कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस, 28 अप्रैल : यहां जानें क्या है खास महत्व
व्यावसायिक दुर्घटनाओं या काम से संबंधित बीमारियों के कारण हर दिन 6,300 लोग मारे जाते हैं और प्रति वर्ष 23 लाख से अधिक मौतें ...
भारत में कार्य सम्बन्धी बीमारियों और हादसों में हर वर्ष जा रही है 4.17 लाख लोगों की जान
वैश्विक स्तर पर देखें तो करीब 19 लाख लोगों की मौत के लिए कार्य सम्बन्धी बीमारियां और हादसे जिम्मेवार थे, जिनमें से करीब 7.5 ...
पेट्रोलियम उद्योग में काम करने वाले मजदूरों को कहीं ज्यादा है कैंसर का खतरा
शोध से पता चला है कि जो मजदूर खुले समुद्र में बने पेट्रोलियम प्लांट पर काम करते हैं उनमें फेफड़ों के कैंसर और ल्यूकेमिया का ...
देश में अभी भी हैं 66,692 मैनुअल स्केवेंजर्स, पिछले साल हादसों में गई 19 की जान
देश में सबसे ज्यादा मैनुअल स्केवेंजर्स उत्तर प्रदेश में हैं जहां इनकी संख्या 37,379 है| जबकि इसके बाद महाराष्ट्र (7,378) और फिर उत्तराखंड (6,170) ...
पर्यावरण मुकदमों की साप्ताहिक डायरी: पर्यावरण मंजूरी से जुड़े प्रावधानों और उनके संशोधन पर पुनःविचार करे मंत्रालय: एनजीटी
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में बीते सप्ताह क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें
नेवेली लिग्नाइट दुर्घटना से निपटने के लिए नहीं थी पूरी तैयारी: रिपोर्ट
पर्यावरण से संबंधित मामलों में सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: 21 अगस्त 2020
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में बीते सप्ताह क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें –
बेरुत में भयंकर विस्फोट करने वाले रसायन के बारे में जानें सब कुछ
2015 में तियानजिन (चीन) विस्फोट में हुआ था, जिसमें 173 लोग रसायन के जलने के कारण मारे गए थे
क्या बेरुत धमाकों से सबक लेगा भारत, जगह-जगह फैलें हैं रासायनिक कचरे का भंडार
डाउन टू अर्थ ने दिसंबर 2019 के अंक में देश में बढ़ते रासायनिक कचरे और हादसों पर विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी