बेनामी स्टोन क्रशर्स खोद रहे खनिज के पहाड़, एनजीटी ने कहा ईडी कर सकती है जांच
पीठ ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने बड़े पर्यावरण उल्लंघन मामले में ऑनलाइन माध्यम में भी झारखंड सरकार और प्राधिकरण की तरफ ...
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना: कहां हुई चूक?
40 करोड़ युवाओं के कौशल में विकास का लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत हुई थी, लेकिन...
मानव विकास सूचकांक: 193 देशों की सूची में 134वें पायदान पर भारत, जीवन प्रत्याशा में आई गिरावट
इससे पहले 2021 में जारी मानव विकास सूचकांक में भारत को 0.633 अंकों के साथ 132वें पायदान पर जगह दी गई थी
जग बीती: गरीबी हुई कम!
दुनिया भर में बोली जाने वाली 7000 भाषाओं में से 45 फीसदी हो सकती है लुप्त
आज भी दुनिया भर में 40 प्रतिशत, कुछ क्षेत्रों में 90 फीसदी से अधिक आबादी की उस भाषा में शिक्षा तक पहुंच नहीं है ...
भारत के दो और तटों को मिला प्रतिष्ठित ब्लू फ्लैग प्रमाणन, जानें क्या है यह प्रमाणन
भारत के दो और तटों कोवलम और ईडन को 'ब्लू फ्लैग' प्रमाणन दिया गया है, जोकि सारे देश के लिए गर्व की बात है। इससे पहले पिछले ...
टोक्यो ओलंपिक की सस्टेनिबिलिटी ऑडिटिंग रिपोर्ट पर सवाल
जापान ओलंपिक समिति ने आईओसी की निगरानी में तमाम प्रकार के पर्यावरणीय नुकसान को बचाने और शहरी विरासत को नुकसान पहुंचाए बिना इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार ...
दिलीप कुमार: अपनी कला से नया दौर का पैगाम छोड़ने वाले एक अनूठा सितारा
विकास की राजनीति को हमेशा विकास से संबंधित एक लोकप्रिय कहानी की आवश्यकता होती है। दिलीप कुमार ने अपनी स्टार पावर का इस्तेमाल ऐसी ...
अंतर्राष्ट्रीय खदान जागरूकता दिवस 2022: आपको क्यों है जानना जरूरी?
इस साल यानी 2022 में यूनाइटेड नेशंस माइन एक्शन सर्विस "सेफ ग्राउंड, सेफ स्टेप्स, सेफ होम" या सुरक्षित जमीन, सुरक्षित कदम, सुरक्षित घर थीम ...
भोजन के लिए बच्ची को बेचने वाली फनस पुंजी से मिलने आए थे प्रधानमंत्री, लेकिन नहीं बदले हालात
गरीबी में और धंस गए भारत की बदहाली का चेहरा हैं फनस पुंजी, जिनकी अगली पीढ़ियां भी उन्हीं की तरह गरीबी में जी रही ...
वर्तमान आर्थिक मॉडल से बढ़ गई असमानता, भारत बना उदाहरण
विश्व में गैर बराबरी का स्तर वही है जो 200 साल पहले था। लोकतांत्रिक ढांचे ने इसे पाटने में विशेष भूमिका नहीं निभाई है
भाषाओं का सिकुड़ता संसार: सदी के अंत तक गुमनामी के अन्धकार में खो जाएंगी दुनिया की 1,500 भाषाएं
दुनिया में 7,000 से ज्यादा ज्ञात भाषाएं हैं, वर्तमान में जिनमें से करीब आधी खतरे में हैं
भाषाओं का सिमटता संसार, हर साढ़े तीन माह में मर रही है एक भाषा
इस समय दुनिया एक ऐसी त्रासदी से गुजर रही है, जिस पर बहुत कम लोगों का ध्यान है। यह त्रासदी भाषाओं की गुमनाम मृत्यु ...
महात्मा गांधी की नैतिक-राजनैतिक विरासत
महात्मा गांधी का कथित 7 लाख से अधिक स्वशासी, स्वाधीन और स्वावलंबी गावों का परिसंघ (अर्थात भारत) आज शनैः शनैः अधिकार विहीन और अस्तित्व ...
भ्रष्टाचार के मामले में 180 देशों की सूची में 86वें पायदान पर भारत
इस इंडेक्स में भारत को कुल 40 अंक दिए गए हैं| यदि 2019 के लिए जारी इंडेक्स को देखें तो उसमें भारत को 41अंकों ...
राजस्थानः तीन साल में डीएमएफ से आवंटित 62 फीसदी काम अभी भी अधूरे
तीन साल में 1420 करोड़ रुपए का बजट आवंटन कर 8550 कार्यों की अनुमति दी गई थी, लेकिन धीमी सरकारी कार्यप्रणाली के चलते सिर्फ ...
ऐसे कब तक पहुंचेगा देश के हर गांव तक डिजिटल इंडिया?
2.5 लाख ग्राम पंचायतों तक इंटरनेट पहुंचाने के लिए शुरू की गई भारतनेट परियोजना पर इस बार 6000 करोड़ रुपए खर्च की घोषणा की ...
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस: क्या है ऑटिज्म, क्यों मनाया जाता है यह दिन?
इस दिन को ऑटिस्टिक लोगों के लिए सभी मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता को हासिल करने और बढ़ावा देने के साधन के रूप में मनाया ...
शिमला विकास योजना के मामले में एनजीटी ने गठित की उच्चस्तरीय समिति
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
चैंपियंस ऑफ द अर्थ लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजे गए सर डेविड एटनबरो
सर डेविड एटनबरो को यह पुरस्कार, पर्यावरण संरक्षण और उसकी बहाली के प्रति उनके जीवनभर के समर्पण को देखते हुए दिया गया है
सतत विकास लक्ष्य: साढ़े तीन दशक पीछे चल रहा है एशिया-प्रशांत, जलवायु परिवर्तन के मामले में 6 अंक पिछड़ा भारत
जलवायु परिवर्तन के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के मामले में भारत की स्थिति पहले से बदतर हो गई है
क्या कभी महिलाओं को मिल पाएगा पुरुषों के बराबर दर्जा, आज भी रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित कई क्षेत्रों में हैं पीछे
दुनिया भर में करीब 240 करोड़ महिलाएं, पुरुषों के समान अधिकारों से वंचित हैं। अनुमान है कि उनके बीच के इस अंतराल को भरने ...
सामाजिक और पर्यावरण से जुड़े लक्ष्यों को पूरा करने में विफल रही बड़ी फैशन कंपनियां
इस इंडेक्स में सबसे ख़राब प्रदर्शन करने वाली अमेरिकी कंपनी अंडर आर्मर है, जिसे कुल 9 अंक मिले हैं जबकि उसके बाद स्विस फर्म ...
2030 तक अपने 10 फीसदी एसडीजी लक्ष्यों को भी हासिल नहीं कर पाएंगे एशियाई देश: संयुक्त राष्ट्र
यदि विकास मौजूदा रफ्तार से चलता रहा तो अनुमान है कि एशिया-पैसिफिक क्षेत्र 2030 तक अपने 10 फीसदी एसडीजी लक्ष्यों को भी हासिल नहीं ...
घटकर 67.2 वर्ष रह गई भारत में जीवन प्रत्याशा, दशकों की मेहनत हुई बेकार
ह्यूमन डेवलपमेंट रिपोर्ट से पता चला है कि केवल भारत ही नहीं इस दौरान दुनिया के 70 फीसदी देशों की जीवन प्रत्याशा में गिरावट ...