विश्व हेपेटाइटिस दिवस: हर 30 सेकंड में एक व्यक्ति की होती है मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का लक्ष्य 2030 तक हेपेटाइटिस पर पूरी तरह से लगाम लगाना है।
विश्व लीवर दिवस - 19 अप्रैल: जानें अपने लीवर को स्वस्थ रखने के आसान टिप्स
लीवर की बीमारी का आमतौर पर तब तक कोई स्पष्ट संकेत या लक्षण नहीं दिखता है जब तक कि यह काफी जटिल न हो ...
विश्व हेपेटाइटिस दिवस : भारत में हेपेटाइटिस ‘बी’ से संक्रमित हैं चार करोड़ लोग
दुनिया भर में हर साल हेपेटाइटिस से संबंधित 10 लाख से अधिक मौतें होती हैं और हर दस सेकंड में एक नया संक्रमण सामने ...
विश्व लिवर दिवस 2024: हर साल 20 लाख जिंदगियां लील रही हैं लिवर की बीमारियां
पर्याप्त नींद लेना, तनाव कम करने के लिए अभ्यास करना, स्वस्थ आहार लेना, नियमित रूप से व्यायाम करना, शराब और तंबाकू से बचना कुछ ...
विश्व लिवर दिवस : क्या होता है फैटी लिवर, जानें अपने लिवर को स्वस्थ रखने के तरीके
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, लिवर की बीमारी भारत में मौत का 10वां सबसे आम कारण है
हर दिन औसतन साढ़े तीन हजार जिंदगियां लील रहा हेपेटाइटिस, रोजाना सामने आ रहे 6,000 से ज्यादा मामले
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ताजा रिपोर्ट के अनुसार हेपेटाइटिस के कारण हर साल 13 लाख लोगों की मौत हो रही है। इनमें 83 फीसदी ...
बच्चों को अपना निशाना बना रहा है एक नया खतरनाक हेपेटाइटिस वायरस, डब्ल्यूएचओ ने किया आगाह
विश्व स्वास्थ्य संगठन इस संक्रमण के कारण को समझने का प्रयास कर रहा है, जो हेपेटाइटिस के अब तक ज्ञात 5 प्रकार के वायरस से संबंधित नहीं ...
नोबेल पुरस्कार 2020: हेपटाइटिस सी वायरस की खोज करने वाले वैज्ञानिकों को मिला मेडिसिन अवार्ड
हेपटाइटिस सी की वजह से दुनिया भर में औसतन हर साल लगभग 4 लाख लोगों की मौत होती है
अब जल्द ही बाजार में उपल्बध होगा पर्यावरण के अनुकूल हैंड सैनिटाइजर
अब जल्द ही बाजार में एक ऐसा हैंड सैनिटाइजर उपल्बध होगा जो पर्यावरण के अनुकूल होगा, जो आपके हाथों को नुकसान पहुंचाने के बजाय ...
जलवायु परिवर्तन के कारण भारत में नए वायरस आ रहे हैं सामने, संक्रामक रोगों का बढ़ा खतरा
वर्तमान में जंगली स्तनधारियों के बीच कम से कम 10,000 वायरस चुपचाप घूम रहे हैं, जिन्हें जलवायु परिवर्तन लोगों में फैलाने के लिए उत्तेजित ...
जलवायु परिवर्तन के चलते लोगों में 58 फीसदी तक रोग तथा रोगाणु बढ़े:अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि लोगों में फैलने वाले जाने पहचाने रोगों में से 58 फीसदी से अधिक जलवायु परिवर्तन से प्रभावित हैं