वैज्ञानिकों ने फ्लू और कोविड का पता लगाने के लिए स्मार्टफोन ऐप किया विकसित

यह स्मार्टफोन ऐप एक रासायनिक प्रतिक्रिया को मापने के लिए स्मार्टफोन के कैमरे का उपयोग करता है और 25 मिनट में कोविड-19 परीक्षण कर नतीजा बता देता है

By Dayanidhi
Published: Tuesday 01 February 2022

यह स्मार्टफोन ऐप कोविड-19 महामारी नियंत्रण प्रयासों के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। एक नए मोबाइल फोन ऐप और लैब किट ने एक स्मार्टफोन को कोविड-19 और फ्लू का पता लगाने वाली प्रणाली में बदल दिया है।

पता लगाने की यह प्रणाली सबसे तेज़, संवेदनशील और सस्ते परीक्षणों में से एक है। इसे कोविड और फ्लू के घातक रूपों सहित महामारी जैसी अन्य रोगजनकों के लिए आसानी से अनुकूलित किया जा सकता है। यह सस्ता है तथा इसका उपयोग घर पर परीक्षण करने के लिए किया जा सकता है।

यह स्मार्टफोन ऐप कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय - सांता बारबरा (यूसी सांता बारबरा) के वैज्ञानिकों और सहयोगियों की एक शोध टीम द्वारा विकसित किया गया है। यह प्रणाली कोविड-19 और इसके अलग-अलग वेरिएंट और फ्लू वायरस का तेजी से और सटीक पता लगाने में सफल रहा है। ऐप एक रासायनिक प्रतिक्रिया को मापने के लिए स्मार्टफोन के कैमरे का उपयोग करता है और 25 मिनट में परीक्षण का निर्धारण करता है। यह मौजूदा परीक्षण विधियों की लागत के एक अंश भर है। ऐप और इसकी कार्यप्रणाली सभी के लिए मुफ्त और खुले तौर पर उपलब्ध हैं।

इस परियोजना का नेतृत्व यूसी सांता बारबरा के प्रोफेसर माइकल महान, डेविड लो और चार्ल्स सैमुअल ने किया है। साथ ही सांता बारबरा कॉटेज अस्पताल के चिकित्सक और अतिरिक्त सहयोगियों वैज्ञानिकों टीम भी इसमें शामिल हैं।

प्रमुख अध्ययनकर्ता माइकल महान ने कहा कि जैसा कि दुनिया भर में नए कोविड वेरिएंट उभर रहे हैं। महामारी नियंत्रण के प्रयासों के लिए परीक्षण और पता लगाना आवश्यक है। दुनिया की लगभग आधी आबादी के पास स्मार्टफोन है और हमारा मानना है कि इसमें सटीक डायग्नोस्टिक दवा तक निष्पक्ष और समान पहुंच प्रदान करने की बेहतरीन क्षमता है।

इस तेजी से पता लगाने वाले ऐप को कम लागत पर विकसित करने के लिए लॉन्च किया गया था। जिसका उपयोग स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं द्वारा दुनिया में कहीं भी कोविड-19 के निदान के लिए किया जा सकता है। लैब किट का उत्पादन 100 डॉलर से कम में किया जा सकता है और इसके लिए एक स्मार्टफोन, एक हॉट प्लेट और एलईडी लाइट्स की तुलना में कुछ अधिक की आवश्यकता होती है। स्क्रीनिंग परीक्षण 7 डॉलर से कम प्रत्येक बनाम 10 डॉलर से 20 डॉलर  प्रति तीव्र प्रतिजन परीक्षण और 100 डॉलर से 150 डॉलर प्रति पीसीआर परीक्षण के लिए चलाए जा सकते हैं।

प्रक्रिया, जिसे स्मार्ट-लैंप कहा जाता है, सरल और सीधी है। फोन के कैमरे और पता लगाने वाले किट का उपयोग करके स्मार्टफोन ऐप द्वारा रोगी के लार की एक छोटी मात्रा को एकत्र कर उसका विश्लेषण किया जाता है। इसके लिए कोई अतिरिक्त विशेष सामग्री की आवश्यकता नहीं है।

पीसीआर परीक्षण उनकी संवेदनशीलता और सटीकता का बेहतरीन मानक हैं, लेकिन वे धीमे, महंगे और पोर्टेबल नहीं हैं। लैंप परीक्षण समय और लागत के एक अंश पर पीसीआर की संवेदनशीलता और सटीकता से मेल खाते हैं। इसके अलावा, लैंप लगातार तापमान पर होता है, जो पॉइंट-ऑफ-केयर और घर पर परीक्षण करने के लिए उपयुक्त है।

हीथॉफ ने बताया कि मुख्य खोज लैंप 'प्राइमर-डिमर' समस्या को हल कर रही है यह उच्च संवेदनशीलता के कारण गलत पॉजिटिव परीक्षण का परिणाम दे सकती है। इस समस्या को हल करने के लिए वैज्ञानिकों ने 20 से अधिक वर्षों से अधिक तक संघर्ष किया है। कोविड -19 के लिए इसे हल करने के लिए 500 से अधिक प्रयास हुए, जिसके बाद पहले ही प्रयास में फ्लू के वायरस का पता चला।

अध्ययनकर्ताओं ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस तरह की तकनीकें अत्याधुनिक परीक्षण को आर्थिक रूप से कमजोर आबादी के लिए अहम होगी।

एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए मुफ्त, कस्टम-निर्मित ऐप विकसित किया गया था और इसे 'गूगल प्ले स्टोर' से डाउनलोड और इंस्टॉल किया जा सकता है। ऐप खोलने पर, उपयोगकर्ता को परीक्षण नमूने चलाने से पहले चरण-दर-चरण ट्यूटोरियल के लिए एक विकल्प के साथ प्रस्तुत किया जाता है।

संक्रामक रोग चिकित्सक, फिट्ज़ गिबन्स ने बताया कि पर्याप्त टीके और परीक्षण के साथ संघर्ष कर रहे आर्थिक रूप से कमजोर आबादी का तेजी से और सस्ता परीक्षण महत्वपूर्ण है। क्रिटिकल केयर फिजिशियन फ्राइड ने कहा इस तरह की शुरुआती पहचान और संगरोध भविष्य के वैश्विक प्रकोपों के जोखिम को भी कम कर सकते हैं। यह अध्ययन जामा नेटवर्क ओपन पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

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