मेरी जुबानी : कचरे की शर्म ने कराई वतन वापसी
हमने “शून्य कचरा शहर” का लक्ष्य रखा था जो साथियों की मदद से पूरा हुआ
चाय और केले के कचरे से तैयार किया गैर-विषाक्त सक्रिय कार्बन
केले के पौधे के अर्क में मौजूद ऑक्सीजन के साथ मिलने वाला पोटेशियम यौगिक चाय के कचरे से तैयार कार्बन को सक्रिय करने में ...
इंडिया गेट पर क्यों नहीं बनाते कचरा पट्टी
रानी खेड़ा वही गांव है जिसने कभी दिल्ली का सबसे स्वच्छ गांव होने का तगमा हासिल किया था
बढ़ता प्लास्टिक प्रदूषण पर्यावरण के साथ जैवविविधता के लिए बन रहा खतरा
15,343 टन प्लास्टिक वेस्ट प्रतिदिन जो कि भारत के 60 बड़े शहरों से निकलता है। इसका केवल 60 फीसदी रिसाइकल किया जाता है
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: गुजरात के अलंग में जहाज तोड़ने का क्या पड़ रहा है असर
देश की विभिन्न अदालतों में पर्यावरण से संबंधित मामलों की सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
प्लास्टिक पर प्रतिबंध से पहले कचरा बीनने वालों पर दिया जाए ध्यान: रिपोर्ट
एक कचरा बीनने वाले की 40 से 60 फीसदी कमाई प्लास्टिक से होती है, जो प्लास्टिक वो चुनता है उसे रीसायकल कर दिया जाता ...
ये हैं दुनिया के कचरे से मुक्त शहर, भारत भी ले सकता है सबक
फिलिपींस के चार शहर कचरे से पूरी तरह छुटकारा पा चुके हैं। यह हुआ है “शून्य अपशिष्ट मॉडल” अपनाकर। यह मॉडल पहले कचरे को ...
कबाड़ का व्यापार: किस हद तक सही?
पहले तो हम कचरा पैदा करते हैं और भूमि एवं आजीविका को नष्ट कर देते हैं। उसके बाद गरीब किसानों के पास कोई चारा ...
पीएम-सीएम के चुनावी क्षेत्रों के इन गांवों में क्यों नहीं हो रही शादियां
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के संसदीय और विधानसभा क्षेत्र के इन गांवों में कई सामाजिक समस्या उत्पन्न हो गई हैं। जिससे इन गांवों में लोग ...
कचरे के प्रति व्यवहार में बदलाव लाना जरूरी
पिछले कुछ सालों में देश में कूड़ा प्रबंधन की रणनीति में तेजी से बदलाव हुआ है, लेकिन अब लोगों को अपने व्यवहार में बदलाव ...
अब खाने को पैक करने के लिए होगा घास के फाइबर का उपयोग, प्लास्टिक से मिलेगी निजात
10,000 टन डिस्पोजेबल प्लास्टिक को बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग की मात्रा में बदलने से पैकेजिंग उत्पादन में होने वाले कार्बन उत्सर्जन में सालाना लगभग 2,10,000 टन ...
माइक्रोप्लास्टिक खराब कर सकती है कोशिकाओं की कार्यप्रणाली
शरीर में पहुंचने के बाद माइक्रोप्लास्टिक के इन कणों के चलते कोशिकाओं की मेटाबोलिज्म प्रक्रिया धीमी पड़ गई थी। विकास रुक गया था और आकार ...
सुलग रही है भोपाल की लैंडफिल साइट, कई इलाकों में फैला जहरीला धुआं
प्रदूषण का स्तर तीन गुणा अधिक बढ़ने के कारण आसपास की कॉलोनियों और गांवों में लोगों का जीना मुहाल हो गया है
तेजी से बढ़ेगा परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को खत्म करने का बाजार
दुनिया के कई देश परमाणु संयंत्रों की सेवाओं से मुक्त हो रहे हैं। भारत अब भी इस दिशा में कदम नहीं बढ़ा पाया है। ...
वैज्ञानिकों ने खोजी नई विधि, कुछ पलों में इलेक्ट्रॉनिक कचरे से प्राप्त हो जाएंगी कीमती धातुएं
पर्यावरण के दृष्टिकोण से साफ-सुथरी यह तकनीक, पारम्परिक विधि की तुलना में 500 गुना कम ऊर्जा की खपत करती है
2019 में 271 लाख करोड़ रुपए थी प्लास्टिक उत्पादन की सामाजिक लागत, भारत की जीडीपी से भी है ज्यादा
अनुमान है कि 2040 तक यह लागत बढ़कर 520.2 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच जाएगी, जो 2018 में वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य पर किए गए कुल खर्च का करीब 85 फीसदी है
हर दिन फेंकी जाएंगी 7.8 करोड़ बैटरियां, क्या हैं नुकसान और समाधान यहां जानिए
बैटरियों का जीवनकाल बहुत कम समय का होता है, जिन्हें बार-बार बदलने की जरूरत पड़ती है
अब रेलगाड़ियों के शौचालय से खुद ब खुद होगा कचरे का निपटान
जहां जैव शौचालयों में प्रति यूनिट एक लाख की लागत लगती है, वहीं नई तकनीक की लागत मात्र पंद्रह हजार रुपये है।
वैज्ञानिकों ने खोजी नई तकनीक, मानव अंगों में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक का लगा सकेंगे पता
वैज्ञानिकों के अनुसार इस तकनीक की मदद से शरीर में मौजूद दर्जनों प्रकार के प्लास्टिक की पहचान की जा सकती है
रीसाइक्लिंग के नाम पर यूरोप के प्लास्टिक कचरे को एशिया में किया जा रहा है डंप
यूरोप अपने करीब 46 फीसदी प्लास्टिक कचरे को रीसाइक्लिंग के लिए बाहर निर्यात कर देता है| जिसमें से 31 फीसदी को कभी रिसाइकल ही ...
उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने होम स्टे के मुद्दे पर सौंपी अपनी रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में घर के छह कमरों को होम स्टे के रूप में प्रयोग किया जा रहा है| जहां कचरे का उचित ...
भारत को एक गोबर मंत्री की जरूरत है
अनिल अग्रवाल सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट और डाउन टू अर्थ पत्रिका के संस्थापक हैं। उनका 2 जनवरी, 2002 को निधन हो गया था। ...
प्लास्टिक कचरा जला रहे हैं भारत में 67 फीसदी ग्रामीण परिवार, व्यवस्था पर उठे सवाल
देश के अधिकांश गांवों में कचरा प्रबंधन के लिए बुनियादी ढांचा उपलब्ध नहीं है। वहीं केवल 36 फीसदी गांवों में कचरे के लिए सार्वजनिक ...
भारत में बड़ा खतरा बने फेस मास्क, हर साल उत्पन्न हो रहा 15.4 लाख टन माइक्रोप्लास्टिक
जहां फेस मास्क ने दुनिया भर में लाखों लोगों का जीवन बचाया है। वहीं इससे पैदा होने वाले कचरे का ठीक तरह से प्रबंधन ...
बिटकॉइन के कारण हर साल पैदा हो रहा है 30,700 मीट्रिक टन इलेक्ट्रॉनिक कचरा
बिटकॉइन के हर एक लेनदेन से करीब 272 ग्राम ई-वेस्ट उत्पन्न होता है जोकि नए आई फोन 13 के वजन से भी कहीं ज्यादा ...