'Avartansheel Kheti' changing lives with periodic, proportionate farming
Avartansheel Kheti is based on the philosophy of A Nagraj, who was a proponent of harmonious co-existence
बुंदेलखंड में पानी के संकट को लेकर अब शुरू हुई जलक्रांति
परंपरागत जल स्रोतों को फिर से जीवित करने के लिए बुंदेलखंड के बांदा जिले में कुआं और तालाब जियो अभियान शुरू किया गया है
जल संकट का समाधान: एक-एक बूंद की कीमत जानता है यह गांव
गांव के लोग अपने प्रयासों से पानी की एक-एक बूंद को सहेज कर रखते हैं। यहां न कुएं सूखे हुए हैं और न तालाब
राहत की रस्म अदायगी
2009 में बुंदेलखंड में सूखे से निपटने के लिए 7,266 करोड़ रुपए का पैकेज जारी हुआ लेकिन अब तक इसका 50 प्रतिशत ही खर्च ...
Wedding vows
Living the report
Book>> Waves in the Hinterland, The Journey of a Newspaper • by Farah Naqvi, Zubaan Books/Nirantar • Rs 3
बांदा में लगा पानी पर पुलिस का पहरा
बांदा शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली केन नदी पर कुछ लोगों ने मेढ़ खड़ी कर दी तो वहां पुलिस तैनात करनी पड़ी, ...
उत्तर प्रदेश के बांदा में माफिया के खिलाफ किसानों का जल सत्याग्रह
किसानों का आरोप है कि बालू माफिया उनकी जमीन पर अवैध खनन कर रहा है
प्रवासी श्रमिकों ने श्रमदान से पुनर्जीवित की घरार नदी
सालों पहले चैक डेम बनने से जब नदी का पानी कम हो गया तो खेतों की सिंचाई रुक गई और धीरे-धीरे लोग गांव छोड़ ...
Double trouble in Bundelkhand
Central India in grip of worst-ever drought