लुटता हिमालय: एक साथ कई चुनौतियों ने बढ़ाई मुश्किलें
बेहद नाजुक माना जाने वाला भारतीय हिमालय क्षेत्र बेतहाशा बढ़ते शहरीकरण, पारिस्थितिक क्षय, पर्यटन और विद्युत परियोजनाओं के चलते एक साथ कई पर्यावरणीय मोर्चों ...
लुटता हिमालय: प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए संतुलित पहल की आवश्यकता
क्षेत्र के पर्यावरण और लोगों के आर्थिक लाभ के बीच एक संतुलित दृष्टिकोण की आवश्यकता है। आपदाओं को पूरी तरह से रोक पाना संभव ...
स्वादिष्ट खोज: वैज्ञानिकों ने हिमालय में प्याज की एक नई प्रजाति का पता लगाया
एलियम नेगियनम नामक पौधे की खोज उत्तराखंड में चमोली जिले की नीति घाटी के मलारी गांव के भारत-तिब्बत सीमा क्षेत्र में की गई है। ...
उत्तराखंड: भारी बर्फबारी से थमी हेमकुंड यात्रा, मॉनसून में देरी के आसार
विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के हिमालय के टकराने से बर्फबारी हुई है
चिंताजनक: पृथ्वी के सबसे दूरस्थ क्षेत्रों में भी पनप रहे हैं दवा-प्रतिरोधी कवक
हर साल 30 से 40 लाख लोग कवक ए. फ्यूमिगेटस के कारण होने वाले रोग से पीड़ित होते हैं, इससे फेफड़े खराब हो सकते ...
पहले के मुकाबले 10 गुना ज्यादा तेजी से पिघल रहे हैं हिमालय के ग्लेशियर, भारत में गहरा सकता है जल संकट
जलवायु परिवर्तन के चलते जिस असाधारण तेजी से हिमालय में ग्लेशियर पिघल रहे हैं उसके चलते भारत सहित एशिया के कई देशों में जल ...
जलवायु परिवर्तन से बढ़ा ग्लेशियल झीलों के टूटने का खतरा, बढ़ सकती हैं सिक्किम जैसी आपदाएं
डाउन टू अर्थ ने सिक्किम में आई बाढ़ के कारणों को समझने के लिए देहरादून स्थित वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ कलाचंद ...
पहाड़ों पर चार फीट प्रति वर्ष की दर से ऊपर की ओर शिफ्ट हो रही है ट्री लाइन
वैश्विक स्तर पर 70 फीसदी ट्री लाइन ऊंचाई की ओर शिफ्ट हो गई है। चिंता की बात तो यह है कि सभी क्षेत्रों में ...
दरकते पहाड़ों से मध्य हिमालय को सबसे ज्यादा खतरा, उत्तराखंड, लद्दाख और हिमाचल भी जद में
हिमालय में लाखों लोग ऐसे क्षेत्रों में रह रहे हैं जो भूस्खलन और हिमस्खलन जैसी आपदाओं के प्रति बेहद संवेदनशील हैं