मध्यप्रदेश के किसानों के लिए काला सोना नहीं रहा सोयाबीन, कौन है जिम्मेवार
सबसे अधिक सोयाबीन की फसल मध्यप्रदेश में उगाई जाती है, बावजूद इसके सोयाबीन उगाने वाले किसान लगातार घाटे में जा रहे हैं
आंधी-बारिश में यूपी के केला किसानों को भारी नुकसान, क्या मिल पाएगा मुआवजा
उत्तर प्रदेश में दो दिन में 2324 प्रतिशत अधिक बारिश हुई, जिसने केले, आम के पेड़ों को काफी नुकसान पहुंचाया है
पश्चिमी यूपी में गन्ना की फसल को चौपट कर सकता है 'चोटी भेदक' कीट, बदलता मौसम जिम्मेवार
गन्ना वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के चलते पिछले 2-3 वर्षों में इनका चोटी भेदक जैसे कीटों का प्रकोप बढ़ा है
तीन दशक में सूरजमुखी की खेती में 90 प्रतिशत की गिरावट, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद हरकत में आई सरकार
भारत रूस-यूक्रेन से लगभग 90 प्रतिशत सूरजमुखी का तेल आयात करता है, लेकिन युद्ध के बाद बिगड़े हालात ने केंद्र सरकार हरकत में आ ...
हिमाचल प्रदेश में खाद का संकट, किसान-बागवानों की बढ़ी चिंता
सर्दियों में बर्फबारी के बाद सेब के बागों में चाहिए होती है खाद, पिछले साल के मुकाबले इस साल 22,598 मीट्रिक टन कम खाद ...
जलीय जीवों के साथ धान उगाने से 12 प्रतिशत तक बढ़ जाता है उत्पादन
जलीय जीवों के साथ धान उगाने से रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों की आवश्यकता कम होती है। साथ ही साथ फसल की पैदावार में लगभग ...
खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के हैं कई खतरे, नजरअंदाज न करने की दी गई चेतावनी
साइबर हमलावर एआई के उपयोग से की जा रही खेती को बर्बाद कर सकते हैं, आंकड़ों में गड़बड़ी कर खेत में जहर फैला सकते ...
किसानों के लिए आ रही है नई मुसीबत
एफएओ ने चेताया है कि टिड्डियों का नया दल भारत आने वाला है, जबकि भारत में पहले से टिड्डी दल मौजूद हैं
वैज्ञानिकों ने धान और गेहूं की फसल में समय से पहले अंकुरण का खोजा समाधान
गेहूं में समय से पहले अंकुरण (पीएचएस) के कारण होने वाला प्रत्यक्ष आर्थिक नुकसान प्रति वर्ष 1 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाता है
ग्लोबल वार्मिंग: मिट्टी के बढ़ते तापमान के साथ कहीं ज्यादा बढ़ जाएगा फसलों में कीड़ों का कहर
तापमान में हर एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ गेहूं, चावल, और मक्के की फसलों पर कीड़ों का कहर 10 से 25 फीसदी ...
अंतिम पड़ाव पर पहुंचा खरीफ सीजन, धान-दलहन का रकबा घटा
खरीफ सीजन में मानसून की बेरुखी की वजह से सबसे अधिक प्रभावित राज्य झारखंड है, जहां धान और दलहन की बुआई काफी कम हुई ...
दूध की तुलना में अरहर के बीज के खोल में होता है छह गुना ज्यादा कैल्शियम: इक्रीसेट
अरहर के केवल 100 ग्राम बीजावरण (खोल) में करीब 652 मिलीग्राम कैल्शियम होता है, जबकि दूसरी तरफ 100 मिलीलीटर दूध में कैल्शियम की मात्रा ...
"भूजल संरक्षण : उत्तर भारत मे रोपाई धान पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए सरकार"
भूजल को बचाने के लिए किसानों को धान की सीधी बुआई के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए
महामारी ने भारत के लोगों को ‘जैविक खाद्य’ को अपनाने के लिए प्रेरित किया: सर्वेक्षण
भारत और नेपाल में 600 लोगों का सर्वेक्षण किया गया ताकि यह पता लगाया जा सके कि हाल ही में खाने की आदतें और ...
प्रधानमंत्री जी! स्पीति में लगातार कम हो रही है मटर की खेती
अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के स्पीति क्षेत्र की मटर की तारीफ की थी, लेकिन हकीकत कुछ ...
क्यों धान-गेहूं के चक्र से बाहर नहीं निकल पा रहे पंजाब और हरियाणा?
पंजाब व हरियाणा की सरकारें काफी प्रयास कर रही हैं कि किसान धान-गेहूं की फसल लगाना छोड़ दें, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा ...
किसान सस्ते और उपभोक्ता महंगे दामों से परेशान, कैसे बढ़ रहे दाम?
खेत में टमाटर की तुड़वाई भी महंगी पड़ रही और शहरों की दुकानों पर चालीस रुपए किलो में बिक रहा है, यही हाल अन्य ...
विकल्प की उपेक्षा
किसान बासमती से मुनाफा पाने की स्थिति में तो है लेकिन इसके अनिश्चित दाम इसकी पैदावार में सबसे बड़ी बाधा है। सरकारी खरीद सुनिश्चित ...
हर साल 10,556 मीट्रिक टन फास्फोरस हो रहा है बर्बाद, पानी के प्रदूषित होने के भी आसार
दुनिया भर में लगभग तीन-चौथाई खेती की मिट्टी में फास्फोरस की कमी है, भारत जैसे एशियाई देशों में फास्फोरस की कमी सबसे गंभीर है।
ऐसे बैक्टीरिया जो खुद नाइट्रोजन का उत्पादन कर पौधों को बेहतर उपज में मदद करते हैं
ऐसी नई किस्मों को बढ़ावा देना जिनको बहुत कम उर्वरकों की आवश्यकता होती है
चारा संकट की जड़ें, भाग दो: पशुओं की आबादी बढ़ी, लेकिन चारागाहों में आई कमी
आजादी के बाद से देश में कुल दर्ज चारागाह भूमि में 30 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है
बढ़ते शहरीकरण के कारण परागण करने वाले जीवों के व्यवहार में बदलाव आ रहा है: शोध
शोध के मुताबिक, परागणकों और पौधों के बीच होने वाली क्रिया के असर की पहचान करने के लिए, एक साल तक हर महीने बेंगलुरु ...
डाउन टू अर्थ विशेष: विदेशी व संकर नस्ल की गायों पर क्यों भारी पड़ रही हैं देशी गाय?
पशुपालक अब विदेशी व संकर नस्ल की गायों की बजाय देशी गायों को पाल रहे हैं
खाद्य प्रणालियां और कॉप-28: क्या पक्षकारों के बीच स्थाई दृष्टिकोण पर बन पाएगी आम सहमति?
कॉप-28 ने खाद्य प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक विशिष्ट दिन निर्धारित करके एक मिसाल कायम की है
खाद्य सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन का समाधान हैं मोटे अनाज
ग्लूटेन मुक्त होने के अलावा, मिलेट्स आयरन, कैल्शियम और जिंक से भरपूर होते हैं