डब्ल्यूएचओ ने इस खांसी के सिरप को लेकर चेताया, इस्तेमाल न करने की सलाह
ऑस्ट्रेलिया में हुई जांच में सिरप में डायथिलीन ग्लाइकोल और एथिलीन क्लाइकोल अस्वीकार्य मात्रा में मिला है, जिससे खासकर बच्चों की मृत्यु हो सकती ...
आवरण कथा: कोविड वैक्सीन से मुनाफा कमाने वाली कंपनियों के पास तैयार हैं सारे जवाब
कोविड-19 वैक्सीन को लेकर अमीर देश अपने राष्ट्रवाद पर कायम है और कंपनियां मुनाफा कमा रही हैं। इस खेल को समझाती डाउन टू अर्थ, ...
कोविड-19 महामारी: वैक्सीन से कमाई कर रही कंपनियां क्यों नहीं बना रही हैं दवा
महामारी को दो साल होने को हैं और इसके इलाज की दवाएं नगण्य हैं। सरकार, दवा कंपनियों और वैज्ञानिक समुदाय के हाथ लगभग खाली ...
दवा कंपनियों पर नकेल डालने की कवायद में जुटी अमेरिकी सरकार
फार्मास्युटिकल उद्योग पर प्रिस्क्रिप्शन दवाओं की भारी दरों को कम करने के लिए बाइडेन सरकार का दबाव महत्वपूर्ण है
आवरण कथा: जेनेरिक दवाओं की तरह सस्ती क्यों नहीं है कोविड-19 वैक्सीन?
कोविड-19 वैक्सीन जेनेरिक दवाओं की तरह सस्ती क्यों नहीं हो सकती है? वैक्सीन को लेकर डाउन टू अर्थ की खास विश्लेषण की अगली कड़ी ...
क्या हुआ तेरा वादा: छह साल बाद भी तय नहीं हो पाई महंगी दवाओं के व्यापार लाभ की सीमा
अप्रैल 2016 में केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने सदन में आश्वासन दिया था कि महंगी दवाओं के व्यापार लाभ की सीमा तय की ...
क्या मेडिकल पेटेंट का भयावह इतिहास रच रही है दवा कंपनी फाइजर?
दवाओं को वैश्विक बौद्धिक संपदा व्यवस्था में लाना फाइजर की अगुवाई में कॉर्पोरेट धोखाधड़ी की जीत थी
हर तीस घंटे में एक अरबपति बना और दस लाख नए गरीब, पर कैसे
ऑक्सफेम की नई वेल्थ जनरेशन रिपोर्ट के मुताबिक, ‘कमाई के हिसाब से निचले स्तर के 50 फीसदी लोगों में शामिल एक मजदूर को जितना ...
दवा की बड़ी कंपनियों की लाॅबिंग के पीछे का कड़वा सच
अमेरिकी दवा कंपनियां चाहती हैं कि कोविड-19 वैक्सीन या दवाओं को बौद्धिक संपदा अधिकार के दायरे से बाहर रखने की भारत की मांग को ...
वैक्सीन कार्यक्रम: नेहरू ने देखा था आत्मनिर्भरता का सपना
भारत ने “पेटेंट ब्लॉक्स” की चुनौतियों से निपटने के लिए 1951 में संयुक्त राष्ट्र की संस्थाओं की मदद से आवश्यक दवाइयों का उत्पादन शुरू ...