जीव वैज्ञानिकों ने मेघालय की गुफा में खोजी मेंढक की नई प्रजाति
मेंढक की प्रजाति को मेघालय की सिजू गुफा में 60-100 मीटर की गहराई से खोजा गया तथा इस नई प्रजाति का नाम अमोलॉप्स सिजू ...
55 वर्षों के बाद फिर से खोजा गया बेम्बिडियन ब्राउनोरम नामक दुर्लभ गुबरैला
बेम्बिडियन ब्राउनोरम गुबरैला छोटा भूरे रंग का होता है और यह पेंसिल के व्यास के बराबर की लंबाई में लगभग पांच मिलीमीटर के बराबर ...
चंबल में बढ़ रहा है पनचीरा का कुनबा
मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तरप्रदेश की सीमाओं के बीच से बहती चम्बल नदी के आसपास करीब 950 किमी का है जिसमें सैकड़ों प्रजाति के पक्षी ...
ग्रेट बैकयार्ड पक्षियों के सर्वे में पाई गई 1,067 प्रजातियां: रिपोर्ट
जीबीबीसी के चार दिनों में, भारतीय पक्षी प्रेमियों ने 46,000 से अधिक जानकारी सूची और 1,067 पक्षी प्रजातियों को दर्ज किया
यूरोपीय संघ ने दुनिया भर से मेंढकों की विलुप्ति का ठीकरा दूसरों के सिर फोड़ा
1970 से 1980 के दशक में, भारत और बांग्लादेश यूरोप में मेंढकों की टांगों के शीर्ष आपूर्तिकर्ता थे, लेकिन जब उनकी जंगली मेंढकों की ...
भारत किस तरह हासिल कर सकता है जैव विविधता संरक्षण के लक्ष्य, वैज्ञानिकों ने दिए सुझाव
भारत के सबसे अहम संरक्षण वाले क्षेत्रों में से केवल 15 फीसदी संरक्षित क्षेत्र के तहत कवर किए गए हैं
इकोसिस्टम में आ रही गिरावट का परिणाम हैं बढ़ती महामारियां: शोध
हम इंसानों द्वारा पर्यावरण का जिस तरह से विनाश किया जा रहा है, वो महामारियों के खतरे को और बढ़ा रहा है| साथ ही ...
जल्लीकट्टू: संस्कृति बनाम संरक्षण
बुनियादी सवाल अभी अनुत्तरित है–क्या जल्लीकट्टू पारिस्थितिकी के लिहाज से महत्वपूर्ण प्रथा है या सिर्फ एक खूनी खेल?
पारंपरिक ज्ञान के बिना जैव विविधता संरक्षण की बात बेमानी
हमें जंगलों एवं संरक्षित क्षेत्रों में जैव संसाधनों के साथ-साथ स्थानीय और स्वदेशी ज्ञान की रक्षा एवं विकास की भी जरूरत है
क्या भारत में रह पाएंगे अफ्रीका से आने वाले चीते, अगस्त में आने की संभावना
अब देश के लिए अगली चुनौती यह तय करना है कि ये जानवर भारत की नई जलवायु परिस्थितियों में जीवित रह सकें और ढल ...
दुनिया भर में पक्षियों की प्रजातियों में 48 फीसदी और भारत में 50 फीसदी की भारी गिरावट : रिपोर्ट
अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया भर में मौजूदा पक्षी प्रजातियों में से लगभग 48 फीसदी आबादी गिरावट के दौर से गुजर रही ...
नई पहचानी गई प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा अधिक: शोध
2011 से 2020 के बीच दर्ज प्रजातियों के लिए यह संकट बढ़कर 30 फीसदी हो गया है। विश्लेषण में आगे अनुमान लगाया गया है ...
जानिए कैसे टाइगर शार्क के जीवन को खतरे में डाल रहा है बढ़ता तापमान
औसत तापमान में हर एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ टाइगर शार्क का ध्रुवों की ओर प्रवास 400 किलोमीटर से ज्यादा बढ़ गया ...
नए युग में धरती: क्या सतत विकास लक्ष्य आएंगे काम
जैव विविधता के लक्ष्यों से पिछड़ने का मतलब है, गरीबी, भुखमरी, स्वास्थ्य, पानी, शहरों, जलवायु, महासागर और भूमि से संबंधित लक्ष्यों में बाधा
प्रजातियों के भीतर छिपी हुई जैव विविधता का लगातार नुकसान हो रहा है : अध्ययन
अध्ययन से पता चला है कि प्रजातियों के भीतर विविधता के नुकसान के गंभीर पारिस्थितिक परिणाम हो सकते हैं, यह प्राकृतिक सामग्री और प्राकृतिक ...
इंसानी बस्तियों और प्रकृति से मिलने वाले क्षेत्रों के मानचित्रण के लिए बनाया पहला उपकरण
यह उपकरण, जंगल की आग, जूनोटिक रोगों के फैलने और पारिस्थितिकी तंत्र जैव विविधता के नुकसान जैसे पर्यावरणीय संघर्षों में सुधार कर सकता है
लुटता हिमालय: कम वजन और बेहतर डिजाइन वाले निर्माण करने होंगे
अच्छे और सुरक्षित निर्माण का एक ही मंत्र है- कम वजन और बेहतर डिजाइन वाले ढांचे, बढ़िया ड्रेनेज सिस्टम जो प्राकृतिक नाले से जुड़े ...
पर्यावरण के लिए नुकसानदेह सब्सिडी को खत्म करके मिल सकते हैं 3.9 करोड़ नए रोजगार
हर साल दुनिया भर की सरकारें करीब 37.2 लाख करोड़ रुपए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले कामों के लिए सब्सिडी के रूप में दे ...
अफ्रीका के प्रिंसिपे द्वीप के वर्षावनों में खोजी गई उल्लू की नई प्रजाति
यह प्रिंसिपे के लिए स्थानीय पक्षी की आठवीं ज्ञात प्रजाति है, जो केवल 139 वर्ग किलोमीटर के इस द्वीप में फैली है
कैसे बचेगी जैवविविधता, जब एक रेंजर पर है 72 वर्ग किलोमीटर की जिम्मेवारी
वैश्विक स्तर पर संरक्षित क्षेत्रों की देखरेख करने के लिए कुल 555,436 कर्मी हैं, जिनमें 285,794 रेंजर भी शामिल हैं
खेती, शिकार, जलवायु परिवर्तन, वनविनाश के कारण खतरे में पड़ी सरीसृपों की 21 फीसदी प्रजातियां
रिसर्च के मुताबिक भारत, उपसहारा अफ्रीका और चीन के कुछ हिस्सों में सरीसृपों का होता शिकार उनके लिए सबसे बड़ा खतरा है
महासागरों से हर साल निकाली जा रही है छह अरब टन रेत, जैव विविधता को खतरा: संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, रेत निकालने वाले जहाजों का विशाल वैक्यूम, समुद्री तल को साफ कर देता है, जिससे समुद्री सूक्ष्म जीव गायब हो ...
जलवायु परिवर्तन से कैसे बच सकती हैं मूंगें की चट्टानें? तारा प्रशांत अभियान ने लगाया पता
दो साल से अधिक समय तक चले इस अभियान में, शोधकर्ताओं के टीम के आठ देशों के 70 वैज्ञानिकों ने अध्ययन किए गए सौ ...
दक्षिण-पूर्व एशिया के जंगलों को बचाने में नाकाफी साबित हो रहे हैं संरक्षित क्षेत्र : अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में जिस दर से बिना संरक्षित क्षेत्रों में वनों का नुकसान हो रहा है लगभग वही ...
70 फीसदी प्रजातियां संरक्षित क्षेत्रों में नहीं पाई गई: अध्ययन
मौजूदा संरक्षित क्षेत्रों की सुरक्षा को बढ़ाकर 1,191 जानवरों की प्रजातियों के जरूरी आवासों की रक्षा की जा सकती है जो विशेष रूप से ...