बैठे ठाले: कार नामा
“एक मैं कार नहीं चलाऊंगा तो क्या वायु-प्रदूषण खत्म हो ज…
बैठे ठाले: लंग्स ही तो है न संग-ओ-खिश्त
“मुहल्ले में सांस के कई डॉक्टरों ने गुमटी खोल ली है, रा…
बैठे ठाले: ई से एमसी स्क्वायर
“आज जिसे आइंस्टीन का फॉर्मूला कहा जा रहा है, वह हजारों …