कौन सुनेगा महिला श्रमिकों का दर्द?
बिहार के पुरुष तो पलायन कर जाते हैं और गांवों में रह गई महिलाएं 60 से 70 रुपए रोजाना की दर से मजदूरी करने ...
महिलाओं के भूमि अधिकारों का अधूरा अध्याय
खेती-बाड़ी के अधिकांश काम करने के बावज़ूद महिलाओं को भी 'किसान' होने का वैधानिक अहसास, आख़िर कब और किसकी बदौलत होगा?
गरीब देशों के घरों में खाना पकाते वक्त 22 प्रतिशत तक बढ़ जाता है सीओ2 का स्तर: अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि प्रदूषणकारी ईंधन की तुलना में स्वच्छ ईंधन और बिजली के उपकरणों के उपयोग से रसोई के भीतर सीओ2 ...
संयुक्त राष्ट्र दिवस: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शांति को बढ़ावा देने के लिए 51 देश एक साथ आगे आए थे इस दिन
संयुक्त राष्ट्र वर्तमान में अपने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर काम कर रहा है, जिसे उसने 2030 तक पूरा करने के लिए निर्धारित किया ...