कागज और पेंसिल से बनाया पोर्टेबल हीटर, कर सकते हैं कई काम
भारतीय वैज्ञानिकों ने कागज और पेंसिल की मदद से एक छोटा पोर्टेबल हीटर बनाया है। इसका उपयोग ऐसे कार्यों में किया जा सकेगा, जिनमें ...
बीमा की तरह है मूलभूत विज्ञान में निवेश
आधारभूत विज्ञान का फायदा यह नहीं है कि आप क्या सीख रहे हैं। इसका फायदा यह है कि उससे आपको समाधान के लिए आधार ...
वैज्ञानिकों ने सूर्य के पूरे क्रोमोस्फीयर में पाये जाने वाले प्लाज्मा जेट्स का लगाया पता
विभिन्न प्रक्रियाओं द्वारा सौर हवा को प्लाज्मा की आपूर्ति की जाती है और सौर वायु मंडल 10 लाख डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो जाता ...
लगातार सौर प्रेक्षणों का डिजिटलीकरण, जलवायु पर सूर्य के प्रभाव का पता लगाने के लिए अहम
डिजिटल रिकॉर्ड दुनिया भर के वैज्ञानिकों को सूर्य में होने वाले बदलाव और जलवायु पर इसके प्रभाव के अध्ययन को आगे बढ़ाने में मदद ...
आकाश में टंगी आंखें खोज सकती हैं समुद्र में छिपे सांस्कृतिक अवशेष
रिमोट सेंसिंग से प्राप्त चित्रों के विश्लेषण से पाया गया कि पिछले 41 वर्षों में महाबलीपुरम में 177 मीटर और पूमपुहार के तटों में ...
धूल भरी है मंगल ग्रह की बर्फ, शोध में आया सामने
हाल ही में किए एक नए शोध से पता चला है कि मंगल ग्रह पर मौजूद बर्फ धूल से भरी है और वो समय ...
नई खोजों, पेटेंट और उत्पादन से मिल सकता है समृद्धि का रास्ता
बेंगलुरु में 107वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ने युवा वैज्ञानिकों को 'नवाचार, पेटेंट, उत्पादन और समृद्धि' का ...
उन्नत प्रौद्योगिकी के विकास लिए उद्यमियों को राष्ट्रीय पुरस्कार
स्वच्छ ऊर्जा विकल्पों और जल उपलब्धता की चुनौती को पूरा करने के लिए सफल प्रौद्योगिकी समाधान आधारित प्रदर्शन और स्थापना कार्य हो रहे हैं।
वैज्ञानिकों ने की पौधों के नए जीन की पहचान
वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने एक नया दृष्टिकोण विकसित किया है जिससे शोधकर्ताओं को पौधे के लक्षणों को नियंत्रित करने वाले जीन की ...
वैज्ञानिकों ने प्राकृतिक आपदाओं के दौरान संचार में सुधार के लिए बनाया नया उपकरण
ऐसे उपकरणों का विकास प्राकृतिक आपदाओं और अन्य आपात स्थितियों में भरोसेमंद स्काईवेव संचार प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है
71 साल पहले दिखे चमकते ऑब्जेक्ट, क्या तारे थे या फिर एलियन से जुड़े हैं उनके तार
आज से करीब 71 साल पहले दिखे वो प्रकाशित ऑब्जेक्ट क्या तारे थे या फिर उनका संबंध एलियन से था, यह अब तक एक ...
भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया चावल के दाने से छोटा राडार, जासूसी में आएगा काम
भारतीय शोधकर्ताओं ने अब चावल के दाने से भी छोटी चिप पर एक ऐसा राडार विकसित किया है, जिससे दीवार के आर-पार की गतिविधियों ...
उपलब्धि: निपाह वायरस के इलाज की दवा बनाने के करीब पहुंचे भारतीय वैज्ञानिक
अभी निपाह वायरस से होने वाली बीमारी के लिए टीके या दवा नहीं है, लेकिन अब भारतीय वैज्ञानिक इसके करीब पहुंच गए हैं
नैनो तकनीक से बढ़ाई जा सकेगी टायरों की मजबूती
शोधकर्ताओं ने रबड़ से बनी हाई-परफार्मेंस नैनो-कम्पोजिट सामग्री विकसित की है, जिसका उपयोग टायरों की भीतरी ट्यूब और इनर लाइनरों को मजबूती प्रदान करने ...
चावल के रोगजनक फफूंद की अनुवांशिक विविधता का पता चला
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह अनुवांशिक जानकारी शीथ ब्लाइट रोग प्रतिरोधी चावल की किस्में विकसित करने में मददगार हो सकती है
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग को जल्द मिलेगा नया घर
नए भवन का निर्माण करीब नौ एकड़ क्षेत्र में किया जाएगा, जिसमें भूमि का 22 प्रतिशत हिस्सा घिरा होगा, हरित क्षेत्र 52 प्रतिशत होगा। ...
विज्ञान की दुनिया में कायम है रमन प्रभाव
चन्द्रशेखर वेंकटरमन या सर सीवी रमन एक ऐसे ही प्रख्यात भारतीय भौतिक-विज्ञानी थे, जिन्हें उनके जन्मदिन 7 नवंबर के मौके पर दुनिया भर में ...
स्वास्थ्य के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देंगे ये दो नए समझौते
स्वास्थ्य के क्षेत्र में अत्याधुनिक शोध को बढ़ावा देने के लिए चंडीगढ़ स्थित सूक्ष्मजीव प्रौद्योगिकी संस्थान (इम्टेक) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-बॉम्बे के साथ ...
बादलों को चमकदार बनाकर तापमान को कम करते हैं पौधों से बनने वाले एरोसोल
अध्ययन के मुताबिक प्राकृतिक एरोसोल जलवायु के गर्म होने को धीमा कर सकते हैं
यूरिया के कचरे से हाइड्रोजन बनाने के लिए 70 फीसदी तक कम होगी ऊर्जा की जरूरत
भारत यूरिया उत्पादन में शीर्ष देशों में से एक है और यहां 2019-20 के दौरान 244.55 एलएमटी यूरिया का उत्पादन हुआ
भारत में निर्मित रडार ने शुरू की मानसून की निगरानी
भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा विकसित सीयूसैट-एसटी-205 नामक रडार को केरल में ऐसे स्थान पर लगाया गया है, जहां से मानसून भारतीय उपमहाद्वीप में प्रवेश करता ...
जुगाड़ का डंका
किफायती नवाचार एक नई अवधारणा है, जिसे अपना कर कंपनियां विकासशील देशों में तकनीक ले जा रही हैं
मन की गूढ़ बातें पढ़ता विज्ञान
इंसानी विचारों को पढ़ने की क्षमता रखने वाली प्रौद्योगिकियों का हाल के वर्षों में अभूतपूर्व विकास हुआ है। मोटे तौर पर कृत्रिम बौद्धिकता (एआई) ...
जग बीती: होम वर्क
जग बीती: चमत्कार के भरोसे विज्ञान!