वोल्गा से गंगा नहीं, गंगा से वोल्गा की ओर बही इतिहास की धारा!
बताया गया था कि स्तेपी में वोल्गा नदी के किनारे से जो सभ्यता शुरू हुई, वह किस तरह गंगा घाटी तक पहुंची, मगर ताजा ...
नई रिसर्च: शुद्ध तरल ईंधन में बदल गई ग्रीनहाउस गैस
ग्रीनहाउस गैस के शुद्ध तरल ईंधन में बदलने से ग्रीनहाउस गैस का पुन: उपयोग होगा और इसे वायुमंडल में जाने से रोकने का एक ...
नई खोज: पौधा निकालेगा पानी से आर्सेनिक
जादवपुर विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एनवायरमेंटल स्टडीज द्वारा कराए गए शोध में पता चला है कि ये पौधे बड़ी मात्रा में पानी से आर्सेनिक ...
मस्तिष्क के ट्यूमर की पहचान में मददगार हो सकते हैं नए जैव संकेतक
एक ताजा अध्ययन में भारतीय शोधकर्ताओं ने ग्लायोमा की वृद्धि से जुड़े जैव संकेतकों का पता लगाया है जो इसकी पहचान और उपचार में ...
चावल के रोगजनक फफूंद की अनुवांशिक विविधता का पता चला
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह अनुवांशिक जानकारी शीथ ब्लाइट रोग प्रतिरोधी चावल की किस्में विकसित करने में मददगार हो सकती है
अंतरिक्ष जाने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा से बातचीत: भाग -2
अंतरिक्ष को भोगने के लिए धरती छोड़ना चाहता है इंसान
भारतनेट परियोजना ने आधा लक्ष्य भी प्राप्त नहीं किया
एक लाख गांवों को ब्रॉडबैंड कनेक्शन से जोड़ दिया गया और मार्च 2019 तक देश के 2.50 लाख ग्राम पंचायतों में इंटरनेट सेवा शुरू ...
किडनी रोगों की पहचान के लिए नई तकनीक
नई तकनीक के उपयोग से किडनी रोगों का समय रहते पता लगाना आसान हो सकता है और मरीजों को किडनी की बीमारियों से होने ...
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग को जल्द मिलेगा नया घर
नए भवन का निर्माण करीब नौ एकड़ क्षेत्र में किया जाएगा, जिसमें भूमि का 22 प्रतिशत हिस्सा घिरा होगा, हरित क्षेत्र 52 प्रतिशत होगा। ...
वैज्ञानिक उपलब्धियों ने कैसे बदली जिंदगी?
‘इंडियन साइंस ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया’ नामक एक नई पुस्तक में भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों को छोटी-छोटी कहानियों के रूप में पेश किया गया है।
जब खुलने लगे आनुवांशिक कोड में छिपे जीवन के रहस्य
आनुवांशिक इंजीनियरिंग में डॉ. खुराना के महत्वपूर्ण योगदान को उनके जन्मदिन के मौके पर याद करते गूगल ने भी डूडल तैयार किया है।
विज्ञान की दुनिया में कायम है रमन प्रभाव
चन्द्रशेखर वेंकटरमन या सर सीवी रमन एक ऐसे ही प्रख्यात भारतीय भौतिक-विज्ञानी थे, जिन्हें उनके जन्मदिन 7 नवंबर के मौके पर दुनिया भर में ...
धान को आर्सेनिक से बचा सकती है कम पानी में सिंचाई
कम पानी में सिंचाई करने से धान में आर्सेनिक की मात्रा 17-25 प्रतिशत तक कम पाई गई है। हालांकि पैदावार में भी 0.9 प्रतिशत ...
छात्रों को विज्ञान से जोड़ने के लिए सीएसआईआर की नई पहल
कार्यक्रम का मकसद छात्रों एवं अध्यापकों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना और उनमें जिज्ञासु प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करना है
पंचांग में चंद्रमा की गणितीय गणना का महत्व
पंचांग का महत्व अब भी है और इसी के अनुसार आमजन आज भी अपने कार्यक्रम तय करते हैं
चांद से धरती का है नाजुक रिश्ता
चंद्रमा पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह से कहीं बढ़कर है। इसने धरती पर जीवन की उत्पत्ति से लेकर जलवायु परिवर्तन तक के हर पहलू को ...
क्यों कुछ लोग कोविड-19 से बीमार नहीं पड़ते, क्या जीन म्युटेशन में छिपा है इसका रहस्य
रिसर्च के निष्कर्ष सार्स-कॉव 2 के लिए नए टीकों और दवाओं का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं
आठ वर्षों में गुजरात में 340 फीसदी बढ़ा मिट्टी का कटाव, त्रिपुरा में भी 60 फीसदी वृद्धि
अच्छी खबर यह है कि पिछले आठ वर्षों में देश के कुल बोए क्षेत्र में हुए मिट्टी के कटाव में करीब 54 फीसदी यानी ...
कोविड-19: क्या सही है हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन पर इतना ज्यादा भरोसा करना
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल ने कोविड -19 के इलाज में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के उपयोग पर सवाल उठाया है
मंगल की मिट्टी में कैसे बढ़ सकती है सब्जियों की पैदावार, वैज्ञानिकों ने सुझाया रास्ता
रिसर्च में इस बात के प्रमाण मिले हैं कि मंगल ग्रह पर विभिन्न किस्मों की फसलें एक साथ उगाने से पैदावार में इजाफा हो ...
वैज्ञानिकों ने लाल रक्त कोशिका के लिए पहला हीट मैप किया विकसित, चिकित्सा में सुधार के लिए अहम
शोध के निष्कर्ष स्वास्थ्य और चिकित्सा में सुधार के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं, या नई दवाओं को विकसित करने के रास्ते खोल ...
नजरिया: ऊर्जा का एक अदृश्य स्रोत हैं न्यूक्लियर बैटरियां
परमाणु बैटरियां लंबी अवधि के मिशनों, अंतरिक्ष स्टेशनों और उपग्रहों में अंतरिक्ष वाहनों को विश्वसनीय रूप से शक्ति प्रदान कर सकती हैं
बादलों को चमकदार बनाकर तापमान को कम करते हैं पौधों से बनने वाले एरोसोल
अध्ययन के मुताबिक प्राकृतिक एरोसोल जलवायु के गर्म होने को धीमा कर सकते हैं
दवाओं की तरह सनस्क्रीन पर भी नियंत्रण की जरूरत, एक अध्ययन के बाद उठे सवाल
अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (जेएएमए) के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में सनस्क्रीन पर गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं।
अरबों प्रकाश वर्ष चौड़े आकाशगंगा के बुलबुले की हुई खोज: शोध
खोजा गया यह बुलबुला एक अरब प्रकाश वर्ष तक फैला हुआ है, जो दूधिया आकाशगंगा से 10,000 गुना अधिक चौड़ा है।