गेहूं संकट: सरकारी खरीद का लक्ष्य नहीं हो पा रहा पूरा, खाद्य सुरक्षा पर संकट बढ़ा
निर्यात पर प्रतिबंध के बावजूद व्यापारी किसानों से गेहूं एमएसपी से अधिक कीमत पर खरीद रहे हैं
किन कार्यों से जैव विविधता को कितना हो सकता है खतरा, वैज्ञानिकों ने किया आकलन
अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 'शेयर बाजार' के माध्यम से सभी प्रजातियों के मूल्य को औपचारिक रूप देने का प्रस्ताव पेश किया है, जिसे जैव ...
एसओई इन फिगर्स 2022: 71 फीसदी भारतीयों की पहुंच से बाहर है सेहतमंद आहार
देश की एक बड़ी आबादी अभी भी पोषक आहार से दूर है। देखा जाए तो भारत में खान-पान से जुड़ी बीमारियां हर साल 17 ...
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2022: सुरक्षित भोजन मतलब बेहतर स्वास्थ्य
सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने और जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों को हल करने में मदद करने के लिए हमारी खाद्य प्रणालियों ...
जग बीती: भूख या युद्ध
सार्वजनिक वितरण प्रणाली से बाहर हुए नौ करोड़ से ज्यादा लोग: रिपोर्ट
2011 की जनगणना के आंकड़ों के हिसाब से पात्रता तय हो रही है और हर साल लाखों लोगों के नाम छूट जाते हैं
जग बीती: गेहूं का निर्यात
सहरिया आदिवासियों को जैसे मिटाने पर तुली है महंगाई
खाद्यान्नों की बढ़ी कीमतों ने हमेशा से कुपोषण का शिकार रहे सहरिया समुदाय को बिल्कुल हाशिये पर पहुंचा दिया है
विश्व मधुमक्खी दिवस - 20 मई: जानिए इस दिन को मनाने का इतिहास और महत्व
दुनिया भर में उत्पादित सभी खाद्य पदार्थों का एक तिहाई, यानी भोजन का हर तीसरा चम्मच परागण पर निर्भर करता है
गर्म होती जलवायु में परागणकर्ता कीटों को आश्रय देते हैं जंगल
शहरी क्षेत्रों में मधुमक्खियों पर अधिक औसत तापमान का असर दिखाई दिया, जिसके कारण इन इलाकों में उनकी आबादी में गिरावट देखी गई
खाद्य संकट: दो साल में खाद्य असुरक्षा का सामना कर रही आबादी की संख्या दोगुनी हुई, संयुक्त राष्ट्र महासचिव
संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने रूसी-यूक्रेन युद्ध को देखते हुए देशों से खाद्य उत्पादन बढ़ाने और निर्यात बंद नहीं करने का आह्वान किया
मांस की बजाय गेहूं: मध्य प्रदेश के आदिवासियों ने बदला अपना खानपान
गरीबी और सरकारी राशन पर भरोसे के चलते बदल रही आदतें, हालांकि खानपान में विभिन्नता पर पड़ रहा नकारात्मक असर
वैज्ञानिकों को मिली बड़ी सफलता, चांद की मिट्टी में भी फूटा अंकुर
इतिहास में पहली बार वैज्ञानिकों को चन्द्रमा से लाई मिट्टी में पौधे उगाने में सफलता हासिल हुई है, जोकि अपने आप में एक अनूठी ...
हर साल 1.1 करोड़ लोगों की जान ले रही है स्वस्थ आहार की कमी
दुनिया भर में पर्याप्त पोषक आहार ना मिल पाने के कारण बड़ी संख्या में लोग कुपोषण जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं जोकि कई ...
फोर्टिफाइड चावल के एनीमिया और कुपोषण दूर करने के सरकारी दावों पर क्यों उठ रहे हैं सवाल
सरकारी एजेंसियों से मिली आरटीआई जानकारी पर एक्सपर्ट्स ने जताई चिंता, कहा फॉर्टिफिकेशन के बजाय जैव विविधता पर ध्यान दे सरकार
यूक्रेन संकट: युद्ध की भेंट चढ़ गया 48 लाख लोगों का रोजगार
यूक्रेन और रूस के बीच होते टकराव के चलते अब तक 48 लाख लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है, अनुमान है ...
दुनिया भर में 80 फीसदी से अधिक खेती की जमीन को होगी पानी की कमी
पानी की आपूर्ति में कमी के कारण लगभग 60 फीसदी कृषि भूमि में नहीं हो पाएगी खेती
तनाव के माहौल में भी तेजी से बढ़ सकते हैं कुछ पौधे, क्या बदलते मौसम का भी कर सकते हैं सामना
जब विषम परिस्थितियों में अधिकांश पौधे एक तनाव हार्मोन का उत्पादन करते हैं, जो उनके विकास को धीमा कर देता है, लेकिन इसके विपरीत ...
क्या दुनिया का पेट भर पाएगा भारत या संकट से निपटने के लिए गेहूं करेगा आयात?
एक ओर मार्च-अप्रैल की गर्मी की वजह से गेहूं का उत्पादन कम हुआ तो दूसरी ओर रूस-यूक्रेन युद्ध का फायदा उठाने के लिए निजी ...
वृक्षों के आवरण में वृद्धि से 100 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में बढ़ सकती है कृषि उत्पादकता: एफएओ रिपोर्ट
स्वस्थ ग्रह के बिना हम मजबूत अर्थव्यवस्था तैयार नहीं कर सकते। ऐसे में हमें सिर्फ दोहन ही नहीं, संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा
जलवायु परिवर्तन: 57 फीसदी तक बढ़ जाएगा मकई की फसल के विफल होने का खतरा
अनुमान है कि इन चरम मौसमी घटनाओं के चलते एक ही वर्ष में दुनिया के तीन प्रमुख मक्का उत्पादक क्षेत्रों में फसल के विफल ...
मई में भी जारी रहेगा गर्मी का कहर, देश के कई हिस्सों में तापमान के सामान्य से अधिक रहने के आसार
मई के दौरान, पश्चिम मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों और उत्तर-पूर्वी भारत के उत्तरी हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से अधिक ...
जलवायु परिवर्तन के चलते अगले 28 वर्षों में 15 फीसदी तक घट सकती है भारत की जीडीपी
अंतरराष्ट्रीय रेटिंग फर्म एसएंडपी ग्लोबल द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 28 वर्षों में भारत में 62 फीसदी कृषि पर पानी ...
बढ़ती इंसानी महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ी 3 करोड़ वर्ग किलोमीटर भूमि, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
यूएनसीसीडी ने 27 अप्रैल 2022 को ‘ग्लोबल लैंड आउटलुक: लैंड रेस्टोरेशन फॉर रिकवरी एंड रेसिलिएंस’ रिपोर्ट जारी की