एशियाई हाथियों में बढ़ रहा है रक्तस्रावी रोग, उपचार के लिए गहन अध्ययन जरूरी: शोध
पैथो-एपिमियोलॉजी पर शोध अथवा इस रोग की उत्पत्ति और इसके प्रसार के अध्ययन से इस रोग के खिलाफ रक्त-सीरम के अध्ययन से टीके और ...
दिल्ली के 700-800 हेक्टेयर क्षेत्र में होगा बायो डीकंपोजर घोल का छिड़काव, हिरंकी गांव से हुई शुरुआत
पराली की समस्या से निजात दिलाने के लिए पूसा इंस्टीट्यूट ने विकसित किया है बायो डीकंपोजर
रीढ़विहीन कृषि शिक्षा -4: वैज्ञानिकों पर पैसा जुटाने का दबाव
डाउन टू अर्थ ने देश की कृषि शिक्षा की अब तक की सबसे बड़ी पड़ताल की है। इसे चार भाग में पढ़ सकते हैं। ...
इंजीनियरिंग शिक्षा जैसे न हो जाएं कृषि शिक्षा के हालात!
डाउन टू अर्थ ने देश की कृषि शिक्षा की अब तक की सबसे बड़ी पड़ताल की है। इसे चार भाग में पढ़ सकते हैं
मूंगफली की नई किस्मों को बढ़ावा देने के लिए इक्रीसेट की नई पहल, किसानों को होगा फायदा
तेलंगाना सरकार द्वारा समर्थित इस पहल का उद्देश्य मूंगफली उत्पादन का विस्तार करना है। वर्तमान समय में तेलंगाना में तीन लाख हेक्टेयर भूमि पर ...
साल 2021 के पहले दो महीने किसानों पर पड़े भारी, कहीं सूखा तो कहीं भारी बारिश
जनवरी-फरवरी माह में भारत में सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई, जबकि अधिकतम तापमान भी सामान्य से अधिक रहा
तीन दशक के शोध के बाद भारत में उगेगा रंगीन कपास
सिंधु घाटी सभ्यता में मुख्य तौर पर गहरा भूरा और भूरा से खाकी, सफेद और हरे रंग के कपास का इस्तेमाल किया जाता था
क्या जैविक खेती से बदल सकती है भारत के किसानों की तकदीर?
जैविक और प्राकृतिक खेती पर हुए वैज्ञानिक अध्ययन साफ बताते हैं कि इस पद्धति को अपनाकर उपज बढ़ाई जा सकती है और लागत में ...
वैज्ञानिकों ने खोजा केले के कैंसर का इलाज
भारत के वैज्ञानिकों ने पनामा रोग को कंट्रोल करने के लिए एक बायो पेस्टीसाइड बनाया है जिसका नाम है आईसीएआर-फ्यूजीकांट
बोकारो के सरकारी पोल्ट्री फार्म में एवियन इन्फ्लुएंजा रोग की दस्तक
एवियन इन्फ्लुएंजा रोग के बारे में अंतिम जानकारी जनवरी 2019 के दौरान झारखंड के गोड्डा जिले से पता चली थी
डाउन टू अर्थ तफ्तीश: अंधेरे में तीर मारने जैसी है किसानों की आय में वृद्धि की कवायद
गुड़गांव के कृषि विज्ञान केंद्र ने सकतपुर और लोकरा गांव को किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए गोद लिया है, लेकिन किसी ...
गेहूं की जल्दी बुआई से पूर्वी भारत की पैदावार में 69 फीसदी तक की हो सकती है वृद्धि: शोध
भारत को गेहूं उत्पादन के मौजूदा स्तर 11 करोड़ टन से बढ़ाकर 2050 तक 14 करोड़ टन करने की जरूरत पड़ेगी
अब होगी कम खाद के साथ गेहूं की अधिक पैदावार, ग्रीनहाउस गैस पर भी लगेगी लगाम
गेहूं की खेती नाइट्रोजन प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत है, कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में, नाइट्रस ऑक्साइड 300 गुना अधिक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस है।
वायु प्रदूषण की रोकथाम में मददगार हो सकते हैं पीपल, नीम, आम, लेकिन सड़कों से हो रहे गायब
पेड़-पौधे प्रदूषकों से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति कितने सहनशील होते हैं यह उनमें मौजूद एस्कॉर्बिक एसिड के स्तर पर निर्भर करता है, जो ...