आवरण कथा: पशु चारे की जद्दोजहद, भाग-दो
पहले से ही चल रही भूसे की समस्या को बेमौसम बारिश, अत्यधिक गर्मी और गेहूं के कम उत्पादन ने बढ़ा दिया है
आवरण कथा: पशु चारे की जद्दोजहद, भाग-एक
भूसे की महंगाई ने पशुपालन की लागत में बेतहाशा बढ़ोतरी कर दी है और इसके परिणामस्वरूप किसान व पशुपालक पशुओं को छोड़ने पर मजबूर ...
पशु चारे का संकट: राजस्थान में त्रिकाल जैसे हालात बने
राजस्थान के तकरीबन 10 जिलों में पशुओं के चारे का संकट बहुत ज्यादा है। इसके चलते चारे की कीमतें बढ़ती जा रही हैं
आवरण कथा: आदिवासियों ने वन भूमि को विकसित कर दूर किया संकट
अकोला जिले के वाडला गांव में विकसित वन भूमि से चारा मिलने से लोगों का पलायन काफी हद तक रुक गया है
आवरण कथा: जहां चाह, वहां राह
राजस्थान के कई गांव चारागाह का विकास और प्रबंधन करके चारे के संकट से उबर चुके हैं
सामुदायिक संसाधनों से चारे की 60 प्रतिशत जरूरतें होती हैं पूरी: जोशी
सामुदायिक संसाधनों को विकसित करने की दिशा में कार्यरत फाउंडेशन फॉर ईकोलॉजिकल सिक्युरिटी के कार्यकारी निदेशक संजय जोशी ने राजस्थान जैसे राज्यों में सामुदायिक ...
सरकारी नीतियों में हाशिए पर रहा चारा उत्पादन
आंकड़ों के अभाव में चारा संकट की समस्या को नकारना आसान है परंतु इससे समस्या का समाधान नहीं होता
चारे का संकट: क्या दान में मिले भूसे से पलेंगी गौशाला की गायें?
उत्तर प्रदेश प्रशासन ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वे गौशाला में पल रहे छुट्टा मवेशियों के लिए भूसे का इंतजाम करें
चारा संकट की जड़ें, भाग दो: पशुओं की आबादी बढ़ी, लेकिन चारागाहों में आई कमी
आजादी के बाद से देश में कुल दर्ज चारागाह भूमि में 30 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है
चारा संकट की जड़ें, भाग एक: हरित क्रांति के समय से शुरू हो गई थी समस्या
हरित क्रांति के समय से चारे की उपेक्षा हो रही है। चारा फसलों का घटता क्षेत्र और उच्च उत्पादन वाली बौनी किस्मों ने इस ...
“दूध का भाव 80-100 रुपए हो तभी पशुपालक चारे और फीड की लागत निकाल पाएंगे”
भूसे और फीड की महंगाई से पशुपालक घाटे में, दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग
मेरी जुबानी: परंपरा खत्म तो आत्मनिर्भरता खत्म
अपने आसपास के कुदरती संसाधनों पर सरकार का कब्जा होने का सिलिसिला शुरू होने के बाद से कल तक का एक स्वतंत्र ग्रामीण आज ...
चारे का संकट : डेरी फार्मिंग छोड़कर डॉग फार्मिंग को मजबूर हुआ पशुपालक
चारे की महंगाई से डेरी फार्म बंद होने की कगार पर, पशुपालक ने औने पौने दाम पर बेची दूधारू गाय, पांच महीने में हो चुका है ...
संसद में आज: कर्नाटक में इस साल बाढ़ से हुआ 10 लाख हेक्टेयर खेती को नुकसान
मणिपुर सरकार ने मणिपुरी टट्टू या छोटे घोड़े के संरक्षण और विकास के लिए मणिपुरी टट्टू संरक्षण और विकास नीति, 2016 को मंजूरी दे ...
जलवायु संकट : क्या एशिया के सबसे बड़े घास मैदान को छोड़ देंगे कच्छ के मालधारी?
खारेपन को दूर करने के बजाए इस पागल बबूल ने बन्नी की पारिस्थितिकी को नष्ट करना शुरू कर दिया। घास कम होती गई और ...
दुनिया में मांस का बढ़ता उपभोग, जमीनों पर डाल रहा दबाव : यूएनसीसीडी
यदि प्रति दिन प्रति व्यक्ति मांस के 100 ग्राम उपभोग में महज 10 ग्राम की कटौती कर दे तो मानव स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन ...