सोन चिरैया को विलुप्ति से बचाने की कवायद जारी, 150 हैं शेष
कभी राष्ट्रीय पक्षी बनने की होड़ में शामिल सोन चिरैया की संख्या पूरी दुनिया में मात्र 150 है और ये राजस्थान में ही सिमटकर ...
आठ नन्हे मेहमानों से बढ़ी गोडावण संरक्षण की उम्मीद
एक बच्चा ऐसा है जिसके अभिभावक भी कैप्टिविटी (पाल्य अवस्था) में ही पैदा हुए हैं। इसलिए इस बच्चे को कैप्टिविटी में पैदा हुए पक्षी ...
बिजली की लाइनों से ग्रेट इंडियन बस्टर्ड को बचाने के लिए विशेषज्ञ समिति के गठन का निर्देश
समिति को अपना कार्य पूरा करने और 31 जुलाई, 2024 या उससे पहले केंद्र सरकार के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट को एक रिपोर्ट सौंपने ...
मशीनों से की जा रही अंधाधुंध खेती से संकट में पड़े स्टेपी और लिटिल बस्टर्ड पक्षी
अध्ययन के मुताबिक, 2002 से 2019 के बीच स्टेपी-लैंड पक्षी की आबादी में 27 फीसदी की कमी आई है।
फसलों के लिए काल, पर सोनचिरैया पक्षी के लिए वरदान है टिड्डियां
2019 में टिड्डियों को अपना भोजन बनाने वाली सोनचिरैया पक्षी की प्रजनन क्षमता काफी बढ़ गई थी
भारत सहित दुनिया भर में पक्षियों की 5,412 प्रजातियों में आ रही गिरावट
वहीं पक्षियों की आठ में से एक यानी 12.8 फीसदी प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं