सूखे की राह पर पानी वाली धरती
भारत में पिछले चार दशक में करीब एक तिहाई जैव-विविधता से भ…
सौर ऊर्जा की सुलभता से विकराल होता भू-जल संकट
पिछले एक दशक में राजस्थान सरकार ने लगभग 100,000 किसानों को सब…
नजरिया: भारत की नदियों को कब मिलेगा न्याय?
नदी को जीवित आदमी के समान अधिकार देना कानूनी रूप से चाहे…
नजरिया: मुसीबतें बढ़ा रहे हैं सीमेंट-कंक्रीट से बने भवन, बदलनी होगी मानसिकता
भवन निर्माण प्रक्रिया में बिना आमूलचूल बदलाव किए जलवाय…
विश्व पर्यावरण दिवस विशेष: प्लास्टिक से निजात संभव है?
विगत 100 वर्षों में जितना प्लास्टिक का उत्पादन किया गया उ…
जुलाई 2023 की वैश्विक गर्मी के मायने समझना जरूरी
अगर मानवीय गतिविधियां पृथ्वी के तापमान और जलवायु के संत…
पानीदार भारत और सूखे का बढ़ता संकट
मॉनसून की शुरुआत के बाद सूखे की चर्चा अटपटा जरूर है, पर…
सर्दी में वायु प्रदूषण के हॉटस्पॉट क्यों बन रहे हैं बिहार के शहर
सर्दी के मौसम की शुरुआत के साथ गंगा के मैदानी भाग में बसे…
जलवायु परिवर्तन: समझौतों की राह में रोड़े
कार्बन उत्सर्जन का मुद्दा सामूहिक है और साथ मिलकर ही कम …