार पर
कम बरसात के कारण उत्तराखंड में अब तक चश्मे नहीं फूटे हैं, वहीं पूरे राज्य में जल स्त्रोत तेजी से सूख रहे हैं
जोहड़ों का जादू
राजस्थान के अलवर जिले में जोहड़ों को पुनर्जीवित कर पानी की समस्या से काफी हद तक निजात मिल गई है
बूंद-बूंद बचत, भाग-तीन: अगले दो साल तक नहीं होगी खेतों में सिंचाई के लिए पानी की किल्लत
इस साल हुई बारिश ने पिछले सौ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया तो लोग भी इस पानी को सहेजने में पीछे नहीं रहे
बिहार में 33 हजार से अधिक तालाबों के कायाकल्प की तैयारी
गर्मियों में बिहार के कई उन इलाकों में पानी का घोर संकट छाया रहा, जहां कभी पर्याप्त पानी हुआ करता था, इसकी वजह तालाबों ...