विज्ञान की दुनिया में कायम है रमन प्रभाव
चन्द्रशेखर वेंकटरमन या सर सीवी रमन एक ऐसे ही प्रख्यात भारतीय भौतिक-विज्ञानी थे, जिन्हें उनके जन्मदिन 7 नवंबर के मौके पर दुनिया भर में ...
छात्रों को विज्ञान से जोड़ने के लिए सीएसआईआर की नई पहल
कार्यक्रम का मकसद छात्रों एवं अध्यापकों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना और उनमें जिज्ञासु प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करना है
मंगल की मिट्टी में कैसे बढ़ सकती है सब्जियों की पैदावार, वैज्ञानिकों ने सुझाया रास्ता
रिसर्च में इस बात के प्रमाण मिले हैं कि मंगल ग्रह पर विभिन्न किस्मों की फसलें एक साथ उगाने से पैदावार में इजाफा हो ...
वैज्ञानिकों ने लाल रक्त कोशिका के लिए पहला हीट मैप किया विकसित, चिकित्सा में सुधार के लिए अहम
शोध के निष्कर्ष स्वास्थ्य और चिकित्सा में सुधार के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं, या नई दवाओं को विकसित करने के रास्ते खोल ...
नजरिया: ऊर्जा का एक अदृश्य स्रोत हैं न्यूक्लियर बैटरियां
परमाणु बैटरियां लंबी अवधि के मिशनों, अंतरिक्ष स्टेशनों और उपग्रहों में अंतरिक्ष वाहनों को विश्वसनीय रूप से शक्ति प्रदान कर सकती हैं
बादलों को चमकदार बनाकर तापमान को कम करते हैं पौधों से बनने वाले एरोसोल
अध्ययन के मुताबिक प्राकृतिक एरोसोल जलवायु के गर्म होने को धीमा कर सकते हैं
भारत में एक 1.3 करोड़ साल पुराना वानर जाति का जीवाश्म मिला
यह खोज अमेरिका के हंटर कॉलेज के क्रिस्टोफर सी. गिल्बर्ट द्वारा की गई है
दवाओं की तरह सनस्क्रीन पर भी नियंत्रण की जरूरत, एक अध्ययन के बाद उठे सवाल
अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (जेएएमए) के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में सनस्क्रीन पर गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं।
अरबों प्रकाश वर्ष चौड़े आकाशगंगा के बुलबुले की हुई खोज: शोध
खोजा गया यह बुलबुला एक अरब प्रकाश वर्ष तक फैला हुआ है, जो दूधिया आकाशगंगा से 10,000 गुना अधिक चौड़ा है।
चांद पर पहुंचा भारत, चंद्रयान 3 सफल
विक्रम लैंडर ने आज यानी, 23 अगस्त को भारतीय समयानुसार शाम 6.04 बजे चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की
दांतों में होती है सदियों तक एंटीबॉडीज को सुरक्षित रखने की अदभुत क्षमता: रिसर्च
एंटीबॉडीज, शरीर द्वारा उत्पन्न प्रोटीन होते हैं जो एंटीजन नामक बाहरी हानिकारक तत्वों से लड़ने में मदद करते हैं
बैठे ठाले: डार्विन का सिद्धांत कितना जरूरी?
“मेरा पहला सिद्धांत है, प्राणियों में संतान-उत्पत्ति की ताकत होती है। इसलिए आप दुनिया के सबसे ताकतवर देश बन गए हैं क्योंकि आपकी जनसंख्या ...
वैज्ञानिकों ने पश्चिमी घाट में खोजी पौधों की 62 प्रजातियां, गंभीर जल संकट का भी कर सकती हैं सामना
वैज्ञानिकों के अनुसार यह प्रजातियां अपने अंदर मौजूद पानी की 95 फीसदी मात्रा के खत्म होने के बाद भी, पानी के दोबारा उपलब्ध होने ...
यह है मानव विलुप्ति का ब्लूप्रिंट
होमो जीनस की होमो सेपिंयन्स नौवीं प्रजाति है। इसके पहले आठ पूर्वज धरती पर पहले से ही मौजूद थे
धरती पर हैं 20,000 लाख करोड़ चींटियां, इंसानों के कुल बायोमास की हैं करीब 20 फीसदी
धरती पर इन जीवों का कुल बायोमास करीब 12 मेगाटन के बराबर है जोकि जंगली पक्षियों और स्तनधारियों के कुल बायोमास से भी ज्यादा ...
जीवन भर में संजोए म्यूटेशन्स को अपने बच्चों को दे सकते हैं प्रवाल
यह पहला मौका है जब वैज्ञानिकों को इस बात के सबूत मिले है कि कोरल अपने जीवनकाल में आए शारीरिक म्यूटेशन्स को अपने बच्चों ...
ऑक्टोपस में मनुष्य के मस्तिष्क के समान 'जंपिंग जीन' होते हैं
एक नए अध्ययन में एक महत्वपूर्ण आणविक समानता की पहचान की है जो इन अकशेरुकी जीवों की अनोखी बुद्धिमत्ता का वर्णन करता है
लगातार यूरोप की ओर खिसक रहा है भारत, वैज्ञानिकों ने नए टेक्टोनिक प्लेट मॉडल से लगाया पता
टेक्टोनिक प्लेटों का नया मॉडल 90 फीसदी भूकंपों और 80 फीसदी ज्वालामुखियों का लगा सकता है पता
चार गुना ज्यादा तेजी से हो रहा है कई प्रजातियों का विकास, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
प्रजातियों की आनुवंशिक विभिन्नताओं के विश्लेषण से पता चला है कि दुनिया में कई प्रजातियों का विकास अनुमान से चार गुना ज्यादा तेजी से ...
रात में क्यों झुक जाती है पेड़ों की डालियां, वैज्ञानिकों ने लगाया पता
पता चला है कि रात के समय शाखाएं और पत्तियां अपने भीतर पानी जमा करती हैं, जिससे उनका वजन बढ़ जाता है और वो ...
‘टाइटन’ पर भी हो सकती है जीवन की सम्भावना, काफी कुछ पृथ्वी से मिलती है इसकी संरचना
शनि का यह चंद्रमा ‘टाइटन’ अंतरिक्ष से देखने पर काफी हद तक पृथ्वी जैसा ही दिखता है, जहां नदियां, झीले, कैनियन, टीले और बारिश ...
अब बैक्टीरिया की मदद से पैदा होगी बिजली, ग्रीनहाउस गैसों में भी आएगी कमी
रेडबौड विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजिस्ट ने यह साबित कर दिखाया है कि मीथेन की खपत करने वाले बैक्टीरिया की मदद से बिजली पैदा की जा ...
जीन के द्वारा पशुओं में तुरंत रोगों का पता लगाया जा सकता है : अध्ययन
आनुवंशिक गड़बड़ी जानवरों के दूध उत्पादन और इनके स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है। इन खतरों को कम करने का एक ऐसा तरीका है ...
किन ग्रहों पर है जीवन, क्या बारिश की बूंदों से चल सकता है पता
बूंदों के व्यवहार की समझ न केवल ग्रहों के अतीत को समझने में मदद देंगी साथ ही इससे उन ग्रहों की पहचान में मदद ...
कैसे हुआ हिमालय के विशाल पर्वतों का निर्माण, वैज्ञानिकों ने पता लगाया
अध्ययनकर्ताओं ने आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए हिमालय पर्वतों के निर्माण की पूरी प्रक्रिया के बारे में पता लगाया है।